लघु उद्योगों की तपस्या से निकला अमृत देश को बनाएगा नंबर वन – प्रकाश चंद्र

लघु उद्योगों की तपस्या से निकला अमृत देश को बनाएगा नंबर वन – प्रकाश चंद्र
-उदयपुर में लघु उद्योग भारती का 11वां इंडिया इंडस्ट्रियल फेयर – 2025 शुरू
-चार डोम में 200 से अधिक लघु उद्यमी पहुंचे
-उपमुख्यमंत्री दीया कुमारी ने अवलोकन के साथ युवा उद्यमियों से की चर्चा
उदयपुर, 10 जनवरी। लघु उद्योग भारती के अखिल भारतीय संगठन मंत्री प्रकाश चंद्र ने कहा कि वर्ष 2047 तक विकसित भारत के संकल्प को पूरा करने में लघु उद्योगों का महत्वपूर्ण योगदान होगा। लघु उद्योगों की तपस्या से निकला अमृत भारत को विश्व में नंबर वन बनाएगा। उन्होंने संगठन मंत्र ‘ संगच्छध्वं संवदध्वं, सं वो मनांसि जानताम, देवा भागं यथा पूर्वे, सञ्जानाना उपासते’ को दोहराते हुए आह्वान किया कि इस लक्ष्य के संधान के लिए लघु उद्योग भारती के हर कार्यकर्ता को दुगुने उत्साह से आगे बढ़ना होगा और हर छोटे से छोटे उद्यम को साथ जोड़कर उनके भी उत्थान में सहभागी बनना होगा।
वे शुक्रवार को उदयपुर में 11वें इंडिया इंडस्ट्रियल फेयर – 2025 के उद्घाटन समारोह को मुख्य वक्ता के रूप में संबोधित कर रहे थे। दिल्ली पब्लिक स्कूल के मैदान में शुरू हुए इस चार दिवसीय आईआईएफ-2025 उद्योग मेले को उन्होंने उदयपुर के उद्योगों की परस्पर सहकार भावना का मूर्तरूप बताया। उन्होंने कहा कि भारत प्राचीनकाल से ही विश्व की अर्थव्यवस्था में 35 से 40 प्रतिशत योगदान रखता था। मैन्यूफैक्चरिंग के क्षेत्र में भारत के उत्कृष्ट उत्पादों का बोलबाला था। दुनिया भारत से सीखने आती थी। तब सभी एक-दूसरे का हाथ पकड़ कर उसे मजबूत बनाते थे। इस बीच, कुछ ऐसा कालखण्ड आया जब आपसी ईर्ष्या-द्वेष बढ़ा और हमने एक-दूसरे की चिंता छोड़ दी। इसका फायदा बाहरी लुटेरों ने उठाया और लूटते-लूटते वे लोग देश के मालिक बन बैठे। किन्तु, आज हम फिर से खड़े हो रहे हैं। लेकिन, इसे और गतिशील करने की आवश्यकता है।


उन्होंने कहा कि बाहरी दखल ने हमारे संस्कारों और शिक्षा पद्धति में भी घुसपैठ की और हमें सामूहिकता से व्यक्तिवादिता की ओर धकेल दिया। आज सभी मैं और मेरा परिवार तक सीमित हो चले हैं। यह भारतीय सनातन संस्कृति का मूल स्वभाव नहीं है। हमारी परम्परा ‘सर्वे भवन्तु सुखिनः’ की है। इसी मंत्र को फिर से समाज में स्थापित करते हुए एक-दूसरे को सशक्त करेंगे तो भारत स्वतः ही विश्व में सर्वश्रेष्ठ राष्ट्र के रूप में स्थापित हो जाएगा। उन्होंने आईआईएफ-2025 से किशोर और युवा पीढ़ी को जोड़कर इस मेले की निरंतरता बनाए रखने का भी आह्वान किया।
विशिष्ट अतिथि लघु उद्योग भारती के राष्ट्रीय अध्यक्ष घनश्याम ओझा, उदयपुर सांसद डॉ. मन्नालाल रावत, उदयपुर शहर विधायक तारांचद जैन, लघु उद्योग भारती के राजस्थान प्रदेश अध्यक्ष शांतिलाल बालड़ ने भी विचार रखे।
समारोह में सिंघल फाउंडेशन के अरविंद सिंघल, मिराज ग्रुप के फाउंडर मदन पालीवाल, अनंता हॉस्पिटल के कुल सचिव डॉ. नितिन शर्मा, ईवो के कोफाउंडर सौरभ खेतान, वंडर पेंट्स के मनीष गन्ना, विकास गन्ना, राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के विभाग संघचालक हेमेन्द्र श्रीमाली, महानगर संघचालक गोविन्द अग्रवाल आदि गणमान्यजन सम्माननीय अतिथि के रूप में उपस्थित थे।
इससे पूर्व, अतिथियों ने आईआईएफ-2025 का दीप प्रज्वलन कर तथा स्टाल्स का मौली बंधन खोलकर उद्घाटन किया। संगठन मंत्र व डीपीएस के बच्चों द्वारा विश्वकर्मा की आरती के साथ समारोह का आरंभ हुआ। लघु उद्योग भारती उदयपुर के अध्यक्ष मनोज जोशी ने आईआईएफ-2025 की कार्ययोजना के साथ मूर्तरूप साकार करने तक के सफर की जानकारी दी। मेला संयोजक तरुण दवे, सह संयोजक मुकेश सिन्हा सहित उदयपुर जिले की सभी छह इकाइयों के अध्यक्षों ने अतिथियों का स्वागत किया। लघु उद्योग भारती के चित्तौड़ प्रांत उपाध्यक्ष व मेला पालक राकेश वर्डिया ने आभार व्यक्त किया। मंच संचालन अवनीश व्यास, प्रणय त्रिपाठी, प्रवीण गुप्ता ने किया।
उपमुख्यमंत्री दीया कुमारी ने अवलोकन के साथ युवा उद्यमियों से की चर्चा
-राज्य की उपमुख्यमंत्री दीया कुमारी शाम को मेला स्थल पहुंचीं। उन्होंने न केवल उद्यमियों की स्टाल्स का अवलोकन किया, बल्कि उनसे चर्चा भी की। अहिल्या बाई डोम में महिला उद्यमियों की स्टाल्स देख उन्होंने प्रसन्नता जाहिर की कि अब महिलाएं भी हर क्षेत्र में अपनी पहचान स्थापित कर रही हैं। उन्होंने चारों डोम की एक-एक स्टाल का अवलोकन किया। उन्होंने खुद का लघु उद्योग भारती का ही सदस्य बताते हुए कहा कि इनोवेशन और स्टार्ट अप्स के सहयोग के लिए वे सदैव तत्पर हैं। इससे पहले, जिला अध्यक्ष मनोज जोशी, पूर्व महापौर रजनी डांगी, मेला संयोजक तरुण दवे, सह संयोजक मुकेश सिन्हा सहित उदयपुर की पूरी टीम ने उनका स्वागत किया।
200 प्रतिशत कर सकेंगे सोलर उत्पादन: बालड़
-लघु उद्योग भारती के राजस्थान प्रदेश अध्यक्ष शांतिलाल बालड़ ने लघु उद्योग भारती के आग्रह को मानकर टीपी हटाने के निर्णय पर सीएम भजनलाल का आभार व्यक्त करते हुए बताया कि लघु उद्योग भारती ने सौर ऊर्जा के उत्पादन के क्षेत्र में भी उद्योगों को राहत देने का आग्रह करते हुए असीमित उत्पादन की नीति जारी करने का आग्रह किया था। बालड़ ने बताया कि सीएम भजनलाल ने इस बात पर सहमति जताई है कि उद्योग अपनी आवश्यकता से 200 प्रतिशत तक सोलर ऊर्जा का कैप्टिव पावर प्लांट लगा सकेंगे। अब तक सिर्फ उद्योगों को अपनी आवश्यकता अनुसार ही सौर बिजली उत्पादन की अनुमति थी। यह नीति संभवतः ग्रीन एनर्जी पॉलिसी मीटिंग या बजट में आ सकती है और इस नीति के साथ ही राजस्थान में बिजली की उपलब्धता निश्चित तौर पर बढ़ेगी।
नया प्लेटफार्म – विधायक
-उदयपुर शहर विधायक तारांचद जैन ने कहा कि उद्योगों को इस मेले से नया प्लेटफार्म मिलेगा। ऐसे मेले लगातार लगने चाहिए। उदयपुर में यह मेला लघु उद्योगों के लिए मील का पत्थर साबित होगा।
तीन गुणा समर्पण बढ़ाना होगा – सांसद
-उदयपुर सांसद डॉ. मन्नालाल रावत ने कहा कि आज जितना हम देश के विकास के लिए गुणवत्तापूर्ण समय दे रहे हैं, उसे तीन गुणा बढ़ाना होगा। उन्होंने कहा कि मेले में नारी शक्ति का अलग से पूरा अहिल्या बाई डोम देखकर गर्व की अनुभूति हुई। उद्यम के क्षेत्र में भी महिलाएं पूरी रुचि दिखा रही हैं और सफलता के झंडे गाड़ रही हैं। सांसद ने वोकल फोर लोकल का नारा देते हुए उदयपुर के इस मेले को नई पीढ़ी के लिए प्रेरणास्रोत बताया।
संगठन की मजबूती कार्यकर्ताओं से – राष्ट्रीय अध्यक्ष
-लघु उद्योग भारती के राष्ट्रीय अध्यक्ष घनश्याम ओझा ने कहा कि संगठन की मजबूती कार्यकर्ताओं से है। लघु उद्योग भारती में देश भर में महिलाओं की भी 50 इकाइयां हैं जिनमें 5 हजार महिला कार्यकर्ता जुड़ी हैं। उन्होंने राइजिंग राजस्थान में लघु उद्योग भारती की सहभागिता का जिक्र करते हुए कहा कि आने वाले समय में एमएसएमई से ही राज्य और देश की अर्थव्यवस्था का दायरा बढ़ेगा।
चार डोम, 200 से अधिक लघु उद्यम प्रतिभागी
-मेला संयोजक तरुण दवे ने बताया कि मेले में चार बनाए गए डोम हैं। हर डोम का नाम भारतीय महापुरुष पर रखा गया है। इनमें पहला डोम महाराणा प्रताप, दूसरा डोम भगवान विश्वकर्मा, तीसरा भामाशाह और चौथा अहिल्या बाई के नाम पर है। चार डोम व उनके बाहर खुले मैदान में डेमो लेकर आई कम्पनियों सहित 200 से अधिक प्रतिभागी यहां अपने उत्पादों और कार्य को प्रदर्शित कर रहे हैं। इनमें मैन्यूफैक्चरिंग, सर्विस सेक्टर, हॉर्टिकल्चर, फूड प्रोसेसिंग सहित कई सेगमेंट शामिल हैं।
कैलेंडर का विमोचन
-समारोह में अतिथियों ने लघु उद्योग भारती के तहत साल भर में किए जाने वाले आयोजनों को जोड़ते हुए एक कैलेंडर का भी विमोचन किया।
टोली जो संभाल रही है विभिन्न व्यवस्थाएं
-चार दिवसीय आईआईएफ-2025 की विभिन्न व्यवस्थाओं को संभालने में कई कार्यकर्ता जुटे हुए हैं। मेला संयोजक तरुण दवे और सह संयोजक मुकेश सिन्हा के नेतृत्व में कंट्रोल रूम पर उमाप्रताप सिंह, अभिमन्यु सिंह, भोजन व्यवस्था में ब्रजमोहन भाटी, बाबूसिंह राजपुरोहित, आदर्श गंगवाल, डोम प्रबंधन में राजेन्द्र सुराणा, पवन कोठारी, वैन्यू प्रबंधन में अभिजीत शर्मा, कमलेश शर्मा, वित्त प्रबंधन में प्रिंस चौबीसा, हेमंत जैन, महेन्द्र मांडावत, यशवंत मंडावरा और प्रचार-प्रसार में महेन्द्र सिंह चौहान, यशवर्धन खण्डेलवाल जुटे हुए हैं।
प्रदर्शनी में उमड़ी भीड़
-प्रदर्शनी में पहले ही दिन शहरवासियों की भीड़ उमड़ी। सुबह से ही लोगों की रेलमपेल रही। शाम को संख्या में इजाफा हुआ। युवाओं का रुझान खासा नजर आया। युवाओं का आकर्षण नई तकनीकों वाली स्टाल्स पर ज्यादा नजर आया। महिलाओं को समर्पित डोम में हाथ से बनाई हुई वस्तुओं का क्रेज नजर आया।

By Udaipurviews

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