डूंगरपुर, 20 फरवरी/कृषि प्रौद्योगिकी प्रबंधक अधिकरण (आत्मा) एवं कृषि विज्ञान केन्द्र, डंूगरपुर के संयुक्त तत्वावधान में जिला स्तरीय कृषि मेला कृषि विज्ञान केन्द्र, फलोज में सोमवार को विधायक डंूगरपुर गणेश घोघरा की अध्यक्षता में आयोजित हुआ।
उप निदेशक कृषि एवं पदेन परियोजना निदेशक आत्मा जी.एस.कटारा ने बताया कि महाराणा प्रताप कृषि एवं प्रौद्योगिकी विश्व विद्यालय के कुलपति अजित कुमार कर्नाटक के मुख्य में आयोजित हुआ। मेला कार्यक्रम में अतिविशिष्ट पूर्व सांसद ताराचंद भगोरा एवं अतिरिक्त निदेशक कृषि (विस्तार) भूरालाल पाटीदार खण्ड उदयपुर रहे। उन्होंने बताया कि किसान मेल में पूर्व विधायक पंूजीलाल परमार, प्रधान कांता देवी कोटेड, प्रधान बिछीवाड़ा देवराम रोत, पूर्व उप जिला प्रमुख प्रेमकुमार पाटीदार, प्रसार निदेशालय के निदेशक आर.ए.कोशिक, प्रोफेसर लतिका व्यास, डॉ. हरगिलास मीणा, क्षेत्रीय अनुसंधान निदेशक बोरवट, उप जिला प्रमुख सुरता परमार, रतनलाल पाटीदार, मनोज पाटीदार, देवीलाल व्यास, सुरमाल परमार, रतनलाल पाटीदार, मनोज पाटीदार, देवीलाल व्यास, सुरमाल परमार, राकेश रोत सरपंच कहारी, केवलराम कोटेड, पूर्व प्रधान डंूगरपुर लक्ष्मण कोटेड विशिष्ट अतिथि रहे।
उन्होंने बताया कि अतिथियों का उद्बोधन का स्वागत उद्बोधन जी.एस.कटारा द्वारा किया गया। साथ ही उपस्थित कृषकों को कृषि विभाग द्वारा कृषक हित मं चलाई जा रही विभिन्न योजना यथा, तारबंदी, फार्म पोण्ड निर्माण, कृषि यंत्र, सिंचाई पाईप लाईन, ड्रिप सिंचाई संयंत्र, फव्वारा, ग्रीन हाउस स्थापना, मल्चिंग, बगीचा स्थापना, वर्मी कम्पोस्ट स्थापना, कम लागत प्याज भण्डारण स्थापना के बारे में जानकारी दी गई। साथ ही बजट में कृषकों के हित में किये गये प्रावधानों के बारे में अवगत कराया गया। कृषि विज्ञान के प्रभारी एवं वरिष्ठ वैज्ञानिक डॉ. सी.एम.बलाई ने अतिथियों का स्वागत करत हुए कृषि विज्ञान केन्द्र की विभिन्न गतिविधियों की जानकारी से कृषकों को अवगत कराया गया। अतिथियों द्वारा विभिन्न विभागों द्वारा लगाई गई स्टॉलों का भ्रमण कर अवलोकन किया गया। कृषकों द्वारा सर्वाधिक ड्रिप एवं फव्वारा की स्टॉल का अवलोकन किया गया। मेला कार्यक्रम में मंचासीन अतिथियों द्वारा संबोधित किया गया। अतिविशिष्ट अतिथि पूर्व सांसद ताराचंद भगोरा द्वारा कृषकों को आधुनिक तकनीकी खेती अपनाने हेतु प्रेरित किया। फसलों में रसायनिक खाद एवं दवाओं का उपयोग नहीं करने के संबंध में जानकारी दी गई।
उन्होंने बताया कि विधायक गणेश घोघरा द्वारा कृषकों को जैविक खेती अपनाने की सलाह दी गई। साथ ही कृषकों से आह्वान किया कि कृषि विभाग एवं कृषि विज्ञान केन्द्र द्वारा जो योजनाएं चलाई जा रही है, उनका अधिक से अधिक लाभ उठाएं। कार्यक्रम के अन्त में मुख्य अतिथि अजीज कुमार कर्नाटक कुलपति महाराणा प्रताप कृषि एवं प्रौद्योगिकी विश्व विद्यालय द्वारा कृषकों गौ आधारित कृषि अपनाने हेतु प्रेरित किया गया। साथ ही उपस्थित कृषकों को सलाह दी कि कृषक आधुनिक कृषि तकनीकी अपनाकर जीवन स्तर पर उठाएं। मेले में जिले के विभिन्न क्षेत्रों से आये कृषकों द्वारा अनाज, फल, फूल एवं सब्जी प्रदर्शनी मय प्रतियोगिता में भाग लिया गया एवं प्रथम एवं द्वितीय आने वाले कृषकों को पुरूस्कृत किया गया। मेले में विभिन्न विभागों यथा, कृषि, पशुपालन, राजीविका, उद्यान, कृषि विज्ञान केन्द्र, पीडो-माडा, लक्ष्मी नर्सरी सरथूना, फ्युचर जेकेरॉलीफ फसल बीमा कंपनी, कुतुबुद्दीन नई जीड्रिप एवं प्रौद्योगिकी की विश्व विद्यालय महावीर स्टोर डंूगरपुर, गुजरात एग्रीकल्चर वर्क सीमलवाड़ा द्वारा स्टॉल लगाई गई।
उन्होंने बताया कि कार्यक्रम का संचालन सूरजमल मनात द्वारा एवं आभार प्रदर्शनी डॉ. बी.एल.रोत द्वारा किया गया। मेले में उप निदेशक उद्यान परेश कुमार पण्ड्या, सहायक निदेशक छिद्दा सिंह, जीवराम तबियाड सागवाड़ा, कृषि अनुसंधान अधिकारी बलवंत सिंह लबाना, कृषि अधिकारी गीता रोत, डॉ. भगवती बरण्डा, विनोद पटेल, सहायक कृषि अधिकारी सोहनलाल मीणा, मुकेश कुमार बरण्डा, पूज्पाल ननोमा, जयदीप सिंह चौहान, पृथ्वीराज चौहान, राज श्री गरासिया, पायल परमार, मंजूला कटारा एवं विभाग के सहायक कृषि अधिकारी तथा कृषि पर्यवेक्षक उपस्थित रहे। मेले में करीब दो हजार कृषकों द्वारा भाग लिया गया।