डूंगरपुर, 6 दिसंबर। डूंगरपुर के कोतवाली थाना क्षेत्र में गुरुवार शाम सीमलवाड़ा रोड पर गांधीनगर कॉलोनी के पास एक सड़क हादसे में 67 वर्षीय बुजुर्ग महिला मणि डेंडोर की मौत हो गई। हादसा उस समय हुआ जब एक तेज रफ्तार ईको कार ने उन्हें चपेट में ले लिया। गंभीर रूप से घायल महिला को डूंगरपुर जिला अस्पताल ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। मामले की सूचना पर पुलिस ने मौके पर पहुंचकर शव को मॉर्चुरी में रखवाया। घटना के बाद महिला के पीहर और ससुराल पक्ष के लोग इकट्ठा हो गए। परिजनों ने हादसे के लिए मौताणा (मुआवजा) की मांग की और डेढ़ लाख रुपए की मांग पर अड़ गए। दोनों पक्षों के बीच बातचीत के बाद दोपहर तक समझौता हो गया। समझौता होने के बाद ही परिजन पोस्टमॉर्टम के लिए तैयार हुए। मृतका के बेटे विकेश डिंडोर की रिपोर्ट पर पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। कोतवाली थाने के हेड कॉन्स्टेबल तेजबहादुर सिंह ने बताया कि आरोपी कार चालक की पहचान की जा रही है। शव का पोस्टमॉर्टम कराकर पुलिस ने उसे परिजनों को सौंप दिया है। मामले की जांच जारी है।
बांग्लादेश में हिंदुओं पर अत्याचार के विरोध में भाजपा और हिंदू संगठनों का प्रदर्शन
डूंगरपुर, 6 दिसंबर. सीमलवाड़ा में शुक्रवार को भाजपा और विभिन्न हिंदू संगठनों ने बांग्लादेश में हिंदुओं पर हो रहे अत्याचार और मंदिरों में तोड़फोड़ की घटनाओं के विरोध में एसडीएम कार्यालय के सामने प्रदर्शन किया। प्रदर्शनकारियों ने जमकर नारेबाजी की और राष्ट्रपति के नाम एक ज्ञापन सौंपते हुए इस मामले में हस्तक्षेप की मांग की। सीमलवाड़ा प्रधान कारीलाल ननोमा के नेतृत्व में विश्व हिंदू परिषद, भारत विकास परिषद और अन्य हिंदू संगठनों के कार्यकर्ता एसडीएम कार्यालय के बाहर एकत्रित हुए। प्रदर्शन के दौरान उन्होंने बांग्लादेश में हिंदू समाज के खिलाफ हिंसा, मंदिरों पर हमले और निर्दोष लोगों की गिरफ्तारियों को लेकर रोष व्यक्त किया। प्रदर्शनकारियों का कहना था कि बांग्लादेश में हिंदुओं और उनके धार्मिक स्थलों पर लगातार हमले हो रहे हैं, जिससे वहां के हिंदू असुरक्षित महसूस कर रहे हैं। उन्होंने मांग की कि भारत सरकार इस मुद्दे पर हस्तक्षेप करे और बांग्लादेश में हिंदुओं की सुरक्षा सुनिश्चित की जाए। इसके साथ ही उन्होंने हिंदुओं को भारत में बसाने की व्यवस्था करने का अनुरोध भी किया। प्रदर्शन के बाद एसडीएम को सौंपे गए ज्ञापन में बांग्लादेश में हो रही हिंसात्मक घटनाओं को रोकने के लिए अंतरराष्ट्रीय स्तर पर कदम उठाने की अपील की गई। भाजपा और हिंदू संगठनों ने चेतावनी दी कि यदि जल्द समाधान नहीं निकला, तो वे इस मुद्दे को लेकर और बड़ा आंदोलन करेंगे।