शव निजी अस्पताल के परिसर में जलाने की बात पर अड़े, पुलिस समझाइश में जुटी
उदयपुर।शहर के नजदीक डबोक स्थित एक निजी अस्पताल में शनिवार को उपचार के दौरान एक युवक की मौत के बाद परिजनों ने हंगामा खड़ा कर दिया। अस्पताल में हंगामा करते हुए तोड़फोड़ की तथा अस्पताल परिसर में ही शव जलाने की बात करने लगे। सूचना मिलते ही डबोक थाना पुलिस मौके पर पहुंची तथा मामला शांत करने की कोशिश शुरू की। हालांकि समाचार लिखे जाने तक परिजन शव लेने पर राजी नहीं हुए।
मिली जानकारी के अनुसार बिछीवाड़ा निवासी शंकरलाल बंजारा के पैर में फ्रेक्चर आने पर उसका डबोक क्षेत्र के संजीवनी अस्पताल में उपचार कराया जा रहा था। बीती रात उसके पैर का आॅपरेशन किया गया था। परिजनों का कहना है कि आॅपरेशन के बाद शंकरलाल की तबियत बिगड़ने लगी तब उसे उदयपुर के सरकारी अस्पताल के लिए रैफर कर दिया। परिजन उसे राजकीय एमबी अस्पताल लेकर पहुंचे लेकिन उसकी बीच रास्ते ही मौत हो गई।
मृतक के परिजनों का कहना है कि जैसे—तैस चंदा एकत्रित कर उन्होंने ढाई लाख रुपए एकत्रित किए। पैसे की व्यवस्था करने के बाद संजीवनी अस्पताल ने उसका आॅपरेशन किया। आॅपरेशन से पहले शंकरलाल सामान्य तरीके से बातचीत कर रहा था और आॅपरेशन के बाद उसकी तबियत इतनी बिगड़ गई कि वह बात भी नहीं कर पा रहा था। उसे आॅक्सीजन लगाकर रेफर करना पड़ा। परिजनों का आरोप है कि आॅपरेशन में लापरवाही के चलते ही उसकी मौत हुई। जिसके बाद परिजन उसका शव वापस संजीवनी अस्पताल ले गए तथा वहां जमकर तोड़फोड़ की तथा मृतक का शव उसी अस्पताल परिसर में जलाने की बात पर अड़े हुए हैं।
युवक की उपचार के दौरान मौत के बाद परिजनों ने अस्पताल में की तोड़फोड़
