प्रशासन केवल फोटोग्राफी कर लीपापोती ना करे – डॉ मांगी लाल गरासिया
“पर्ची सरकार” में संवेदनशीलता खत्म हो गई है – ताराचंद मीणा
“पर्ची सरकार” और उसका प्रशासन जल्द से जल्द मुआवजा देकर मृतकों के आश्रितों को स्थाई नौकरी देवे -कचरू लाल चौधरी
आदमखोर पैंथर के हमले में मृतकों के परिजनों को उचित मुआवजा और आदमखोर पैंथर को पकड़ने साथ ही टाइगर रिजर्व प्रोजेक्ट हेतु भूमि अवाप्ति रोकने की मांग को लेकर उदयपुर देहात जिला कांग्रेस कमेटी ने किया प्रदर्शन।
उदयपुर। 04 अक्टूबर। आदमखोर पैंथर के हमले में मृतकों के परिजनों को उचित मुआवजा और आदमखोर पैंथर को पकड़ने साथ ही टाइगर रिजर्व प्रोजेक्ट हेतु भूमि अवाप्ति रोकने की मांग को लेकर उदयपुर देहात जिला कांग्रेस कमेटी ने किया प्रदर्शन। उदयपुर देहात जिला कांग्रेस प्रवक्ता डॉ संजीव राजपुरोहित ने बताया कि विगत पखवाड़े में उदयपुर देहात जिला कांग्रेस के अंतर्गत आने वाली गोगुंदा एवम झाडोल विधानसभा क्षेत्र के ग्रामीण क्षेत्रों में आदमखोर पैंथर द्वारा 09 ग्रामीणों को जान से मारने को लेकर क्षेत्र के ग्रामीणों में भय एवम भरी रोष का माहोल है। ऐसे में प्रशासन द्वारा पैंथर को पकड़ने में ढिलाई एवम आदमखोर पैंथर हमलों में जान गवाने वाले ग्रामीणों के परिजनों को उचित मुआवजा ना मिलने के कारण आज उदयपुर देहात जिला कांग्रेस कमेटी द्वारा जिलाधीश कार्यालय के सामने बड़ी संख्या में कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने धरना प्रदर्शन कर ज्ञापन सौंपा।
धरना प्रदर्शन में प्रदेश कांग्रेस महासचिव लाल सिंह झाला ने कहा कि प्रशासन क्षेत्र की जनता के धैर्य की परीक्षा ना लेवे। ऐसा मेवाड़ के इतिहास में पहली बार हुआ है कि आदमखोर पैंथर द्वारा नौ लोगों का शिकार किया गया। इससे क्षेत्र के ग्रामीणों में प्रशासन के खिलाफ भयंकर रोष व्याप्त है। राजस्थान की भाजपा सरकार के लिए ग्रामीणों की जान की कोई कीमत नहीं है। राज्य सरकार और उदयपुर प्रशासन बिलकुल लापस्वाही से इस मामले को देख रहा है। प्रदेश की सरकार का केबिनेट मंत्री भी झाडोल विधानसभा क्षेत्र से निर्वाचित होकर विधानसभा में जाता है लेकिन उन्होंने और राज्य सरकार के किसी भी प्रतिनिधि ने अभी तक गोगुंदा और झाडोल विधानसभा क्षेत्र में आदमखोर पैंथर द्वारा किए गए हमलों वाले क्षेत्र में जाकर ग्रामीणों के हाल नही पूछे।
श्री झाला ने यह भी कहा कि राज्य सरकार हमारे धैर्य की परीक्षा ना ले। और जल्द से जल्द आदमखोर पैंथर को पकड़े और मृतकों के परिजनों को इकावन लाख रुपए का मुआवजा और उसके परिवार में एक सदस्य को स्थायी नौकरी देवे।
उदयपुर देहात जिला कांग्रेस अध्यक्ष कचरू लाल चौधरी ने कहा कि राज्य की “पर्ची सरकार” हर मोर्चे पर पूरी तरह फेल हो गई है। और यहां तो क्षेत्र की जनता आदमखोर पैंथर का शिकार हो रही है लेकिन “पर्ची सरकार” के कान में जूं तक नहीं रेंग रही है। लगता है कि दिल्ली से जब तक यह पर्ची ना आए कि कितना मुआवजा देना है तब तक राज्य की “पर्ची सरकार” कोई मुआवजा नहीं देगी। क्योंकि राज्य की “पर्ची सरकार” के पास कोई अधिकार ही नहीं है। लेकिन आज हम सब यहां राज्य की “पर्ची सरकार” को यह चेतावनी देने आए है कि वो जल्द से जल्द उदयपुर प्रशासन को कह कर आदमखोर पैंथर को पकड़ने का कार्य करे। और आदमखोर पैंथर के हमलों में जान गवाने वाले ग्रामीणों के परिजनों को इकावन लाख रुपए की आर्थिक मदद कर उनके परिवार से एक सदस्य को स्थाई नौकरी देवे। नही तो आने वाले समय में उदयपुर देहात जिला कांग्रेस कमेटी द्वारा आंदोलन किया जाएगा।
राजस्थान सरकार के पूर्व मंत्री और गोगुंदा विधानसभा क्षेत्र से कांग्रेस प्रत्याशी रहे डॉ मांगी लाल गरासिया ने कहा कि प्रशासन को शर्म आनी चाहिए कि वो गोगुंदा एवम झाडोल क्षेत्र के आदमखोर पैंथर के हमला करने वाले क्षेत्रों में जाकर आमजन को घरों में रहने के लिए कह रहा है। क्या ग्रामीण अपने रोजमर्रा का जीवन यापन करने के लिए कार्य करना छोड़ दे और घरों में बैठ जाए? प्रशासन को चाहिए कि आदमखोर पैंथर को पकड़े ना कि ग्रामीणों को घरों में कैद होने की बात कहे। साथ ही जो टाइगर रिजर्व प्रोजेक्ट के तहत भूमि अवाप्ति का काम करने का प्रोजेक्ट बना रही है उसे तत्काल प्रभाव से रोक क्योंकि प्रशासन से एक आदमखोर पैंथर तो संभल नहीं रहा है। तो वो क्या टाइगर रिजर्व प्रोजेक्ट बना कर ग्रामीणों को सुरक्षित रख पाएगी।
डॉ गरासिया ने प्रशासन से मांग करी कि वो आदमखोर पैंथर को पकड़ने के लिए कारवाई कर रहा है वो नाकाफी है। वहा प्रशासन के लोग आकर जंगल सफारी की तरह काम कर रहे है। ग्रामीण उनको बता रहे है कि फलाने क्षेत्र में आदमखोर पैंथर का मूवमेंट है लेकिन वो समय पर वहां पहुंच ही नही पा रहे है। इसीलिए प्रशासन उनको पाबंद कर सतर्कता से उनसे करवाई करवाकर आदमखोर पैंथर को पकड़ने का काम करे ना कि क्षेत्र में आकर केवल फोटो खींचकर लीपापोती करने का काम करे। ग्रामीणों में भयंकर आक्रोश है कही उनका धैर्य जवाब ना दे जाए। इसीलिए तुरंत आदमखोर पैंथर को पकड़े। और मृतकों के परिजनों को इकावन लाख रुपए का मुआवजा देकर उनके परिवार से एक सदस्य को स्थाई नौकरी देवे।
उदयपुर लोकसभा क्षेत्र से कांग्रेस प्रत्याशी रहे ताराचंद मीणा ने कहा कि आदमखोर पैंथर की तरह राजस्थान की सरकार भी आदमखोर हो गई है। राजस्थान की “पर्ची सरकार” में संवेदनशीलता खत्म हो गई है। यहां लोग आदमखोर पैंथर के हमलों में जान गंवा रहे है और “पर्ची सरकार” और उसका प्रशासन सो रहा है। आज देहात जिला कांग्रेस कमेटी धरने का माध्यम से “पर्ची सरकार” को चेता रही है कि अभी भी समय है जनता के लिए काम करना शुरू कर दे नही तो आने वाले समय में भाजपा का राजस्थान से नामोनिशान खत्म हो जाएगा। श्री मीणा ने प्रशासन से मांग करी कि जल्द से जल्द आदमखोर पैंथर को पकड़े और मृतकों के परिजनों को इकावव लाख रुपए की आर्थिक मदद करावे। साथ ही उनके परिवार के एक सदस्य को स्थाई नौकरी प्रदान करे।
प्रदेश कांग्रेस उपाध्यक्ष एवम झाडोल विधानसभा क्षेत्र से कांग्रेस प्रत्याशी रहे हीरा लाल दरांगी ने भी प्रशासन को खरी खोटी सुनाते हुए कहा कि गरीब आदिवासी के जीवन का महत्व समझे। क्षेत्र की जनता में भयंकर आक्रोश है कही प्रशासन को इसका नुकसान ना हो जाए। इसीलिए जल्द से जल्द हमारी मांगों को पूरा का मृतकों के परिजनों को राहत प्रदान करे।
पूर्व सांसद रघुवीर मीणा ने भी कहा कि आदमखोर पैंथर की तरह केंद्र की सरकार भी नरभक्षी सरकार है। जिस तरह से किसान आंदोलन में केंद्र की सरकार ने सात सौ से अधिक किसानों के प्राणों की आहुति ली वो सभी को पता है। तो भाजपा की राज्य सरकार केंद्र सरकार के इशारों पर चल रही है। इसीलिए राज्य सरकार कोई निर्णय नहीं ले सकती है। लेकिन आज हम इस प्रदर्शन के माध्यम से प्रशासन को चेताना चाहते है कि वो आदमखोर पैंथर को पकड़े और मृतकों के परिजनों को इकावन लाख रुपए की आर्थिक मदद करे।
धरना प्रदर्शन के बाद राज्य सरकार को ज्ञापन भी दिया गया।
धरना प्रदर्शन में उदयपुर देहात जिला कांग्रेस अध्यक्ष कचरू लाल चौधरी, प्रदेश कांग्रेस महासचिव लाल सिंह झाला, उदयपुर लोकसभा क्षेत्र से कांग्रेस प्रत्याशी रहे ताराचंद मीणा, पूर्व सांसद रघुवीर सिंह मीणा, मावली विधायक पुष्कर लाल डांगी, प्रदेश कांग्रेस पूर्व महासचिव डॉ मांगी लाल गरासिया, युवा कांग्रेस पूर्व अध्यक्ष अभिमन्यु सिंह झाला, प्रदेश कांग्रेस उपाध्यक्ष हीरा लाल दरांगी, वल्लभनगर पूर्व विधायक प्रीति गजेंद्र सिंह शक्तावत, उदयपुर शहर जिला कांग्रेस अध्यक्ष फतह सिंह राठौड़, राजस्थान इंटक अध्यक्ष जगदीश राज श्रीमाली, विवेक कटारा, पीसीसी महासचिव पंकज शर्मा, पीसीसी सचिव दिनेश श्रीमाली, गोगुंदा ब्लॉक अध्यक्ष राम सिंह चदाणा, गुलाब सिंह राव, कोटड़ा ब्लॉक अध्यक्ष रायसा राम खेर, पीसीसी सदस्य दरियाव सिंह चुंडावत, सुरेश सुथार, नारायण पालीवाल, लक्ष्मी नारायण पंड्या, डॉ संजीव राजपुरोहित, पार्षद गौरव प्रताप सिंह, हितायतुल्लाह,शंकर चंदेल, गजेंद्र कोठारी, टीटू सुथार, मोती लाल सुथार, गोपाल सिंह चौहान, झाडोल प्रधान राधा देवी परमार, सायरा प्रधान सवा राम गमेती, मथुरेश नागदा, कमल चौधरी, मोड़ सिंह सिसोदिया, पूर्व प्रधान फलासिया सदन देवी, जिला परिषद सदस्य नरपतसिंह चंपावत, नाथुलाल मेघवाल, पूर्व प्रधान तुलसी मेघवाल, हरिसिंह झाला, कालूराम गुर्जर, मंडल अध्यक्ष फतह सिंह झाला, किशनसिंह चदाणा, ओमप्रकाश जोशी, किरण सिंह, लालकृष्ण सोनी, चेनसिंह, टीकाराम गरासिया, चंपाराम गरासिया, प्रहलाद सिंह झाला, चंपाराम गरासिया, रमेश सुथार, विक्रम सिंह, नजमा मेवाफरोश , रतन लाल पूर्बिया, सहित सैंकड़ों पदाधिकारी एवम कांग्रेस कार्यकर्ता उपस्थित रहे।