एसीएस पीएचईडी ने की प्रोजेक्ट्स की प्रगति की समीक्षा- प्रोजेक्ट में अत्यधिक देरी करने वाली फर्मो को 31 दिसम्बर तक का समय

जयपुर, 6 दिसम्बर। अतिरिक्त मुख्य सचिव जन स्वास्थ्य अभियांत्रिकी डॉ. सुबोध अग्रवाल ने परियोजनाओं में लगातार देरी कर रही कॉन्ट्रेक्टर फर्मो के लिए 31 दिसम्बर, 2022 तक विभिन्न परियोजनाओं में अपेक्षित गति लाने की समय सीमा तय करते हुए संबंधित मुख्य अभियंताओं एवं अतिरिक्त मुख्य अभियंताओं को कार्य में लापरवाही बरत रही फर्मो के खिलाफ सख्त कार्रवाई के निर्देश दिए हैं। उन्होंने कहा कि 31 दिसम्बर के बाद भी कार्य की प्रगति सकारात्मक नहीं दिखाई दे तो इन फर्मो को ब्लैक लिस्ट करने के साथ ही प्रोजेक्ट वापस लेकर रि-टेण्डर करने की प्रक्रिया शुरू की जाएगी।
डॉ. अग्रवाल मंगलवार को जल भवन में विभिन्न पेयजल परियोजनाओं एवं जल जीवन मिशन की प्रगति की समीक्षा कर रहे थे। उन्होंने कई वृहद परियोजनाओं की कम प्रगति पर संबंधित फर्मो पर पैनल्टी लगाने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि फील्ड अभियंता परियोजनाओं में हो रही देरी के बारे में रिपोर्ट प्रस्तुत करें। बैठक में कॉन्ट्रेक्टर फर्मो के प्रतिनिधि भी शामिल हुए।
अतिरिक्त मुख्य सचिव ने सबसे कम प्रगति वाली परियोजनाओं पर कार्यरत फर्मो को बैठक में निर्देश दिए कि 31 दिसम्बर तक कार्य में गति लाने का आखिरी मौका दिया जा रहा है और फर्मे अपनी परफोर्मेंस में अपेक्षित सुधार लाएं नहीं तो उनसे प्रोजेक्ट वापस लेने की कार्यवाही प्रारंभ कर दी जाएगी। बैठक में संबंधित प्रोजेक्ट से जुड़े अभियंताओं ने बताया कि अत्यधिक देरी करने वाली फर्मो को नोटिस देकर उन पर पैनल्टी लगाने की कार्रवाई की गई है। इसमें मुख्य रूप से चितौड़गड़ जिले के भैंसरोडगढ़ के 38 गांवों को पानी पहुंचाने की 60.67 करोड़ लागत की परियोजना तथा 58.99 करोड़ रूपए लागत की नावां जलापूर्ति परियोजना पर कार्यरत मैसर्स देवेन्द्र कंस्ट्रक्शन कंपनी, नोखा (बीकानेर) में 158 गांवों की जलापूर्ति की 591 करोड़ लागत की परियोजना पर कार्यरत मै. हिन्दुस्तान कंस्ट्रक्शन एवं ओम इंफ्रा (जॉइंट वेंचर), धौलपुर जिले के डांग क्षेत्र के 94 गांवों को पानी पहुंचाने की सरमथुरा परियोजना पर काम कर रही मै. गुलाबचंद केवलचंद समदडिया (जीसीकेसी), कोटा जिले में 73.62 करोड़ लागत की बोरावास मंडाना जलापूर्ति परियोजना पर कार्यरत मै. जुबेरी इंजीनियरिंग एण्ड कंस्ट्रक्शन प्रा. लि., झुंझुनूं के खेतड़ी में 186.30 करोड़ लागत की आईटीजेएसके परियोजना पर कार्यरत फर्म मै. जीए इंफ्रा, 115.70 करोड़ लागत की बूंगी-राजगढ़ जलापूर्ति परियोजना, चूरू में काम कर रही फर्म मै. विष्णु प्रकाश पुंगलिया, सीकर में 138.80 करोड़ रूपए लागत की रतनगढ़-सुजानगढ़ जलापूर्ति परियोजना पर काम कर रही मै. रीन वाटर टेक एवं मै. पीसी स्नेहल कंस्ट्रक्शन कंपनी (जॉइंट वेंचर) को परियोजना के कार्यो में गति लाने के निर्देश देते हुए 31 दिसम्बर तक प्रगति में सुधार नहीं होने पर सख्त कार्रवाई की चेतावनी दी गई है।
धीमी गति से काम कर रही फर्मो पर लगी पैनल्टी
बैठक में जानकारी दी गई कि अत्यधिक धीमी गति से कार्य करने पर फर्म मै. विष्णु प्रकाश पुंगलिया पर 1.46 करोड़, मैसर्स रीन वाटर टेक एवं मै. पी सी स्नेहल कंस्ट्रक्शन कंपनी (जॉइंट वेंचर) पर 1.88 करोड़, मै. हिन्दुस्तान कंस्ट्रक्शन एवं ओम इंफ्रा (जॉइंट वेंचर) पर 1.43 करोड़, मै. गुलाबचंद केवलचंद समदडिया (जीसीकेसी) पर 1.40 करोड़ रूपए तथा फर्म मै. जीए इंफ्रा पर 35 लाख रूपए की पैनल्टी लगाई गई है। साथ ही, वृहद परियोजनाओं पर काम कर रही सात कॉन्ट्रेक्टर फर्मो को नोटिस जारी कर कार्य की गति बढ़ाने के लिए निर्देशित किया गया है।
इस अवसर पर मुख्य अभियंता (जल जीवन मिशन) श्री आर. के. मीना, मुख्य अभियंता (विशेष परियोजना) श्री दिनेश गोयल, मुख्य अभियंता (तकनीकी) श्री दलीप गौड, मुख्य अभियंता (प्रशासन) श्री राकेश लुहाडिया, मुख्य अभियंता (शहरी एवं गुणवत्ता नियंत्रण) श्री के डी गुप्ता, मुख्य अभियंता-जोधपुर श्री नीरज माथुर सहित पीएचईडी रीजन एवं प्रोजेक्ट्स से जुड़े अतिरिक्त मुख्य अभियंता भी उपस्थित रहे।
By Udaipurviews

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