3 हजार से अधिक दुपहिया वाहन हुए शामिल
उदयपुर। महावीर जैन जागृत की परिषद एवं सकल जैन समाज हिरण मगरी उपनगर क्षेत्र द्वारा श्रमण भगवान महावीर स्वामी का 2624वा जन्म कल्याणक महोत्सव गुरुवार को धूमधाम एवं हर्षाेल्लास से मनाया गया। महोत्सव की शुरुआत गुरुवार को प्रातः 7.30 बजे विद्या निकेतन से भव्य वाहन रैली एवं शोभायात्रा से हुई। डीजे पर बजती भक्ति धुनों के साथ हजारों महिलाएं एवं पुरुष हाथों में जैन ध्वज लिए शोभा यात्रा में नाचते गाते चल रहे थे।

परिषद के कोर कमेटी सदस्य डॉ.हिम्मत लाल वया ने बताया कि इस विशाल एवं भव्य शोभायात्रा का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि शोभा यात्रा का अंतिम छोर विद्या निकेतन प्रांगण के बाहर ही था जबकि उसका पहला छोर हिरण मगरी सेक्टर 4 में पहुंच चुका था। वाहन रैली में 3000 से ज्यादा दुपहिया वाहन शामिल हुए। संपूर्ण शोभा यात्रा के दौरान महावीर के त्रिशला नंदन वीर की जय बोलो महावीर की जैसे जयकारों से पूरा शोभायात्रा मार्ग गूंजायमान रहा।
परिषद के कोर कमेटी सदस्य आर.सी.मेहता एवं सुशील बाठियंा ने बताया कि शोभा यात्रा में शामिल हर श्रद्धालुओं के हाथों में विभिन्न प्रेरणादाई संदेश लिखी तख्तियां थी। शोभा यात्रा में चल रहे श्रद्धालुओं के लिए जगह-जगह शीतल जल की व्यवस्था की गई थी।यात्रा के मार्ग में कई स्वागत द्वार लगाए गए थे। कार्यकर्ता सड़क पर व्यवस्थाएं संभालने में जुटे हुए थे जबकि पुलिस प्रशासन की ओर से कई जवान शोभा यात्रा और सड़क पर ट्रैफिक व्यवस्था को सुगम कर रहे थे। सवेरे से ही चिलचिलाती धूप में तेज गर्मी के बावजूद शोभायात्रा में शामिल समाज जनों का उत्साह चरम पर दिखा। महिला पुरुष युवक युवतियां बच्चे बूढ़े सभी उत्साह के साथ शोभा यात्रा में शामिल हुए। करीब 3 किलोमीटर तक चलने के बाद शोभा यात्रा पुनः विद्या निकेतन प्रांगण में पहुंच सम्पन्न हुई। शोभायात्रा पर राजेश वया, पीयूष पामचा ने पुष्प वर्षा की व ठंडा जल वितरण किया l शोभायात्रा में करीब पांच हजार समाज जैन समाज जन शामिल हुए। विद्या निकेतन प्रांगण में सजे विशाल पंडाल में भव्य सम्मान समारोह का आयोजन हुआ। समारोह में हिरण मगरी उपनगर क्षेत्र में रहने वाले करीब दस हजार जैनांे ने एकता का परिचय देते हुए एक ही प्रांगण में एक ही पंडाल के नीचे महावीर स्वामी का जन्म कल्याण महोत्सव समारोह मनाया। इसके बाद स्वामीवात्सल्य का आयोजन हुआ।
समारोह का प्रारंभ नमस्कार महामंत्र का 5 बार सामूहिक जाप एवं बालिकाओं द्वारा प्रस्तुत मंगलाचरण के साथ ही भगवान महावीर स्वामी की तस्वीर के समक्ष दीप प्रज्वलित किया गया। अतिथियों का मेवाड़ी पगड़ी, माला एवं उपरना पहनाकर स्वागत अभिनंदन किया गया। समारोह में 40 भामाशाहों का अभिनंदन एवं सम्मान किया गया। स्वागत उद्बोधन देते हुए डॉ. हिम्मत वया ने इस आयोजन में सहयोग देने के लिए सभी का आभार व्यक्ति किया। प्रकाश कोठारी ने इस अनूठे आयोजन के लिए बधाइयां दी। राजेंद्र अखावत ने परिषद का संक्षिप्त प्रतिवेदन प्रस्तुत किया। समाजसेवी एवं कांग्रेस के वरिष्ठ नेता दिनेश खोड़निया ने कहा कि जैन समाज की इतनी बड़ी जाजम बिछती है तो लोकतंत्र में हमें अपनी ताकत दिखाने का मौका मिलता है। उन्होंने जैन समाज की एकता पर बल देते हुए कहा कि अगर हम एक रहेंगे तो हर क्षेत्र में हम अपनी छाप छोड़ पाएंगे। उन्होंने कहा कि हमारे जैन समाज के रत्न गुलाबचंद कटारिया आज राज्यपाल के रूप में हमारे समक्ष है, यह हमारे जैन समाज के एकता का ही परिणाम है। हमने एकता नहीं रखी तो हमें यह मानना पड़ेगा कि कटारिया जैन समाज के राज्यपाल के रूप में अंतिम व्यक्ति साबित होंगे। इसलिए हमें इसी तरह हमारी जैन एकता को कायम रखते हुए आगे बढ़ाना है और हर क्षेत्र एवं देश के विकास में हमें योगदान करना है।
समारोह में महावीर जैन जागृति परिषद के डॉ. हिम्मत लाल वया, अरुण कुमार वया, आरसी मेहता, सुशील बाठिया, राजेंद्र अखावत, दिनेश नंदावत, राजेंद्र डागा,आनंदीलाल बंबोरिया एवं हेमंत कुमार पामेचा के सानिध्य में यह संपूर्ण सफल आयोजन हुआ। विभिन्न आयोजनों में महिला मंडल की संयोजक चंचल मांडावत, वंदना बाबेल, संगीता जारोली, उषा मेहता, उषा कुनावत का सहयोग रहा I मुख्य अतिथियों में पूर्व उपमहापौर पारस सिंघवी, समाजसेवी दिनेश खोडानिया, प्रमुख उद्योगपति मांगीलाल लुणावत, ओसवाल महासभा के अध्यक्ष प्रकाश कोठारी, यशवंत आंचलिया, विनोद लसोड, बड़ी सादड़ी चेयरमैन, जतिन गांधी आदि शामिल थे। संचालन आलोक पगारिया ने किया।