13 साल की टीबी से पीड़ित को चिकित्सालय ले जाकर भर्ती करवाया

बाल कल्याण समिति ने लिया संज्ञान
जागरूकता के अभाव में व लगातार खांसी के प्रकोप में टी.बी से संक्रमित होने के खतरे रहते है। इसके लिए राज्य व केंद्र स्वास्थ्य विभाग द्वारा विभिन्न कार्यक्रमों द्वारा जागरूकता लाने का प्रयास किया जाता है एवं ग्रामीण स्तर पर ए.एन.एम, आशा सहयोगिनी के द्वारा भी विशेष रूप से सर्वे किया जाता है। इसके बाद भी टी बी के केस आते है। विधानसभा अध्यक्ष डॉ सीपी जोशी के द्वारा टी.बी की जांच के लिए हाल ही में नाथद्वारा जिला चिकित्सालय में विशेष मशीन लगवाई तथा टी.बी के मरीजों को विशेष सहयोग किया है। उन्होने न्यूट्रीशन व इलाज के साथ ही इस बीमारी के प्रति जागरूक रहने के लिए व शिक्षा के लिए प्रोत्साहित किया है।

इसके बाद भी एक केस देलवाड़ा पंचायत समिति मुख्यालय के वार्ड एक गांव गोडवा में 13 वर्षीय बालिका के विगत कई दिन से संक्रमित होने पर परिवार के द्वारा उदयपुर के निजी चिकित्सालय में भर्ती करवाया। वहा इलाजरत रहने के दौरान फेफड़ों से संक्रमण निकालने के लिए नली लगाई गई। जो एक माह से भी ज्यादा बीत जाने व बालिका के परेशान होने पर सोशल मीडिया पर खबर वायरल होने पर बाल कल्याण समिति राजसमंद के द्वारा संज्ञान लिया गया।

बाल कल्याण समिति अध्यक्ष कोमल पालीवाल ने बताया की नाथद्वारा जिला चिकित्सालय से पी.एम.ओ कैलाश भारद्वारा से बात की गई जिससे गुरुवार को बालिका को एंबुलेंस से लाने की स्वीकृति दिए जाने पर बालिका को देलवाड़ा से नाथद्वारा जिला चिकित्सालय लाया गया जहां क्रिटीकल केयर डॉ. बी.एल जाट तथा शिशु रोग सर्जन डॉ. गुंजन शर्मा के द्वारा जांच कर बालिका को इलाज हेतु भर्ती किया गया।

चिकित्सक डॉ. जाट के द्वारा बताया गया की इंफेक्शन होने से हवा व इंफेक्शन निकालने के बाद ट्îूब को निकाल दिया जाएगा। जिला क्षय विभाग को मामले की जानकारी समिति अध्यक्ष पालीवाल के द्वारा दी गई। उन्होने बताया कि बालिका की उम्र महज 13 साल है तथा वह 8वीं की छात्रा है।

डॉ. सी.पी जोशी के द्वारा बालिका के इलाज व स्वास्थ्य लाभ हेतु कहा जिससे बालिका जल्द से जल्द स्वस्थ हो इसके साथ ही क्षेत्र में सर्वे करा जांच दवा की सुनिश्चितता के निर्देश दिए। जिला क्षय अधिकारी डॉ. हेमंत बिंदल ने टीम के साथ पहुंच सर्वे किया गया व आगामी दिवस भी क्षेत्र के आस पास में सर्वे किया जायेगा जिससे रोगी की पहचान हो व समय पर इलाज मिले ।

इधर मामले की जानकारी मिलने पर गुरुवार सुबह 7 बजे बालिका के गांव बाल कल्याण समिति अध्यक्ष कोमल पालीवाल, चाइल्ड लाइन सदस्य रेखा यादव, आशा सहयोगी ए एन एम, सामाजिक कार्यकर्ता शंभू व अन्य उपस्थित रहे व बालिका के घर पहुंचने पर परिवार के सदस्य द्वारा बीमारी व इलाज के बारे में बताया । बालिका के पिता का पूर्व में देहान्त हो गया तथा माता जिम्मेदारी वहन कर रही है। परिवार  बी पी एल में होने के बाद भी चिरंजीवी का लाभ नहीं मिलने पर जोड़ने की कार्यवाही प्रारंभ की गई तथा अन्य सामाजिक सुरक्षा योजना से जुड़े इस हेतु विशेष प्रयास शुरू किए । चाइल्ड लाइन द्वारा सामाजिक अंकेक्षण रिपोर्ट बनाए जाने की कार्यवाही शुरू की गई व बाल कल्याण समिति के निर्देश पर शुक्रवार प्रातः जागरूकता कार्यक्रम के तहत ओपन हाउस करने का निर्देश दिया गया ।

बालिका व उसके परिवार के चिकित्सालय में आने पर कंबल व टी बी उन्मूलन के टी शर्ट दिए गए व विशेष न्यूट्रीशन प्रारंभ किया गया । टी बी से पीड़ित को विशेष सहायता राशि मिले इसकी कार्यवाही प्रारंभ की गई । बालिका के द्वारा स्वस्थ होने पर अपनी शिक्षा को आगे निरंतर रखने की बात कही गई ।

By Udaipurviews

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