जी 20 शेरपा सम्मेलन में एसडीआरएफ जवानों को मिला जल पुलिस का अनूठा अनुभव

उदयपुर 6 दिसंबर। उदयपुर में आयोजित हो रहे जी-20 शेरपा सम्मेलन में एस.डी.आर.एफ. राजस्थान की रेस्क्यू टीमें देश-विदेश के गणमान्य अतिविशिष्ट व्यक्तियों एवं शेरपाओं के पिछोला झील स्थित होटलों में आयोजित विभिन्न अन्तर्राष्ट्रीय बौद्धिक कार्यक्रमों के दौरान वी.वी.आई.पी. सिक्यूरिटी को ध्यान में रखते हुए आकस्मिक आपदा राहत एवं बचाव कार्या हेतु कम्पनी कमाण्डर राकेश कुमार के नेतृत्व में मुस्तैदी से 8-8 घंटे की तीन-तीन पारियों में डयूटी दे रही है। एस.डी.आर.एफ. की इन रेस्क्यू टीमों को पहली बार इनके सामान्य कार्य आपदा राहत एवं बचाव के साथ-साथ राज्य की जल पुलिस के रूप में भी अभिनव अनुभव हो रहा है।
एस.डी. आर. एफ. डिप्टी कमाण्डेन्ट गणपति महावर (प्रशासन एवं रेस्क्यू ऑपरेशन) के अनुसार प्रत्येक रेस्क्यू टीम में 1 हैड कानि. प्रभारी तथा शेष 8 कानि. गण में 2 बोट चालक, 2 डीप डाईवर (गोताखोर) तथा 4 रेस्क्युअर तैराक जवानों को शामिल किया गया है। रेस्क्यू बोट के अंदर आवश्यक उपकरण जैसे लाईफबॉय, लाईफ जेकेट, हेलमेट, दूरबीन, डीप डाइविंग सेट, वायरलेस सेट, ड्रेगन लाईट तथा रेस्क्यू बोट रिपेयरिंग किट आदि उपकरणों को रखा गया है।
एस.डी.आर.एफ. राजस्थान का गठन देश की एन.डी.आर.एफ. तथा उतराखंड की एस.डी.आर.एफ. बटालियन की तर्ज पर मुख्यमंत्री की बजट घोषणांतर्गत वर्ष 2013 में राजस्थान पुलिस के एक महत्वपूर्ण दक्ष एवं प्रशिक्षित बल के रूप में प्राकृतिक एवं मानव जनित आपदाओं से निपटने हेतु किया गया है। एस.डी.आर.एफ. के जवानों को राजस्थान पुलिस के सामान्य कानि के आधारभूत प्रशिक्षण के अतिरिक्त देश के विभिन्न राष्ट्रीय स्तर के प्रशिक्षण संस्थानों एवं अर्ध सैनिक बलों जैसे आई.टी.बी.पी. सी.आर.पी.एफ. बी.एस.एफ. एवं देश के समुद्रतटीय राज्यों पंश्चिम बंगाल, महाराष्ट्र एवं गुजरात राज्य के द्वारा संचालित विभिन्न प्रशिक्षण संस्थानों से विशिष्ट आपदा राहत एवं बचाव प्रशिक्षण प्रदान कराये जाते है।

By Udaipurviews

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