उदयपुर, 6 दिसम्बर। जिले मेंं आयोजित हो रही जी-20 की बैठकों के दौरान सभी शेरपा मंगलवार देर शाम शिल्पग्राम पहुंचे। सभी शेरपाओं ने शिल्पग्राम की कला संस्कृति का जमकर लुत्फ उठाया। प्रदेश व देश की गौरवशाली नृत्य व संगीत परम्पराओं को प्रदर्शित करती लोक कलाकारों की प्रस्तुतियों को अन्य देशों से पधारे जी-20 शेरपा एकटक निहारते ही रह गए और मिट्टी व अन्य धातुओं से बनी विभिन्न सजावटी कलाकृतियों को देख अभिभूत हुए। इस दौरान ब्राजील के शेरपा ने कच्छी घोड़ी डांस किया वहीं कई अन्य शेरपा ऊंट पर बैठकर शिल्पग्राम का दौरा करते नजर आए। इस दौरान विदेशी अतिथियों ने यहां के लोक कलाकारों के साथ जमकर फोटो भी खिंचवाएं।
मृण शिल्पकारों ने बिखेरी आभा
विदेशी अतिथियों के शिल्पग्राम भ्रमण दौरान कई मृण शिल्पकारों ने अपनी कला का जादू बिखेरा इस दौरान पोकरण से आए शिल्पकार मिश्रीलाल ने परंपरागत चाक पर मिट्टी की कलाकृतियों को बना कर दिखाया वहीं रावलिया कला गोगुंदा के रमेश कुमार ने मोलेला की माटी से महाराणा प्रताप की प्रतिमा को तैयार कर अपने अनूठे कला कौशल को उजागर किया।
शिल्पग्राम में विदेशी अतिथियों के भ्रमण के दौरान पश्चिम क्षेत्र सांस्कृतिक केंद्र की निदेशक श्रीमती किरण सोनी गुप्ता, आईजी प्रफुल्ल कुमार, एसपी विकास शर्मा सहित संबंधित विभागीय अधिकारी मौजूद रहे।
जी-20 की प्रथम शेरपा मीटिंग कार्यक्रम अंतर्गत ‘‘बायर्स-सेलर्स मीट’’ का आयोजन
उदयपुर, 6 दिसंबर। उदयपुर में आयोजित हो रही जी-20 की प्रथम शेरपा बैठक के अंतर्गत जिले से चयनित उत्पादों के निर्यात प्रोत्साहन हेतु बायर्स-सेलर्स मीट का आयोजन मंगलवार को षिल्पग्राम, उदयपुर में किया गया। भारत सरकार द्वारा व्दम क्पेजतपबज व्दम च्तवकनबज योजना के तहत जिले में मार्बल एवं ग्रेनाइट उत्पाद का चयन किया गया है। इसमें उदयपुर मार्बल प्रोसेसर्स समिति एवं उदयपुर मार्बल एसोसिएषन के उद्यमियों द्वारा 25 स्टॉल पर विभिन्न प्रकार के मार्बल एवं ग्रेनाईट स्टोन एवं आर्टिकल्स का प्रदर्षन किया गया है।
जिला उद्योग केन्द्र की महाप्रबंधक मंजु माली ने बताया कि जी-20 कार्यक्रम के सभी शेरपाओं द्वारा प्रमुख मार्बल उद्यमियों से मिलकर मेवाड क्षेत्र से निकलने वाले मार्बल एवं ग्रेनाईट की विषेषताओं एवं मार्बल इनसे बनाए गए कलात्मक आर्टिकल्स एवं निर्यात संबंधी जानकारी ली गई। उन्होंने मार्बल वं ग्रेनाइट स्टोन्स एवं कलात्मक उत्पादों की सराहना की एवं निर्यात की अपार संभावना व्यक्त की। शेरपाओं ने बताया कि उनके देषों में भारत के मार्बल्स, ग्रेनाइटस, मिनरल्स एवं कलात्मक आर्टिकल्स की बहुत ज्यादा मांग है।