उदयपुर, संवाद सूत्र। आदिवासी जिला बांसवाड़ा के कुशलगढ़ में नियुक्त महिला नायब तहसीलदार से उसका बेरोजगार पति शराब के लिए पिछले कई महीनों से मारपीट करता आ रहा था। काफी समझाइश के बाद भी वह नहीं माना तो अंत में पीड़िता ने अपने पति के खिलाफ सोमवार को महिला थाने में मामला दर्ज कराया।
पीड़िता नायब तहसीलदार दीपिका कटारा की दर्ज मामले में बताया गया कि 4 जून 2015 को उसकी शादी बांसवाड़ा जिले के ही कलिंजरा क्षेत्र के आंबा जीबेला गांव के रोहित कुमार खांट से हुई थी। तब दोनों बेरोजगार थे लेकिन उसने तहसीलदार परीक्षा पास कर ली उसकी नियुक्ति बतौर नायब तहसीलदार कुशलगढ़ में हो गई। वह पिछले सात साल से पत्नी धर्म निभा रही थी लेकिन बेरोजगार पति शराब पीने के लिए उस पर हाथ उठाने लगा। यहां तक उसके पति ने पीहर आकर भी उसके साथ मारपीट की।
संतान नहीं होने पर ससुरालजन कर रहे थे प्रताड़ित
पीड़िता ने बताया कि उसकी शादी के 7 साल बीतने के बाद भी उनके कोई बच्चा नहीं हुआ तो ससुराल जन उसे ही प्रताड़ित करने लगे। उस पर अनर्गल आरोप लगाकर अपमानित किया जाने लगा। नौकरी के बाद वह सरकारी क्वार्टर में रहने लगी तो पति और ससुरालजन वहां आकर प्रताड़ित करने लगे। उसने कहा कि वह धमकी दे रहे हैं कि उसके पति की दूसरी जगह शादी करा देंगे। इसके एवज में वह पांच लाख रुपए की मांग भी कर रहे हैं।
जहां नौकरी की, वहीं आकर प्रताड़ित करता रहा पति
पीड़िता ने बताया कि वह नौकरी के लिए राजस्थान के अजमेर, जयपुर ही नहीं, बल्कि गुरुग्राम तथा नागपुर भी रही लेकिन बेरोजगार पति ने वहां भी उसका पीछा नहीं छोड़ा। शराब के लिए पैसों की मांग करता रहा। जब वह इंकार करता तो मारपीट करता। एक बार तो उनके ससुरालजनों के साथ मिलकर पति ने उसके सभी कपड़ों को आग लगा दी और वह अपनी जान बचाकर भागी। लोक—लाज के चलते मामला दर्ज कराने से बचती रही लेकिन जब सिर के उपर से पानी निकलने लगा तो सोमवार को वह महिला थाने पहुंची तथा मामला दर्ज कराया। जांच अधिकारी थानाधिकारी दिलीप सिंह चारण का कहना है इस मामले में आरोपित पति और उसके ससुरालजनों के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया गया है।