आने वाले मेहमान से उसी की भाषा में बात करेंगे ड्राइवर
उदयपुर, संवाद सूत्र। आगामी 4 से 7 दिसम्बर तक उदयपुर में आयोजित होने जा रही जी—20 शेरपा बैठक में अभी दो दिन शेष हैं लेकिन शहर में अभी से किलेबंदी जैसी सुरक्षा व्यवस्था लगा दी है। शहर के चप्पे—चप्पे पर सुरक्षाकर्मी तैनात हैं तथा हर पहलू को बारीकी से टटोला जा रहा है। जहां बैठक आयोजित होगी, शेरपा को खाने की व्यवस्था होगी या अन्य कार्यक्रम आयोजित होंगे, वहां तैनात हर छोटे—बड़े कर्मचारियों की रिकार्ड जांचा जा रहा है ताकि किसी तरह चूक ना हो। इसमें माली से लेकर किचन में काम करने वाले कर्मचारी, वेटर तथा सभी लोग शामिल हैं, जो जी—20 शेरपा बैठक से किसी ना किसी तरह जुड़े हुए हैं। सबसे ज्यादा फोकस सुरक्षा व्यवस्था को लेकर किया जा रहा है।
जी—20 शेरपा बैठक में आने वाले मेहमानों को किसी प्रकार की असुविधा ना हो, इसका विशेष ध्यान दिया जा रहा है। शहर के हर हिस्से में सुरक्षाकर्मी तैनात कर दिए गए हैं। मेहमानों के साथ उसी भाषा के ड्राइवर रखे जाएंगे, जो मेहमान की है। इसके लिए दिल्ली से टैक्सी, कैब और कोच चालक बुलाए गए हैं। तीन सौ से अधिक ड्राइवर्स को अरबी, फ्रेंच और जर्मन भाषा वाले हैं।
लीला पैलेस में वेलकम रिसेप्शन और जगमंदिर में सांस्कृतिक संध्या
जी—20 शेरपा की पहली बैठक दरबार हॉल में होगी। इससे पहले लीला पैलेस होटल में वेलकम रिशेप्शन होगा। बैठक के बाद शाम को पीछोला झील के बीच स्थित ऐतिहासिक जग मंदिर में सांस्कृतिक संध्या का आयोजन होगा। पांच और छह दिसम्बर को शेरपा बैठक के बाद शाम को शिल्पग्राम ले जाया जाएगा। जहां हाथी, कैमल तथा घोड़े की सवारी कराई जाएगी। वहां विशेष शिल्प कला मेला भी रखा गया है, जहां से मेहमान खरीदारी कर सकेंगे।