पीहर पक्ष ने हत्या कर शव फंदे पर लटकाए जाने का आरोप लगाया
उदयपुर, संवाद सूत्र। डूंगरपुर जिले के छैला खेरवाड़ा गांव में सनसनीखेज मामला सामने आया है। जहां एक विवाहित युवती ने अपने मासूम दो बच्चों के साथ आत्महत्य कर ली। उनके शव फंदे पर लटके पाए गए। पीहर पक्ष के पहुंचने के बाद गुरुवार देर शाम उनके शव फंदे से उतारे गए और डूंगरपुर अस्पताल की मोर्चरी में पहुंचाए गए। शुक्रवार को उनका पोस्टमार्टम कराए जाएंगे। पीहर पक्ष ने हत्या को लेकर शंका जताई है, वहीं पुलिस का मानना है कि मां ने पहले बेटों को फांसी पर लटकाया और बाद में खुद ने आत्महत्या कर ली।
मिली जानकारी के अनुसार घटना की जानकारी विवाहिता के पड़ोस में रहने वाली जेठानी कोकिला पत्नी अमृतलाल कटारा को सबसे पहले लगी। देर सुबह तक जब अपनी देवरानी सुमित्रा कटारा (25) पत्नी देवीलाल कटारा से वह मिलने पहुंची तो अदर से दरवाजा बंद मिला। उसने खिड़की से देखा तो उसकी देवरानी ही नहीं, बल्कि उसके पांच वर्षीय बेटे नरेश और चार साल के दीपक के शव फंदे से लटके देखे। यह देख उसे लगा कि उसके पैर से जमीन खिसक गई हो। वह दौड़कर अपने घर गई और उन्होंने परिजनों को इसकी जानकारी दी। कुछ समय बाद बड़ी संख्या में ग्रामीण वहां एकत्रित हो गए। सूचना मिलते ही सदर थाने से पुलिस आई और पीहर पक्ष के आने पर देर शाम उनके शव फंदे से उतारे गए।
सदर थानाधिकारी भवानी सिंह ने बताया कि घटना के लगभग दस दिन पहले ही सुमित्रा कटारा का पति देवीलाल कटारा मजदूरी के लिए उदयपुर गया था और वहीं था। पत्नी और बच्चे घर पर अकेले थे। विवाहिता और बच्चों के सुसाइड के बाद पीहर पक्ष को सूचना दी गई, लेकिन वह देर शाम को आए। इस दौरान महिलाएं घर के बाहर बैठी रहीं। पीहर पक्ष की मौजूदगी में घर का दरवाजा खोला गया। विवाहिता के पति को भी बुलाया गया जो उस समय केसरियाजी में मजदूरी कर रहा था।
पीहर पक्ष ने घटना को लेकर शंका जताई
थानाधिकारी भवानी सिंह ने बताया कि पीहर पक्ष ने घटना को लेकर शक जताया है और उन्होंने हत्या कर शव फंदे पर लटकाए जाने का आरोप लगाया है। हालांकि पुलिस की प्रारंभिक जांच में मामला आत्महत्या का प्रतीत होता है। दोनों ही विषयों को लेकर जांच जारी है। मौके पर पुलिस उप अधीक्षक राकेश कुमार शर्मा भी घटनास्थल पर पहुंचे। उन्होंने इस मामले में निष्पक्ष जांच का आश्वासन पीहर और ससुरालजनों को दिया है।