भारत के किसी चिड़ियाघर में पहली बार जन्मे ग्रीन मुनिया चिड़िया के बच्चे

उदयपुर के बर्ड पार्क में ग्रीन मुनिया ने चार बच्चों को दिया जन्म

उदयपुर, संवाद सूत्र। यहां गुलाबबाग बर्ड पार्क चिडियाघर में ग्रीन मुनिया ने चार बच्चों को जन्म दिया है। बर्ड पार्क के वैज्ञानिकों का दावा है कि अभी तक भारत के किसी चिड़ियाघर में ग्रीन मुडिया चिड़िया ने बच्चों को जन्म दिया है। इसके पीछे जो कारण बताया जा रहा है कि उनमें से एक यह भी है कि ज्यादातर चिड़ियाघर में बड़े पक्षी ही रखे जाना पसंद किए जाते रहे हैं। दस सेन्टीमीटर आकार की इस चिड़िया को कोई नहीं रखता। जो इंटरनेशनल यूनियन फोर कंजर्वेशन ऑफ नेचर की रेड लिस्ट में शामिल है आर उसके अस्तित्व को बचाने के लिए चिड़ियाघर में इस तरह ब्रीडिंग को बड़ा कदम बताया जा रहा है।
बॉम्बे नेचुरल हिस्ट्री सोसायटी के वैज्ञानिक डॉ. रजत भार्गव ने बुधवार को उदयपुर के गुलाबबाग स्थित बर्ड पार्क में आयोजित पत्रकार वार्ता में इसकी जानकारी शेयर की। उन्होंने बताया कि ग्रीन मुनिया चिड़िया ने जब 4 अंडे दिए, तब किसी को पता नहीं था लेकिन जब बच्चे अंडे से बाहर निकले तो कर्मचारियों को इसका पता लगा।
यहां एक और खास बात देखने को मिली। इससे पहले यहां इन चिड़िया के लिए आर्टीफिशियल घोसला बनाया गया था लेकिन अंडे देने वाली चिड़िया ने खुद घोसला बनाया।डॉ. भार्गव ने बताया कि ग्रीन मुनिया के नवाजात बच्चों को दो माह तक आईसीयू जैसी स्थिति की तरह देखभाल करनी होगी। रात में ठंड नहीं लगे इसलिए उसके विशाल पिंजरे को चारों तरफ प्लास्टिक लगाकर ढंका गया है। तापमान मेंटेंन रखने के साथ भोजन का पूरा ध्यान रख रहे हैं।
उदयपुर बर्ड पार्क के लिए लाए गए थे चार जोड़े
बताया गया कि उदयपुर बर्ड पार्क में ग्रीन मुनिया चिड़िया के 4 जोड़े ला गए थे। इनमें से माउट आबू से एक जोड़ा तीन साल पहे जबकि एक अन्य जोड़ा इसी साल गोगुंदा के जंगलों से लाए थे। ये बच्चे माउंट आबू से लाए गए जोड़े ने दिए हैं। ऐसे में अब इनकी संख्या 4 से बढ़कर 8 हो गई है।
दस सेन्टीमीटर से छोटी होती है ग्रीन मुनिया
डॉ. भार्गव ने बताया कि ग्रीन मुनिया पक्षी 10सेमी छोटा होता है। इसकी उम्र 7 से 8 साल होती है। भोजन में यह कंगनी व ग्रास शीड्स खाते हैं। यह प्रजाति माउंट आबू के जंगलों में सबसे ज्यादा है।

By Udaipurviews

Related Posts

error: Content is protected !!