उदयपुर। देश की प्रमुख समाज सेवी और पीड़ित मानवता को संबल प्रदान करने के क्षेत्र में कार्यरत नारायण सेवा संस्थान उदयपुर द्वारा विश्व व्हीलचेयर स्पर्धा का शुभारंभ उदयपुर में किया गया। कार्यक्रम में बतौर विशिष्ट अतिथि पूर्व सभापति नगर परिषद डूंगरपुर, स्वच्छ भारत मिशन ग्रामीण के तहत राष्ट्रीय योजना स्वीकृति समिति के गैर सरकारी सदस्य और उदयपुर संभाग के प्रमुख उद्योगपति श्री के के गुप्ता सम्मिलित रहे। सर्वप्रथम नारायण सेवा संस्थान के संस्थापक पद्मश्री कैलाश अग्रवाल मानव द्वारा श्री गुप्ता का स्वागत अभिनंदन किया गया।
कार्यक्रम में अपने उद्बोधन में श्री गुप्ता ने कहा कि वैश्विक महामारी कोरोना से पूरा विश्व रुक गया था और हर एक देश इस बीमारी की चपेट में आ गया था। हमारे देश सहित राजस्थान का कोई भी जिला भी इस बीमारी के प्रकोप से अछूता नहीं था और लॉकडाउन वर्ष 2020 तथा राज्य सरकार के वर्ष 2021 के जन अनुशासन लॉकडाउन के समय हर एक सरकारी तंत्र इस बीमारी के उपचार सहित आमजन को कैसे बचाया जाए इस मुहिम में जुटा हुआ था। ऐसी संकटकलीन परिस्थितियों में वर्ष 2020 में उनका सभापति का कार्यकाल जारी था। उस समय नगर परिषद का एक ही लक्ष्य था कि किस प्रकार डूंगरपुर नगर सहित जिले को इस कोरोना महामारी से बचाया जाए और पीड़ित लोगों को उत्कृष्ट सुविधाओं का प्रबंध किया जाए।
उन्होंने कहा कि नगर परिषद द्वारा तत्काल व्यवस्था करते हुए सबसे पहले फरवरी-मार्च 2020 में राजस्थान रोडवेज की बसों को सैनिटाइज करने का कार्य नगर परिषद द्वारा किया गया। जिससे बस में यात्रा करने वाले यात्री इस बीमारी से बचे रह सके और कोरोना के कीटाणु का फैलाव भी नहीं हो। इसके पश्चात जब देश के माननीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा राष्ट्रीय लोक डाउन की घोषणा की गई तब सबसे पहले नगर प्रवेश की सीमाओं पर चाक-चौबंद व्यवस्था बनाते हुए नगर परिषद द्वारा घर-घर सर्वे कार्य करते हुए प्रत्येक घर मैं रहने वाले व्यक्ति का डेटाबेस बनाकर उसके बीमारियों सहित उसके कहां से आने और घर में निवासरत सभी व्यक्तियों का तापमान जांचने का कार्य नर्सिंग कर्मियों के सहयोग से प्रारंभ किया गया। नगर के कई निवासियों के बीमारियों का उपचार अन्य बड़े शहरों उदयपुर हिम्मतनगर अहमदाबाद में चलता था और उन्हें उनकी नियमित दवाइयों के लिए लाचार नहीं होना पड़े इसके लिए भी नगर परिषद द्वारा व्यवस्था करते हुए दवाइयों के उचित प्रबंध किए गए। शहर के प्रत्येक वार्ड के प्रत्येक गली के प्रत्येक मकान में सैनिटाइजर करने का कार्य नगर परिषद द्वारा युद्ध स्तर पर किया गया और किसी घर में कोरोना मरीज पाया गया वहां पर चिकित्सा विभाग से सूची प्राप्त कर प्राथमिकता के साथ सैनिटाइज सहित उस घर के अन्य निवासियों की भी स्वास्थ्य जांच की गई। नगर परिषद द्वारा जरूरतमंद परिवारों को भोजन के पैकेट बांटे गए और कोई भूखा नहीं सोए के संकल्प के साथ नगर परिषद ने अपना धर्म निभाया।
श्री गुप्ता ने नारायण सेवा संस्थान द्वारा पीड़ित मानवता के लिए किए जा रहे अनुकरणीय कार्यों के संबंध मे कहा कि संस्थान के प्रशांत अग्रवाल एवं उनकी धर्मपत्नी वंदना अग्रवाल द्वारा जो सेवा का कार्य किया जा रहा है। उसकी जितनी सराहना की जाए उतनी कम है। आज नारायण सेवा संस्थान में लाखों लोगों द्वारा इस संस्था से स्वस्थ होकर जो लाभ प्राप्त किया है। वह कोई साधारण लाभ नहीं है और मैं यह कह सकता हूं कि वह लाभ ईश्वर के अवतार के रूप में नारायण सेवा संस्थान के द्वारा लिया गया है और उसे लाभ के कारण आज अपने सुख में जीवन व्यतीत कर रहे हैं। जब भी राजस्थान की सेवा का इतिहास लिखा जाएगा तो सबसे ऊपर स्वर्ण अक्षरों में नारायण सेवा संस्थान का नाम सेवा के नाम से लिखा जाएगा। मैं इस संस्था से जुड़े हुए हर व्यक्ति को बहुत-बहुत बधाइयां और शुभकामनाएं देता हूं तथा ईश्वर से कामना करता हूं यह कि नारायण सेवा संस्थान दिन दुगना रात चौगुना उन्नति और विकास करें तथा हर तरह के सामाजिक और धार्मिक कार्य करवाने इसी तरह से अपनी भागीदारी निभाएं।