मरीज की जान बचाने के लिए एक किलोमीटर तक परिजनों ने एम्बुलेंस को दिया धक्का, दूसरी एम्बुलेंस आने में लगे चालीस मिनट
उदयपुर, संवाद सूत्र। बांसवाड़ा जिले में दिल दहलाने वाली घटना सामने आई है। जिसमें एक मरीज को लेकर जा रही एम्बुलेंस का बीच सड़क पर डीजल बीत गया। मरीज की परिजनों ने एक किलोमीटर तक एम्बुलेंस को धक्का दिया लेकिन मरीज को बचाया नहीं जा सका। बीच राह में ही मरीज ने तड़पते हुए दम तोड़ दिया। दूसरी एम्बुलेंस तत्काल बुलाई गई लेकिन उसे पहुंचने में 40 मिनट लग गए।
घटना बांसवाड़ा जिले के दानापुर का है। यह घटना गुरुवार की है लेकिन जब इसका वीडियो वायरल हुआ तब घटना का खुलासा हुआ। अब चिकित्सा महकमा एम्बुलेंस का ठेका लेने वाली कंपनी के खिलाफ कार्रवाई की बात कह रहा है। बताया गा कि एम्बुलेंस में प्रतापगढ़ जिले के सूरजपुरा निवासी तेजिया गणावा (40) को लाया जा रहा था। जो अपनी बेटी के ससुराल भानुपरा (बांसवाड़ा) आए थे। जहां तेजपाल की खेत में अचानक गिरने से तबियत खराब हो गई थी। पिता की तबियत खराब होने क जानकारी बेटी ने अपने पति मुकेश मइडा को दी थी। जिस पर उसने एम्बुलेंस 108 पर सूचना दी थी। इस बीच बेटी अपने पिता को लेकर तेजपुर के प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र पर ले गई,जहां ईसीजी मशीन नहीं होने पर उन्हें छोटी सरवन के सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र पर भेजा। इस बीच मुकेश मइडा जो बांसवाड़ा में किराए का कमरा लेकर रीट की तैयारी कर रहा था वह बाइक से गांव आया और उसने अपने ससुर को सीधे जिला अस्पताल ले जाने की तैयारी की। सूचना से सवा घंटे देरी से पहुंची एम्बुलेंस से पिता को जिला अस्पताल ले जाया जा रहा था कि रतलाम रोड पर टोल के आगे पहुंचते ही एम्बुलेंस का डीजल खत्म हो गया। एम्बुलेंस के पायलट ने पांच सौ रुपए देकर मरीज के रिश्तेदार को डीजल लेने भेजा लेकिन डीजल लेकर आने में समय लग गया। इस बीच मरीज के परिजन एम्बुलेंस को एक किलोमीटर तक धक्का लेकर चलाते रहे। जब वह थककर चूर हो गए तो उन्होंने एम्बुलेंस चालक काके दूसरी एंबुलेंस मंगाने की गुहार की। तब एंबुलेंस चालक ने दूसरे चालक को फोन कर दूसरी एंबुलेंस बुलाई लेकिन उसे आने में चालीस मिनट लग गए और मरीज ने तड़पते हुए दम तोड़ दिया। हालांकि मरीज को जिला अस्पताल ले जाया गया लेकिन चिकित्सकों मरीज को मृत घोषित कर दिया।
इनका कहना है
यह घटना बेहद ही दर्दनाक है। लापरवाही की चलते एक व्यक्ति की मौत हुई है। ये माफी योग्य नहीं है। इमरजेंसी जैसी सेवा में लापरवाही बर्दाश्त नहीं होगी। इस मामले में ठेका कंपनी के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। — डॉ. एचएल ताबियार, जिला मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी, बांसवाड़ा