दो दिवसीय दौत्रीय अनुसंधान एवं प्रसार सलाहकार समिति की बैठक का उद्घाटन

उदयपुर। कृषि अनुसंधान केन्द्र, बाँसवाड़ा पर खरीफ-2025 हेतु दो दिवसीय 08-09 अप्रैल 2025 क्षेत्रिय अनुसंधान एवं प्रसार सलाहकार समिति की बैठक का उ‌द्घाटन 08 अप्रैल 2025 को मुख्य अतिथी डॉ. अरविंद वर्मा, निदेशक अनुसंधान, मप्रकृपौविवि, उदयपुर द्वारा किया गया। इस बैठक की अध्यक्षता संभागीय निदेशक अनुसंधान, डॉ. हरगिलास ने की। डॉ. हरगिलास ने इस बैठक में केन्द्र की गतिविधियों एवं अनुसंधान कार्यों से सदन को अवगत कराते हुए मौसम की गतिविधियों पर प्रकाश डाला। विगत खरीफ-2024 में हुये अनुसंधान एवं कृषि समस्याओं को ध्यान में रखते हुए आगामी खरीफ मे अनुसंधान एवं विस्तार की कार्यकारणी बनाने हेतु सभी विभागों के सहयोग का आव्हान किया।

इसी अवसर पर डॉ. अरविन्द वर्मा, निदेशक अनुसंधान, मप्रकृपौविवि, उदयपुर ने केन्द्र पर हुए कृषि अनुसंधान कार्यों की समीक्षा की तथा किसानों की समस्यों के निवारण पर बल दिया। डॉ. वर्मा ने अपने उद्बोधन में बांसवाड़ा संभाग में बीज निगम एवं कृषि प्रसार के अधिकारीयों को निर्देष दिये, कि बीज उत्पादन लेने के लिए विश्वविधालय से विकसित किस्मों के जनक बीजों की इन्डेट विश्वविधालय को समय से पूर्व दे, जिससे प्रजनन बीज सम्पूर्ण मात्रा में समय पर उपलब्ध कराये जा सके। डॉ. वर्मा ने प्राकृतिक खेती एवं गेहूँ की परारी जलाने एवं अन्य प्रदुषणों से वायुमण्डल के तापमान में वृद्धि हो रही है। इसे रोकने पर बल दिया और बताया की इस वर्ष फरवरी में ही एक बार तापमान 39° सेल्सीयस पहुँच गया था और अब अप्रैल के प्रथम सप्ताह में ही 40° सेल्सीयस को पार कर रहा है इसलिए हमे वायुमण्डल को बचाना होगा।

बैठक में श्री एन. एस. राठोड़, सयुंक्त निदेशक, कृषि विभाग, उदयपुर ने भी कृषि संभाग चतुर्थ-ब के सभी कृषि अधिकारीयों के साथ भाग लेकर विभाग की कृषि आधारित उपलब्धियों का उल्लेख करते हुए आगामी रबी मौसम हेतु विभाग के प्रस्तावित कार्यक्रम एवं लक्ष्यों का ब्यौरा दिया।

इस बैठक के दौरान निदेशक अनुसंधान ने विभिन्न वैज्ञानिकों के साथ कृषि अनुसंधान केंद्र, बोरवट, बांसवाड़ा के प्रायोगिक क्षेत्रों का दौरा किया और निदेशक अनुसंधान डॉ अरविंद वर्मा जी ने वैज्ञानिकों द्वारा किए गए शोध कार्यों की सराहना की।

इस बैठक के दौरान कृषि अनुसंधान केन्द्र, बोरवट, बांसवाड़ा तथा विश्वविद्यालयों के कृषि विज्ञान केन्द्र, बांसवाड़ा, प्रतापगढ़ एवं डूंगरपुर के विभिन्न वैज्ञानिकों तथा कृषि विभाग के अन्य अधिकारियों ने पावरपॉइंट के माध्यम से अपनी वार्षिक गतिविधियों की प्रस्तुति दी।

दो दिवसीय बैठक में कृषि अनुसंधान केन्द्र के वैज्ञानिक डॉ. हरगिलास ने मक्का की फसल में नेनो यूरिया व मक्का-गेहूँ तथा सोयाबीन-मक्का फसल पद्धति में पोषक संरक्षण के अनुसंधान परिणामों की प्रस्तुति दी।

संभागीय निदेशक अनुसंधान, डॉ. हरगिलास ने इस बैठक में प्रयोगों के परिणामों के आधार पर सर्वसहमति से प्रायोगिक सिफारिशों को कृषि कार्यमाला में सम्मिलित किया। इस बैठक में संभाग के 46 कृषि वैज्ञानिकों एवं कृषि अधिकारियो ने भाग लिया। डॉ. आर. के. कल्याण, सह आचार्य (कीट विज्ञान) एवं डॉ. पीयूष चौधरी, रिचर्स एसोसिएट्स (GKMS) ने कार्यक्रम का संचालन किया।

By Udaipurviews

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