खेरवाड़ा, जनजाति सुरक्षा मंच की एक दिवसीय कार्यशाला हरि ओम जनजाति छात्रावास खेरवाड़ा में संपन्न हुई। इस कार्यशाला के शुभारंभ में अतिथियों द्वारा भारत माता एवं वागड़ के संत सती सुरमाल दास के समक्ष दीप प्रज्वलन किया गया। जनजाति सुरक्षा मंच के जिला संयोजक शंकर लाल डामोर के द्वारा खेरवाड़ा जिले की जनजाति सुरक्षा मंच की संगठनात्मक एवं जनजाति सुरक्षा मंच द्वारा संपन्न हुए कार्यक्रमों की समीक्षा की गई।
जनजाति सुरक्षा मंच के प्रदेश संयोजक लालुराम कटारा ने बताया कि आजादी के 75 वर्ष से जनजाति समाज के साथ हो रहे अन्याय को लेकर के जनजाति सुरक्षा मंच संघर्षरत है,जनजाति सुरक्षा मंच के द्वारा डीलिस्टिंग कानून बनाने हेतु राष्ट्रव्यापी हस्ताक्षर अभियान चलाया जिसमें 28 लाख लोगों ने समर्थन मिला। 2020 में डॉक्टर कार्तिक उराव जन्मदिन के शुभ अवसर पर 288 जिलों में जिला कलेक्टर को राष्ट्रपति एवं प्रधानमंत्री के नाम से ज्ञापन दिया, 14 राज्यों के राज्यपालों को भी अवगत कराया 2021 से जनजाति सुरक्षा मंच राजस्थान में गठन कर संगठनात्मक रचना बनाई एवं ग्राम संपर्क अभियान के तहत 5527 गावो में संपर्क किया। डीलिस्टिंग कानून जल्द बने इस हेतु प्रधानमंत्री को पोस्टकार्ड लिखने के अभियान के तहत पूरे देश भर से 5 लाख से अधिक पोस्टकार्ड लिखे जा चुके हैं। इस विषय को लेकर आने वाले दिनों में पूरे देश की 700 से अधिक जनजातियों के प्रतिनिधि जनजाति रैली दिल्ली में संपन्न होने वाली है।
जनजाति सुरक्षा मंच के जिला स्वरक्षक प्रांतीय टोली के सदस्य पूर्व विधायक नानालाल अहारी ने बताया कि वर्तमान में कुछ षड्यंत्रकारी तत्व जनजाति समाज को तोड़ने का कार्य कर रहे हैं इनसे सावधान रहने की जरूरत बताई। कार्यशाला में ऋषभदेव, खेरवाड़ा, नयागांव क्षेत्र से काफी संख्या में जनजाति प्रतिनिधि की उपस्थिति रही। आने वाले दिनों में ब्लॉक स्तर पर कार्यशाला एवं पंचायत स्तर पर डीलिस्टिंग प्रस्ताव पारित करने पर चर्चा कर निर्णय लिया। साथ ही दिल्ली में होने वाली रैली में परंपरागत नृत्य के साथ तैयारी करके जाने का आग्रह किया। कार्यक्रम का संचालन जनजाति सुरक्षा मंच के सदस्य बलदेव दंरगा ने किया और अंत में वागडी ऐतिहासिक गीत धर्मांतरित लोगों को बाहर करने के लिए बुरीया चले जाजे तारे वाले देश के साथ कार्यक्रम का समापन हुआ।