उदयपुर 9 फरवरी। बाल वैज्ञानिकों के मौलिक विचारों की रचनात्मकता और नवीन सोच की संस्कृति को बढ़ावा देने के उद्देश्य को प्राप्त करने के लिए आयोजित तीन दिवसीय जिला स्तरीय इंस्पायर अवार्ड मानक प्रदर्शनी
डीएलईपीसी 2023-24 उदयपुर के बाल शिक्षा सदन उच्च माध्यमिक विद्यालय में आज संपन्न हुई। प्रतियोगिता में कुल 204 बाल वैज्ञानिकों ने अपने-अपने विभिन्न नवाचार प्रस्तुत करते हुए 204 मॉडल प्रस्तुत किए जिसमे से
जिला स्तरीय इंस्पायर मानक प्रदर्शनी एवं प्रतियोगिता की जूरी मुकेश पारख, मनोज कुमार पाठक, गरिमा चौधरी व पारुल सिंह द्वारा सभी मॉडलों जांच के बाद विभिन्न मापदंडों पर दिए गए दिए गए समेकित अंको के आधार पर 204 मॉडलों में से 20 सर्वश्रेष्ठ मॉडल का चयन राज्य स्तर के लिए किया गया।
जूरी के अनुसार बिना विषय को बदले सभी 20 विद्यार्थी अपने-अपने मॉडल को अपडेट करते हुए आगामी दिनों में राज्य स्तर पर आयोजित इंस्पायर अवार्ड मानक प्रदर्शनी में अपना प्रदर्शन करेंगे।
तीन दिवसीय इंस्पायर अवार्ड प्रदर्शनी के समापन समारोह की अध्यक्षता जिला शिक्षा अधिकारी माध्यमिक मुख्यालय डॉक्टर लोकेश भारती ने की । मुख्य अतिथि दिल्ली से नियुक्त जूरी गरिमा चौधरी थी। अपने उद्बोधन में जिला शिक्षा अधिकारी माध्यमिक शिक्षा लोकेश भारती ने कहा कि आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के जमाने में हमें रिसर्च एवं नवाचार के क्षेत्र में बहुत सजग रहना है, क्योंकि जब-जब भी कोई नई शोध होती है तो उस पर सबसे पहले शैतान अपना अधिकार जमा कर उसका दुरुपयोग करने की कोशिश में लग जाता है । देश की विज्ञान से क्या अपेक्षाएं हैं इसके साथ-साथ ही मानवता की विज्ञान से क्या अपेक्षाएं हैं इस पर भी ध्यान केंद्रित करने की आवश्यकता है। दो पीढ़ियों के बीच में तालमेल बैठाना है तो हमें तार्किकता पर काम करना होगा न की भावना पर । कोई भी निर्णय तर्क की कसौटी पर खडा उतरने के बाद ही लिया जाना उचित रहता है। तब जाकर जेनरेशन गैप से आने वाली समस्याएं समाप्त होगी। बाल शिक्षा सदन की प्रधानाचार्य मीना भारती ने सभी अतिथियों का स्वागत अभिनंदन स्वागत भाषण से किया।
समारोह की मुख्य अतिथि एवं जूरी गरिमा चौधरी ने बताया की इंस्पायर अवार्ड के राज्य स्तर पर चयनित बाल वैज्ञानिकों की सूची एवम उनके द्वारा बनाए गए मॉडल के नाम इस प्रकार है-
कुशल मेनारिया- रेडिएशन कंट्रोल सिस्टम यूटिलाइजिंग काऊ डंग एन इन्नोवेटिव एप्रोच फॉर मिटिगेटिंग बॉर्डर एरिया हजार्डस, अंजलि प्रजापत- होममेड टच स्क्रीन स्मार्ट पेन, अविरल पालीवाल -सेंसर बैग विथ स्मार्ट वॉच, चंदा कुमारी प्रजापत- वाटर एंड इलेक्ट्रिसिटी सेविंग सिस्टम इन कूलर, चंद्रशेखर कीर- टू मेक इलेक्ट्रिकल मशीन फॉर क्लीनिंग यूरिनल ओर टॉयलेट्स, चुन सिंह- व्हीकल विद पिन नंबर, दिनेश कुमार डांगी -बिल्ड सर्किट टू डिटेक्ट राइट प्रोड्यूस, दिशा चुंडावत – ब्रिज सेफ्टी प्रोजेक्ट फ्रॉम बजर साउंड, गर्वित सुथार -स्मार्ट रोड सेफ्टी माड्यूल, गुलाब सिंह- बाढ़ के पानी से विद्युत उत्पादन , हितेश कुमार तावड़- इंसेकट किलिंग केप ऑन डस्टबिन, कोशिका चौधरी- इलेक्ट्रॉनिक मॉप फॉर लेस हार्ड वर्क,रुद्राक्ष माथुर -पोस्टर करेक्शन शोल्डर बेल्ट, रेखा डांगी- ट्रैकिंग डिवाइस फॉर की, प्रखर चौबीसा- हेल्पिंग डिवाइस फॉर फिजिकल चौलेंज, समृद्धि कावड़िया- अबसोरबैंट ग्रीन ब्रिक्स, शौर्य चौधरी -आई ऑन शू फॉर ब्लाइंड, सुनिधि जोशी- स्मार्ट टॉयलेट फॉर ब्लाइंड पीपल, तनु कुमार- मिल्क प्रिजर्वेशन सेवन टू टेन डेज लो कॉस्ट मशीन । इंस्पायर अवार्ड प्रभारी प्रत्यूष जैन चिराग आमेटा के अनुसार विद्यालय उद्यम एसोसिएशन के कैलाश रावल के निर्देशन में विद्यालय उद्यान संस्थान द्वारा हैकथॉन- 2025 का आयोजन किया गया। जिसमे शहर के निजी एवं राजकीय विद्यालयों के 60 छात्रों ने भाग लियाद्य छात्रों को विभिन्न विषयों पर वैज्ञानिक नवाचार करने के लिए रैपिड प्रोटोटाइपिंग कराई गई। छात्रों ने वैश्विक तापमान वृद्धि, सड़क दुर्घटना एवं दिव्यांग जनों के लिए विभिन्न वैज्ञानिक नवाचार बनाये। रावल ने बताया कि यह हेक्थोन 6 घंटों तक चला जिसने विद्यार्थियों ने तीन चरणों में प्रोटोटाइप का निर्माण किया। पहले चरण में बच्चों ने समस्या कथन को परिभाषित किया। दूसरे चरण में टीम के साथ मंथन किया और आईडिया को परिभाषित किया वाम तीसरे चरण में छात्रों ने सामग्री के माध्यम से अपने समाधान को मूर्त रूप दिया।
हेकाथन में नेताजी सुभाष चंद्र बोस उच्च प्राथमिक विद्यालय लियोन का गुड़ा प्रथम स्थान पर रहा जिसे स्मृति चिन्ह के साथ 3100 रुपए, सीडलिंग मॉडर्न पब्लिक स्कूल को दूसरे स्थान पर रहने पर 2100 रूपए मिरिंडा सीनियर सेकेंडरी स्कूल को तीसरे स्थान पर रहने पर 1100रूपए, एमजीजीएस धानमंडी को चौथे स्थान पर रहने पर 500 रूपए एवं सेंट एंथोनी सीनियर सेकेंडरी स्कूल को पांचवें स्थान के लिए 500 रूपए का नगद पुरस्कार प्रदान किया गया।
विद्यालय उद्यम एसोसिएशन के कैलाश रावल ने अपने उद्बोधन में कहां की सरकारी विद्यालय में भी नवाचार को सामने लाने की कोशिश की जा रही है आने वाले दिनों में विज्ञान समिति में नए मॉडल विभिन्न श्रेणियां में जैसे कृषि महिला सुरक्षा निर्माण श्रमिक सुरक्षा ऊर्जा संरक्षण विकलांग आदि 10 विषयों परआमंत्रित किए जाएंगे जो यूट्यूब से कॉपी पेस्ट नहीं हो, यूनिक विषय से संबंधित हो, व्यवहारिक जीवन में उपयोगी हो। प्रथम 10 स्थान पर आने वाले बाल वैज्ञानिकों को संस्था द्वारा तीन चरण में कल 40,000 रूपए की राशि प्रोत्साहन स्वरूप दी जाएगी। सर्व प्रथम नवाचार का चयन होने पर 10000 रूपए, मॉडल बनाने हेतु 15000 रूपए, मॉडल मार्केट रेडी होने पर 15000 रूपए इस प्रकार कुल 40000 रूपए दिए जाएंगे। इंस्पायर अवार्ड में सराहनीय सेवाओं के लिए समापन समारोह में प्रधानाध्यापक, अध्यापक ,शारीरिक शिक्षक एवं जूरी को स्मृति चिन्ह भेंट करके सम्मानित किया गया।
20 सर्वश्रेष्ठ बाल वैज्ञानिक एवं उनके मॉडल राज्य स्तर के लिए चयनित हेकाथोन प्रतियोगिता में प्रथम पांच स्थान पर रहे बाल वैज्ञानिकों को नगद पुरस्कार से पुरस्कृत किया
