डिजिटल इंडिया कार्यक्रम के अंतर्गत महाविद्यालय के विद्यार्थियों को 

डिजिटल और साइबर जागरूकता का प्रशिक्षण दिया गया 
प्रतापगढ़,29 जनवरी। डिजिटल इंडिया कार्यक्रम के अंतर्गत जिला कलक्टर डॉ.अंजलि राजोरिया के मार्गदर्शन व नेतृत्व में एन.आई.सी. जिला केंद्र द्वारा प्रतापगढ़ जिले में डिजिटल जागरूकता अभियान के तहत राजकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय, प्रतापगढ़ एवं महिला शिक्षक प्रशिक्षण महाविद्यालय, बगवास में सड़क सुरक्षा माह के दौरान आयोजित कार्यशाला के साथ-साथ “डिजिटल सशक्तिकरण एवं साइबर जागरूकता” कार्यक्रम पर भी प्रशिक्षण सत्र का आयोजन कर सभी विद्यार्थियों को डिजिटली जागरुक किया गया| साथ ही बताया कि साइबर क्राइम से सावधान रहना ही साइबर जागरूकता है|
डिजिटल दुनिया के वर्तमान परिदृश्य में, दुनिया के साथ-साथ भारत में भी डिजिटल उपकरणों व डिजिटल सेवाओं का प्रयोग लोगों की दिनचर्या और दैनिक गतिविधियों में बहुत तेजी से बढ़ रहा है| जिसके लिए आम नागरिकों के बीच डिजिटल जागरूकता और ज्ञान का होना बहुत ही आवश्यक है। इस हेतु भारत सरकार द्वारा डिजिटल इंडिया कार्यक्रम शुरू किया गया है, जिसका उद्देश्य भारत में समाज को डिजिटल रूप से सशक्त करना और जागरूकता लाना है। तथा साथ ही सरकार भी सभी प्रकार की नागरिक सेवाओं के लिए डिजिटल प्लेटफॉर्म प्रदान कर पेपरलेस गवर्नेंस की ओर कदम बढ़ा रही है।
एन.आई.सी. के जिला सूचना-विज्ञान अधिकारी कमल नयन पांडिया ने बताया कि इस डिजिटल जागरूकता अभियान के तहत विद्यार्थियों को सरकार द्वारा नागरिक सेवाओं के लिए चलाये जा रहे कुछ महत्त्वपूर्ण डिजिटल प्लेटफॉर्म्स जैसे डिजिलॉकर, इलेक्शन वोटर हेल्पलाइन, ई-ट्रांसपोर्ट ड्राइविंग लाइसेंस, जन्म-मृत्यु पंजीकरण-पहचान, नेशनल स्कॉलरशिप, उमंग व जनसूचना पोर्टल तथा डिजिटल ई-पेमेंट प्लेटफॉर्म एवं साइबर अपराधों से सावधान रहने के बारे में विस्तृत जानकारी दी गयी| आजकल साइबर मामलों में बढ़ोतरी के कारण महिलाओं, खासकर बच्चों तथा युवा वर्ग में डिजिटल जागरूकता के साथ साथ महत्वपूर्ण साइबर सुरक्षा टिप्स की जानकारी होना भी बहुत ही जरुरी है| इसके लिए मोबाईल की सुरक्षा अपनी स्वयं की साइबर सुरक्षा है|
साथ ही बताया कि आजकल साइबर अपराधी किस प्रकार फ्रॉड करने के लिए नए नए तरीकों का उपयोग कर रहे है, इसलिए इन सबसे सावधान रहकर डिजिटल सेवाओं का सुरक्षित रूप से उपयोग करने की आवश्यकता है| वर्तमान में होने वाले साइबर अपराधों जैसे ओटीपी (वन टाइम पासवर्ड) स्कैम, डिजिटल अरेस्ट, ब्लेकमेलिंग, बैंकिंग व जॉब फ्रॉड इत्यादि के बारे में विस्तार से बताया तथा इनसे सावधान रहने के लिए जानकारी दी| इनसे बचने के लिए किसी भी स्थिति में आपके मोबाईल पर प्राप्त ओटीपी अनजान व्यक्ति को शेयर न करे| किसी भी प्रलोभन या सरकारी योजना में लाभ लेने के लिए प्राप्त एस.एम.एस., ई-मेल या व्हाट्सअप लिंक पर क्लिक न करे| अनजान नंबर के व्हाट्सअप वीडियो कॉल को कभी भी रिसीव न करें, इस तरह का कॉल आने पर परिवार के अन्य सदस्यों से इसकी जानकारी शेयर अवश्य करें| तथा किसी भी अपरिचित को अपनी व्यक्तिगत या वित्तीय जानकारी शेयर न करे|
साइबर अपराध या वित्तीय धोखाधड़ी के लिए साइबरक्राइम पोर्टल या हेल्पलाईन नं. 1930 या प्रतापगढ़ साइबर सेल के लोकल हेल्पलाईन नं. 9257749686 पर शिकायत की जा सकती है तथा किसी भी अनजान कॉल से डराने धमकाने पर तुरंत नजदीकी पुलिस स्टेशन में शिकायत की जा सकती है| साथ ही बोर्ड परीक्षाओं के इस समय बच्चों की काउंसलिंग व मानसिक स्वास्थ्य समस्याओं के लिए “टेली मानस“ सेवा हेल्पलाईन नं. 14416 तथा महिला सुरक्षा सेवा के लिए हेल्पलाईन नं. 112 व 1090 का उपयोग कर सकते है|
कार्यशाला में जिला परिवहन अधिकारी दुर्गाशंकर जाट तथा अन्य अधिकारी-कर्मचारी उपस्थित रहे| दोनों महाविद्यालयों के प्राचार्य ने उपस्थित विद्यार्थियों से अपील की कि वे इस कार्यशाला से लाभ लेकर अपने परिवार तथा निकटतम संबंधियों को सड़क सुरक्षा तथा डिजिटल एवं साइबर जागरूकता के बारे में अधिक से अधिक जागरुक करे| इसके आयोजन के लिए उन्होंने डी.टी.ओ. एवं एन.आई.सी. का आभार प्रकट किया|
By Udaipurviews

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