स्वरुपसागर किनारे ले ली बड़े हरे पेड़ों की बलि, उजड़ गए प्रवासियों के आशियानें

खूबसूरत लेक व्यू के लिए हरे पेड़ काटने की साजिश की आशंका
-राजेश वर्मा
उदयपुर, 17 जनवरी। शहर के स्वरुप सागर झील किनारे पेटे में सालो से लगे बड़े हरे पेड़ों को काट दिया गया। खूबसूरत लेक व्यू के लिए षडयंत्र के तहत इन हरे पेड़ों की बलि लेने की पर्यावरण प्रेमियों द्वारा आशंकाएं जताई जा रही है। पेड़ों के काटने से इन दिनों यहां डेरा डाले प्रवासी पक्षियों के घोंसले तक उजड़ गए।
पिछोला झील के हिस्से स्वरुप सागर के किनारों से झील की खूबसूरती को निहारने से लेक व्यू का आनंद लेने के लिए इसके पेटे में लगे सालों पुराने बड़े बड़े हरे पेड़ों को षडयंत्रपूर्वक काटकर वहीं नीचे पटक दिया गया। यह कृत्य किसके द्वारा किया गया फिलहाल कोई सामने नहीं आया है लेकिन पर्यावरण प्रेमियों ने स्थानीय स्वार्थी लोगों द्वारा यह हरकत करने कराने की आशंकाएं जताई है। स्वरुप सागर के जिस किनारे से हरे पेड़ काटे गए हैं वहां से झील की खूबसूरती के शानदार लेक व्यू दिखाई देते हैं जो यहां कई बन चुके व्यवसायिक परिसर, होटलों की बालकोनियों में पहुंचने वालों को दिखेंगे। इन्हें प्रभावित करने के लिए षडयंत्रवश हरे पेड़ों की बलि ले ली गई। इन्हें कटर से काटकर अवशेषों को वहीं मौके पर छोड़ दिया गया। पर्यावरण प्रेमियों ने स्वार्थी लोगों की इस हरकत पर रोष जताते हुए बताया कि इन दिनों यहां आकर ठहरे हुए प्रवासी पक्षियों ने इन्हीं हरे पेड़ों पर अपना आशियाना बनाया हुआ था। कई पक्षियों द्वारा बनाए गए घोंसले पेड़ काटने से उजड़ गए। पर्यावरण प्रेमियों का कहना है कि एक तरफ तो देश के प्रधानमंत्री के आह्वान पर देशभर में एक पौधा मां के नाम लगाने की मुहिम चल रही है वहीं दूसरी तरफ पेड़ों की बलि दी जा रही है। उनका कहना है कि इस घिनौने कृत्य के लिए नगर निगम, वन विभाग एवं जिला प्रशासन को अज्ञात समाजकंटकों के खिलाफ आपराधिक मुकदमा दर्ज कर कानूनी कार्रवाई की जानी चाहिए।

By Udaipurviews

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