श्री विशानागर वणिक (पारख) समाज की ओर से श्री गिरिराज धार्याष्टकम् गुणगान महोत्सव, शाम को निकलेगी शोभायात्रा
उदयपुर। दंडवत परिक्रमा में विश्व रिकॉर्ड बनाने वाले और पखावज वादन में अल्पायु में ही निपुण वैष्णवाचार्य श्री दिव्येशकुमार महाराज ( इंदौर- नाथद्वारा) शनिवार को सुबह इंदौर से रेल द्वारा उदयपुर पहुंचेंगे।
पारीख समाज के अध्यक्ष जयंतीलाल पारीख ने बताया कि दव्येशकुमार महाराज सुबह 4 बजे उदयपुर पहुंचेंगे जहां सिटी रेलवे स्टेशन पर सैंकडों वैष्णवजनों द्वारा
भव्य स्वागत किया जाएगा। महाराज वहां से सीधे नाथद्वारा प्रस्थान करेंगे, जहां श्रीजी के दर्शन करेंगे। वहां से दोपहर से उदयपुर आएंगे। यहां श्रीजी भवन सेक्टर 14 में उनका प्रवास रहेगा।
श्री पारीख ने बताया कि श्री दिव्येशकुमारजी महाराजश्री ऐसे प्रथम वल्लभाकुल आचार्य हैं जिन्होंने 2015 में सबसे कम आयु में हजारों वैष्णवों के साथ ब्रज चौरासी कोस की ऐतिहासिक यात्रा की तथा 2018 में 1100 वैष्णवों को साथ लेकर श्रीगिरिराजजी की दण्डवती परिक्रमा की। इसमें 584 वैष्णवों ने महाराजश्री के साथ दण्डवती परिक्रमा कर विश्व कीर्तिमान स्थापित किया जिसे वर्ड बुक ऑफ रिकॉड्स, लंदन द्वारा सर्टिफिकेट प्रदान किया गया।
पारीख ने बताया कि श्री विशानागर वणिक (पारख) समाज द्वारा 11 से 13 जनवरी तक जगतगुरु श्रीमद् वल्लभाचार्य महाप्रभु विरचित श्री गिरिराज धार्याष्टकम् गुणगान महोत्सव उदयपुर के राजस्थान महिला विद्यालय उदयपुर में शाम साढे 5 से साढे 8 बजे तक आयोजित होगा। शनिवार शाम को श्रीनाथजी मंदिर उदयपुर में पालना एवं राजभोग में मनोरथ होंगे तथा शाम को भोग दर्शन पश्चात बैंडबाजों के साथ श्री दिव्येशकुमार महाराज के सानिध्य में विशाल शोभायात्रा आयोजित होगी। शोभा यात्रा राजस्थान महिला विद्यालय पहुंचेगी, जहां श्री दिव्येशकुमार महाराज के मुखाबिन्द से श्री गिरिराज धार्याष्टकम् गुणगान महोत्सव प्रारंभ होगा। 11 से 13 जनवरी तक प्रतिदिन श्री दिव्येशकुमार महाराज प्रवचन देंगे।