फसल उत्पादकता बढ़ाने के लिए नवाचार की आवश्यकता
उदयपुर, 10 जनवरी। फसल उत्पादकता बढ़ाने के लिए हाईब्रिड प्रौद्यागिकी पर तीन दिवसीय राष्ट्रीय संगोष्ठी 8 जनवरी को दिल्ली में आरंभ हुई। संगोष्ठी मंें देश भर के नामचीन कृषिविद् भाग ले रहे हैं। राजस्थान से महाराणा प्रताप कृषि एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ. अजीत कुमार कर्नाटक ने भाग लिया।
प्रधानमंत्री के प्रधान सचिव श्री पी.के. मिश्रा ने हाइब्रिड प्रौद्योगिकियों के माध्यम से कृषि प्रगति को बढ़ावा देने के उद्देश्य से सरकारी पहल और रणनीतियों पर गहन चर्चा की। कृषि वैज्ञानिकों ने फसल उत्पादकता बढ़ाने के लिए नवाचार के साथ-साथ सार्वजनिक व निजी साझेदारी को बढ़ावा देने पर जोर दिया।
संगोष्ठी मेें भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद नई दिल्ली से सबद्ध ट्रस्ट फॉर एडवांसमेन्ट ऑफ एग्रीकल्चर र्साइंसेज नई दिल्ली ( TASS ) के अध्यक्ष डॉ. आर.एस. परोदा, अंतर्राष्ट्रीय, उष्णकटिबंधीय फसल अनुसंधान संस्थान हैदराबाद (ICRISAT) के महानिदेशक स्टैनफोर्ड ब्लेड, भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद के पूर्व महानिदेशक डॉ. टी. महापात्र, पूर्व उप महानिदेशक बागवानी डॉ. एच.पी. ंिसंह, कृषि वैज्ञानिक भर्ती बोर्ड के सदस्य डॉ. बी.एस. द्विवेदी, उपमहानिदेशक कृषि शिक्षा डॉ. आर.सी. अग्रवाल ने खाद्य सुरक्षा और टिकाऊ कृषि सुनिश्चित करने में हाइब्रिड प्रौद्योगिकी के महत्व पर मंथन किया।
अंतर्राष्ट्रीय चावल अनुसंधान संस्थान, कटक, उड़ीसा (IRRI), अंतर्राष्ट्रीय मक्का एवं गेहंू सुधार केन्द्र, मेक्सिको (CIMMYT) के वैज्ञानिकों ने हाईब्रिड प्रौद्योगिकी से फसल उत्पादकता बढ़ाने में योगदान पर चर्चा की।