संकटग्रस्त महिलाओं को तत्काल पुलिस सहायता प्रदान करने के लिए पुलिस मुख्यालय का नवाचार

राजकॉप सिटीजन एप में महिला सुरक्षा के लिए मदद चाहिए ( नीड हेल्प) का फीचर
संकटग्रस्त महिलाओं के हेल्प मांगने पर तत्काल नजदीकी सहायता उपलब्ध होगी,
पीड़ित को एप पर मिलेगी पूरी जानकारी

उदयपुर 14 दिसम्बर। राज्य स्तरीय महिला सम्मेलन में मुख्यमंत्री श्री भजनलाल शर्मा ने संकटग्रस्त महिलाओं को तत्काल पुलिस सहायता प्रदान करने के लिये पुलिस विभाग के राजकॉप सिटीजन एप, वूमन सेफ्टी के तहत “नीड हेल्प“ फीचर का शुभारंभ किया।
अतिरिक्त महानिदेशक पुलिस सिविल राइट्स एवं एएचटी श्रीमती मालिनी अग्रवाल ने राजकॉप सिटीजन ऐप में महिला सुरक्षा के लिए मदद चाहिए (नीड हेल्प) का फीचर दिया गया है। इसमें आपात स्थिति में सहायता व गैर आपात स्थिति में सहायता की दो तरह की सुविधाएं दी गई हैं।
यूं मिलेगी त्वरित मदद
आपात स्थिति में सहायता : आपात स्थिति में सहायता के लिए जब भी किसी महिला द्वारा रिक्वेस्ट की जाती है, तो 1090 कन्ट्रोल रूम (जयपुर) को नोटिफिकेशन जाता है। कन्ट्रोल रूम पर कार्यरत पुलिसकर्मी के नोटिफिकेशन स्वीकृत करने पर इसकी सूचना पीड़ित को ऐप पर दिखायी देती है। इसके बाद पीड़ित को कॉल कर समस्या पता की जाती है। अगर पीड़ित फोन नहीं करने का मैसेज रिक्वेस्ट के साथ भेजता है तो ऐसी स्थिति में लोकेशन पर मदद पहुंचाने की कार्यवाही की जाती है। जयपुर कन्ट्रोल रूम ऑपरेटर द्वारा बिना समय गंवाए सम्बन्धित जिले के अभय कमाण्ड सेंटर को सूचना भिजवाई जाती है। जिसके आधार पर पीड़ित की लोकेशन पर उस जिले के सम्बंधित थाने को पहुँच जाती है। थाना पुलिस या नजदीकी वाहन 112 पीड़ित की लोकेशन पर पहुंच मदद पहुंचाता है। वाहन 112 की लोकेशन पीड़ित एप पर ट्रैक वाहन की सहायता से देख सकता है। एप पर हेल्प मांगने के बाद पीड़ित के पास पुलिस की गाड़ी पहुंचने तक की सभी जानकारी ऐप पर दी जाती है। जरूरी सहायत मिलने के बाद पुलिस कर्मी रिक्वेस्ट बन्द कर देता है। मदद प्राप्त हो जाने पर पीड़ित स्वयं भी रिक्वेस्ट बन्द कर सकता है।
गैर दृ आपातकालीनः मदद चाहिए (नीड हेल्प) के नोन एण्ड इमरजेंसी हेल्प पर क्लिक कर किसी महिला द्वारा रिक्वेस्ट की जाती है, तो उस स्थिति में नोटिफिकेशन को कन्ट्रोल रूम का पुलिसकर्मी स्वीकृत कर पीड़ित को कॉल कर समस्या पता करता है। समस्या सुनने के बाद तुरन्त संबंधित थाने को सहायता उपलब्ध कराने के लिए कॉल करता है। परिवाद होने की स्थिति में कन्ट्रोल रूम कर्मचारी परिवाद प्राप्त कर सीसीटीएनएस में इन्द्राज कर सम्बन्धित थाने को वह परिवाद जांच के लिए भेज देता है। जांच के बाद जो भी कार्रवाई होती है थाना पुलिस द्वारा कॉल कर कन्ट्रोल रूम को दी जायेगी। इस सूचना के आधार पर 1090 कंट्रोल रूम रिक्वेस्ट बंद कर देता है
महिला पेट्रोलिंग यूनिट से संवाद
मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने उदयपुर पुलिस की महिला पेट्रोलिंग यूनिट की महिला सिपाहियों से बात की तथा 112 वाहन का निरीक्षण किया। एडीजीपी मालिनी अग्रवाल ने मुख्यमंत्री को राजस्थान पुलिस की प्रदर्शनी का निरीक्षण करवाया तथा आईजीपी शरत् कविराज ने राजकॉप सिटीजन एप में महिलाओं की सुरक्षा हेतु बनाये फ़ीचर “मदद चाहिए” के बारे में  मुख्यमंत्री जी को जानकारी दी। पुलिस मुख्यालय से एडीजे सिविल राइट्स एवं एएचटी श्रीमती मालिनी अग्रवाल तथा आईजी साइबर अपराध एवं स्टेट क्राइम रिकॉर्ड ब्यूरो श्री शरत कविराज उपस्थित रहे

By Udaipurviews

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