उदयपुर – शहर की तेज़ी से उभरती संगीत को समर्पित संस्था सुरों की मंडली के सुर साधकों द्वारा भारतीय सिनेमा के सदाबहार अभिनेता और निर्माता निर्देशक स्वर्गीय देवानन्द की 14वीं पुण्यतिथि पर अशोका पैलेस स्थित मधुश्री ऑडिटोरियम में गीतों भरी स्मरणांजलि भेंट की.
इस विशेष कार्यक्रम की अध्यक्षता सुरों की मण्डली के संस्थापक और संरक्षक मुकेश माधवानी ने की तथा मुख्य अतिथि डॉ. नरेश शर्मा विशिष्ट अतिथि मलंग बीट्स की प्रबन्धन निदेशक निधि सक्सेना थीं.
कार्यक्रम अध्यक्ष माधवानी, मुख्य अतिथि डॉ. शर्मा, निधि सक्सेना, कार्यक्रम निदेशक कौस्तुभ तथा वरिष्ठ सदस्य ललित के. जैन आदि ने स्व. देव साहब की तस्वीर के समक्ष दीप प्रज्जवलन करके फूल माला चढ़ाई. इस गीतों भरी सुरीली सांझ को सुर साधकों ने अपनी भावपूर्ण और मधुर गीतों से सुसज्जित करके महका दिया. कार्यक्रम में कैलाश कैवल्या, गोपाल गोठवाल, सीपी गन्धर्व, योगेश उपाध्याय, दिव्या सारस्वत, महावीर प्रसाद जैन, कौशल वैरागी, निखिल माहेश्वरी, नीलम कौशल, महेन्द्र चावला, कौस्तुभ, लादूराम गमेती, बृजेश मिश्रा, पुष्कर गौड़, क्षितिज चुलेट तथा भोपालसिंह हाड़ा (माउथऑर्गन पर ) आदि ने अपनी एक से बढ़कर एक बेहतरीन प्रस्तुतियां दीं.
अपने अध्यक्षीय उद्बोधन में माधवानी ने देव साहब की ज़िन्दा दिली, काम के प्रति कर्मठता, प्रोफेशनलिज्म की तारीफ़ करते हुए अनुकरणीय बताया. डॉ. शर्मा ने देव साहब के चुम्बकीय व्यक्तित्व को प्रेरणास्रोत बताते हुए जीवन को सकारात्मक रूप से जीने की प्रेरणा दी. मुख्य अतिथि डॉ शर्मा की देव साहब पर फिल्माए गीत “दिल का भंवर करे पुकार” पर शानदार और आकर्षक नृत्य प्रस्तुति दी, जिसे सबने तालियां बजाकर सराहा. कार्यक्रम में सफल मंच संचालन और कार्यक्रम संयोजन नूतन वेदी ने किया तथा अन्त में कार्यक्रम निदेशक कौस्तुभ ने आभार व्यक्त करते हुए सबको विदा किया.