उदयपुर। रविवार की सुबह फतहसागर की पाल पर संगीत प्रेमियों के लिए एक खास अनुभव लेकर आई, जब सुरों की मंडली के गायकों ने अपनी सुरीली आवाजों से माहौल को संगीतमय कर दिया। इस आयोजन ने वहां मौजूद सभी को मंत्रमुग्ध कर दिया।
सुरों की मंडली के संस्थापक मुकेश माधवानी ने बताया कि पिछले महीने के दूसरे रविवार को आयोजित “सुर प्रभाती” कार्यक्रम को शहरवासियों ने बहुत पसंद किया था। इस सफलता से प्रेरित होकर, अब यह कार्यक्रम हर रविवार सुबह 7:30 बजे आयोजित करने का फैसला लिया गया है।
इस बार कार्यक्रम का संयोजन कैलाश केवलिया और सह-संयोजक दिलीप जैन सवीना ने किया। उन्होंने मंडली के गायकों को बुलाकर फतहसागर की पाल पर मौजूद संगीत प्रेमियों को सुंदर गीतों से मंत्रमुग्ध कर दिया। कैलाश ने “ये शाम मस्तानी” और “प्यार दीवाना होता है” जैसे लोकप्रिय गीत गाए, जिससे सभी को गुनगुनाने का मौका मिला। दिलीप ने “आज मौसम” और “चंद्रप्रकाश गंधर्व” ने “तू इस तरह से मेरी जिंदगी में शामिल है” जैसे गीत प्रस्तुत किए।
इसके अलावा, योगेश उपाध्याय ने “तुमसे बना मेरा जीवन” और “जीवन के दिन” जैसे गीत गाए, जिन्हें श्रोताओं ने बेहद पसंद किया। गायकों में प्रकाश शर्मा और मधु केवलिया ने भी अपनी शानदार प्रस्तुतियों से सबका दिल जीता।
कार्यक्रम के दौरान कई संगीत प्रेमियों ने गायकों के साथ सेल्फी ली और फोटो खिंचवाई। कुछ ने अपने पसंदीदा गीतों की फरमाइश भी की। फतहसागर की पाल पर लोगों का उत्साह देखने लायक था। सभी ने सुरों की मंडली के संस्थापक मुकेश माधवानी का आभार जताया। आपको बता दें कि आगामी रविवार को भी यह कार्यक्रम आयोजित किया जाएगा।