-भजनलाल सरकार की नहीं है चुनाव की तैयारी
-राजेश वर्मा
उदयपुर। उदयपुर नगर निगम बोर्ड का कार्यकाल पूरा हो रहा है। प्रदेश में विधानसभा उपचुनाव के चलते आचार संहिता लगी है। निकाय चुनावों को लेकर प्रदेश की भजनलाल सरकार की कोई तैयारी दिखाई नहीं दे रही है। ऐसे में निकायों में जल्द ही प्रशासक नियुक्ति की उम्मीदें लगाई जा रही है।
उदयपुर नगर निगम बोर्ड में चुने गए पार्षदों का कार्यकाल यूं तो 19 नवम्बर को पूरा हो चुका है। कारण कुछ भी रहे हो निगम के उपमहापौर पारस सिंघवी नगर निगम भवन में अपना कार्यालय कक्ष और वाहन यह कहते हुए छोड़ चुके हैं कि उनका कार्यकाल पूरा हो चुका है। जबकि महापौर जीएस टांक सहित अन्य समिति अध्यक्ष व पार्षद अपने पदों पर यथावत हैं। उधर, सरकार ने अभी कार्यकाल बढ़ाने के कोई आदेश नहीं दिए हैं। वहीं प्रदेश की भजनलाल सरकार की ओर से निकाय चुनाव को लेकर कोई तैयारियां दूर दूर तक दिखाई नहीं दे रही है। नवम्बर में निकायों का कार्यकाल पूरा होते देखने के बाद भी सरकार समय पर नहीं जागी और उचित निर्णय नहीं ले सकी। प्रदेश में तीन नगर निगम, 18 नगर परिषद सहित कुल 49 निकायों में चुनाव होने हैं। ऐसे में चुनाव की तैयारी में देरी की संभावना को देखते हुए निकायों में प्रशासक नियुक्ति की उम्मीद हैं।
वन स्टेट वन इलेक्शन में संशय
राज्य की भजनलाल सरकार की वन स्टेट वन इलेक्शन की मंशा है। लेकिन प्रदेश की 49 निकायों के अलावा शेष निकायों में चुनाव को लेकर करीब डेढ़ साल का समय शेष है। ऐसे में इन 49 निकायों की जनता अगले चुनाव के लिए डेढ़ साल का इंतजार नहीं कर सकती और इसके लिए वह क्यों भुगते। वैसे भी बीते डेढ़ वर्ष से कोई काम हो नहीं रहे हैं। सरकार अपनी मंशा अनुसार वन स्टेट वन इलेक्शन को लेकर तैयार भी नजर नहीं आ रही है। प्रदेश में लोकसभा, विधानसभा और विधानसभा उपचुनाव हो चुके हैं। आने वाले दिनों में पंचायत राज चुनाव-2025 भी आने हैं। ऐसे में वन नेशन वन इलेक्शन तो हो नहीं सके। वन स्टेट वन इलेक्शन को लेकर भी फिलहाल असमंजस की स्थिति है।
निकाय का पूरा हो रहा कार्यकाल, प्रशासक नियुक्ति की उम्मीद
