सीईओ बैरवा ने सुझाया तरीका: एक बोतल में बंद होती है अनेकों पॉलिथीन, प्रेरणा पाकर अब जिलेभर में जुटे लोग, प्लास्टिक से मुक्ति की ओर राजसमंद

अब तक एक करोड़ से अधिक पॉलिथीन हमेशा के लिए बोतलों में हुई बंद, अब इन बोतलों से तैयार करेंगे कलाकृतियाँ
गौमाता की रक्षा को लेकर गाँव-गाँव अपशिष्ट पॉलिथीन को बोतलों में बंद करने का अभियान मिशन मोड पर जारी
खमनोर में जिले का पहला ‘स्वच्छता पार्क’ भी होगा तैयार

राजसमंद 21 नवंबर। गौमाता को पॉलिथीन के दंश से बचाने के लिए जिले की समस्त ग्राम पंचायतों में प्लास्टिक से मुक्ति को लेकर मिशन मोड पर अभियान जारी है। जिला परिषद सीईओ बृजमोहन बैरवा द्वारा स्वच्छ भारत मिशन के तहत हाल ही में पॉलिथीन को हमेशा के लिए गायब करने और इसके नुकसान से गौमाता को बचाने के लिए इन्हें प्लास्टिक की बोतलों में बंद करने का तरीका बताया गया था।

उन्होंने विभिन्न सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स से इस बात का प्रचार-प्रसार किया कि एक प्लास्टिक की बोतल में अनेकों पॉलिथीन की थैलियां बंद की जा सकती है, ऐसे में पॉलिथीन को इधर-उधर फेंकने के जरूरत नहीं है, क्योंकि यही पॉलिथीन गौमाता के पेट में जाकर जानलेवा भी साबित होती है। उन्होंने ऐसे कई प्रशिक्षण वीडियो तैयार कर सोशल मीडिया पर साझा किए जिससे यह तरीका आम लोगों तक पहुंचा। साथ ही सभी पंचायतों ने भी अभियान में भागीदारी निभाई। उनके इस आह्वान पर पूरे जिले में पॉलिथीन को प्लास्टिक की बोतलों में हमेशा के लिए पैक कर देने का अभियान मिशन मोड पर शुरू हुआ।

एसबीएम (ग्रामीण) के समन्वयक नानालाल सालवी ने बताया कि अब तक इस अभियान के तहत डेढ़ लाख से अधिक प्लास्टिक की बोतलों में लगभग 1 करोड़ से अधिक सिंगल यूज प्लास्टिक थैलियाँ हमेशा के लिए बंद की जा चुकी है। इन बोतलों से अब ‘वेस्ट टू आर्ट’ (कलाकृतियों) का निर्माण किया जा रहा है इन्हें भविष्य में आमजन के सम्मुख प्रदर्शित किया जाएगा।

गुरुवार को मनाया ‘पॉलिथीन फ्री डे’

जिला परिषद सीईओ बृजमोहन बैरवा के निर्देशन में अभियान के तहत गुरुवार को समस्त ग्राम पंचायतों में एक दिवसीय प्लास्टिक मुक्त अभियान चलाया गया, जिसमें प्लास्टिक बोतलों में सिंगल यूज प्लास्टिक की थैलियां इकट्ठा की गई एवं प्रतिदिन इसी तरह घरों में आने वाले सिंगल यूज प्लास्टिक के निस्तारण के लिये ऐसा करने के लिए ग्रामीणों को प्रेरित एवं प्रोत्साहित किया गया साथ ही वर्षो से बेतरती पडे लिगेसी वेस्ट को भी हटाया जाकर गंदगी वाले स्थानों की सफाई करवाई गई।

साथ ही ‘हमारा शौचालय हमारा सम्मान’ और ‘शौचालय सवारे जीवन निहारें’ अभियान के तहत इस सप्ताह समस्त सामुदायिक शौचालयों की सफाई करवाई जाकर बंद पडे अथवा अक्रियाशील सामुदायिक शौचालयों को क्रियाशील बनाया जा रहा है। ऐसे सामुदायिक शौचालय जिनके ताले लगे हुए है अभियान के दौरान आमजन के उपयोग हेतु ताले खुलवाए जा रहे है।

जिले में 4पी नवाचार पर भी हो रहा काम

जिला परिषद के मुख्य कार्यकारी अधिकारी बृज मोहन बैरवा द्वारा जिले में नवाचार के रूप में 4 पी अवधारणा प्लास्टिक, पेड, पानी, पर्यावरण पर कार्य किया जा रहा है। जिसमें समस्त ग्राम पंचायतों में एक दिवसीय अभियान चलाकर आमजनों को प्लास्टिक, पेड, पानी, पर्यावरण के लिए जागरूक किया गया।

खमनोर ब्लॉक में वेस्ट टु आर्ट के तहत सिंगल यूज प्लास्टिक बोतल से पेड़ के चबूतरे, ट्री गार्ड आदि बनाये गये। जिसे राज्य स्तर पर भी सराहा गया, इस वेस्ट टु आर्ट की अवधारणा को सीईओ बृज मोहन बैरवा ने जिले की समस्त ग्राम पंचायतों में कम से कम वेस्ट टु आर्ट गतिविधी करवाये जाने के निर्देश प्रदान किये, जिससे जिले में सभी पंचायतों अब वेस्ट टु आर्ट के तहत कार्य कर रही है।

खमनोर में बन रहा जिले का पहला सेनिटेशन पार्क

अनुपयोगी सिंगल यूज प्लास्टिक की थैलियों से भरी बोतलों से पंचायत समिति खमनोर में जिले का पहला सेनिटेशन पार्क बनाया जा रहा है। जिससे आमजन इससे प्रेरित होंगे एवं सिंगल यूज प्लास्टिक का बेहतर उपयोग करना सीखेंगे एवं पंचायतों मे इधर-उधर बिखरने वाले सिंगल यूज प्लास्टिक में कमी आयेगी व यह अभियान गौ माता की रक्षा के लिए अवश्य ही बेहतर साबित भी होगा।

स्वच्छ भारत मिशन ग्रामीण परियोजना के जिला समन्वयक नानालाल सालवी ने बताया कि मुख्य कार्यकारी अधिकारी जिला परिषद राजसमंद बृजमोहन बैरवा सर जिले में 4 पी की अवधारणा पर प्राथमिकता से कार्य कर रहे है एवं स्वयं सोसल मिडिया पर शोर्ट विडियो क्लिप के जरिये जिले के आमजन को प्लास्टिक मुक्त जिला बनाने के लिये प्रेरित कर रहे है जिससे आमजन ने भी इस अभियान से जुड़कर करोड़ो पॉलिथिन की थेलियों को सिंगल यूज प्लास्टिक बोतलो मे इकट्टा करने में सहयोग किया है।

पिंक टॉयलेट का कार्य चल रहा तीव्र गति पर

राज्य सरकार की पिंक टॉयलेट की योजना के तहत जिले की समस्त ग्राम पंचायतों में बालिकाओं के सर्वाधिक नामांकन वाले एक विद्यालय का चयन किया जाकर वहां के शौचालय का नवीनीकरण करवा पिंक टॉयलेट के रूप में विकसित कर उपयोगी बनाये जा रहे है ताकि बालिकाओं को समुचित सुविधाएं मिल सके।

By Udaipurviews

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