सलूम्बर विधानसभा उपचुनाव- 2024
सलूम्बर विधानसभा क्षेत्र के 302 बूथों पर शांतिपूर्ण ढंग से संपन्न हुई मतदान प्रक्रिया
चुनाव प्रेक्षक और जिला निर्वाचन अधिकारी ने किया दौरा
उदयपुर, 13 नवंबर। विधानसभा उपचुनाव 2024 के तहत बुधवार को सलूम्बर विधानसभा क्षेत्र में मतदान प्रक्रिया शांतिपूर्ण ढंग से संपन्न हुई। गुलाबी ठण्ड के साथ शुरू हुआ मतदान देर शाम तक जारी रहा। लोकतंत्र के इस मिनी उत्सव के प्रति मतदाताओं ने अपार उत्साह दिखाया। सामान्य प्रेक्षक जे विजयारानी तथा जिला निर्वाचन अधिकारी अरविन्द पोसवाल ने क्षेत्र के मतदान बूथों का दौरा कर व्यवस्थाओं का जायजा लिया।
गत विधानसभा चुनाव 2023 में सलूम्बर से विधायक चुने गए अमृतलाल मीणा के निधन से रिक्त हुए पद के लिए बुधवार को उपचुनाव के तहत मतदान हुआ। सलूम्बर क्षेत्र में 296 मुख्य तथा 6 सहायक बूथों पर सुबह 7 बजे से मतदान प्रारंभ हुआ। इससे पूर्व सुबह 5.30 बजे मॉक पोल (वोटिंग का पूर्वाभ्यास) हुआ, ताकि किसी भी प्रकार के तकनीकी व्यवधान को मुख्य मतदान शुरू होने से पहले दूर किया जा सके। क्षेत्र के किसी भी बूथ से किसी प्रकार की समस्या की शिकायत सामने नहीं आई। इस दौरान संबंधित प्रत्याशियों के पोलिंग एजेंट भी उपस्थित रहे। भारत निर्वाचन आयोग की ओर से नियुक्त चुनाव प्रेक्षक जे विजयारानी ने अलसुबह सलूंबर शहर तथा आसपास के ग्रामीण क्षेत्रों में स्थित मतदान बूथों पर पहुंच कर मॉक पोल का जायजा लिया। उल्लेखनीय है कि सलूंबर सीट के लिए कुल 6 प्रत्याशी चुनाव मैदान में हैं। मतदाताओं ने अपना निर्णय ईवीएम में लॉक कर दिया है। मतों की गिनती 23 नवम्बर को होगी।
पौ फटते ही कतारेंः
निर्वाचन प्रक्रिया में अधिक से अधिक जनभागीदारी सुनिश्चित करने के लिए निर्वाचन आयोग ने मतदान समय में बढ़ोतरी करते हुए सुबह 7 बजे से शाम 6 बजे तक का समय निर्धारित किया था। अलसुबह गुलाबी ठंड के बावजूद मतदान बूथों पर पौ फटने के साथ ही मतदाताओं के पहुंचने का क्रम शुरू हो गया। अधिकांश बूथों पर सुबह 7 बजे तक पहुंचने वाले मतदाताओं की संख्या दहाई के अंक में देखी गई। दिन खिलने के साथ ही बूथों पर कतारें भी लम्बी होती रही। सुबह 9 बजे तक 10.66 प्रतिशत मतदान हुआ, वहीं 11 बजे तक 25.26 प्रतिशत मतदाताओं ने अपने मताधिकार का उपयोग किया। दोपहर 1 बजे तक 40.03 प्रतिशत व अपराह्न 3 बजे तक 48.30 प्रतिशत मतदान हुआ। शाम पांच बजे तक मतदान का आंकड़ा बढ़कर 64.19 प्रतिशत तक पहुंचा।
महिलाओं में दिखा खासा उत्साहः
लोकतंत्र के उत्सव में महिलाओं ने भी बढ चढ़़कर कर भागीदारी निभाई। हालांकि सुबह बूथों पर महिलाओं की संख्या अपेक्षाकृत कम रही, लेकिन दिन चढ़ने के साथ बूथों पर महिलाओं के रैले उमड़े। 10-11 बजे बाद बूथों पर महिलाओं की संख्या अधिक नजर आई। महिलाएं चूल्हा चौका निपटाकर लोकतंत्र के प्रति अपनी आस्था का परिचय देने के लिए बूथों पर पहुंची।
सलूम्बर विधानसभा के राउमावि इंटालीखेड़ा के मतदान बूथ 249 पर गांव की 70 वर्षीय मोगी पटेल और 68 वर्षीय नन्दू बाई खुद चलकर पहुंची और पूरे उत्साह के साथ मतदान कर लोकतंत्र के प्रति अपनी भागीदारी निभाई। ग्रामीण क्षेत्रों में सुबह से खासा उत्साह देखा गया। लोकतंत्र के प्रति हर वर्ग जागरूक दिया। नेहरू युवा केन्द्र के पूर्व राज्य निदेशक पवन कुमार अमरावत ने भी अपने गांव इंटालीखेड़ा पहुंचकर मतदान किया और अपना फर्ज निभाया।
जिला निर्वाचन अधिकारी ने किया मैराथन दौराः
जिला निर्वाचन अधिकारी एवं जिला कलक्टर उदयपुर अरविन्द पोसवाल ने सलूम्बर विधानसभा क्षेत्र का मैराथन दौरा कर मतदान प्रक्रिया का जायजा लिया। श्री पोसवाल सुबह उदयपुर से रवाना होकर जावर-परसाद क्षेत्र के विभिन्न बूथों का अवलोकन करते हुए दोपहर पश्चात जयसमंद क्षेत्र पहुंचे। वहां भी विभिन्न दूरस्थ गांवों में मतदान प्रक्रिया का निरीक्षण कर अपरान्ह बाद सलूम्बर मुख्यालय पहुंचे। सलूम्बर शहर में स्थित विभिन्न बूथों का अवलोकन कर व्यवस्थाओं की जानकारी ली। साथ ही संबंधित कार्मिकों को आवश्यक दिशा-निर्देश दिए।
उम्र और शारीरिक अक्षमता नहीं बनी बाधाः
लोकतंत्र के उत्सव के प्रति बुजुर्गों और दिव्यांगजन का भी खासा उत्साह रहा। उम्र और शारीरिक अक्षमता किसी प्रकार की बाधा नहीं बनी। जिले के तकरीबन हर मतदान केंद्र पर वरिष्ठ नागरिकों और दिव्यांगजन का मतदान को लेकर उत्साह देखते ही बन रहा था। बुजुर्ग अपने परिवारजनों के साथ बूथों पर पहुंचे और मतदान किया। इस दौरान स्काउट-गाइड स्वयंसेवकों ने भी उनका सहयोग किया।
सराहनीय रही स्काउट-गाइड एवं आंगनवाड़ी कार्मिकों की सेवाएंः
विधानसभा उपचुनाव की मतदान प्रक्रिया में हर व्यक्ति ने अपने दायित्वों का पूर्ण निष्ठा से निर्वहन किया। मतदान केंद्रों पर मतदाताओं के सहयोग के लिए नियुक्त स्काउट-गाइड स्वयंसेवकों की सेवाएं सराहनीय रही। स्वयंसेवकों ने बुजुर्ग व दिव्यांग मतदाताओं को सुगम मतदान करवाने में सहयोग प्रदान में महत्वपूर्ण योगदान दिया। दिव्यांग और बुजुर्ग मतदाताओं को व्हीलचेयर पर केंद्र तक पहुंचाया। वहीं मतदान केंद्रों पर भीड़ नियंत्रण में भी सुरक्षाकर्मियां का पूर्ण सहयोग किया। इनके अलावा बीएलओ, आंगनवाड़ी कार्यकर्ता, सहायिका, आशा सहयोगिनी आदि ने भी बूथों पर व्यवस्थाएं बनाए रखने में सराहनीय योगदान दिया।
मतदाताओं ने किया पौधरोपणः
निर्वाचन प्रक्रिया के साथ पर्यावरण संरक्षण का संदेश देने के उद्देश्य से निर्वाचन विभाग ने नवाचार किया। इसमें हर बूथ पर प्रथम पांच मतदाताओं से केंद्र पर मतदान कराया गया। आयोग के निर्देशानुसार सभी बूथों पर सबसे पहले मतदान के लिए पहुंचे पांच-पांच मतदाताओं ने उत्साह के साथ मतदान केंद्र परिसर में पौधरोपण किया।
सेल्फी का क्रेजः
मतदाताओं के उत्साहवर्धन के लिए विशिष्ट बूथों पर सेल्फी पॉईंट भी बनाए गए। हर आयु वर्ग के मतदाताओं ने मतदान के बाद अंगुली पर लगी अमिट स्याही का निशान दिखाते हुए सेल्फी ली। पहली बार मतदान कर रहे युवाओं में खासा उत्साह नजर आया। लोकतंत्र में सक्रिय सहभागिता के पहले अवसर का युवाओं ने भरपूर उपयोग किया। बूथों पर युवाओं की खासी भीड़ नजर आई।