छात्रों को भविष्य के विभिन्न सार्थक करियर पथ पर चलने की प्रेरणा और मार्गदर्शन के संदेश के साथ अनूठा चित्रण
उदयपुर। माउंट लिट्रा जी स्कूल, उदयपुर द्वारा वार्षिक समारोह प्रज्ञानःद पाथ टू पर्पस का विद्यालय परिसर में उत्साहपूर्वक आयोजन किया गया। जिसमें छात्रों को सार्थक करियर पथों की खोज के लिए प्रेरित किया गया।
इस कार्यक्रम ने उद्देश्यपूर्ण शिक्षा के महत्व पर जोर दिया, छात्रों को अपने शैक्षिक सफर को व्यक्तिगत महत्वाकांक्षाओं के साथ संरेखित करने के लिए प्रेरित किया। इस अवसर पर अतिथियों के रूप में ज़ी लर्न लिमिटेड की रीजनल विद्यालय डायरेक्टर, श्रीमती चित्रा जोशी ने कार्यक्रम की अध्यक्षता की। मुख्य अतिथि उदयपुर संभाग के पुलिस महानिरीक्षक राजेश मीणा तथा विद्यालय के ट्रस्टी एस के खेतान, अरुण मांडोत के साथ आर.के. जैन, आईएफएस, मुख्य वन संरक्षक, जोधपुर, मुरली चौबीसा, अतिरिक्त जिला परियोजना समन्वयक, शिक्षा विभाग, शमशेर सिंह, पूर्व राजस्थान रणजी क्रिकेट टीम कैप्टन, सीए महावीर चपलोत, सचिव, जीतो एपेक्स उपस्थित थे।
सलील भंडारी- संस्थापक, उदयपुर टेल्स और पूर्व अध्यक्ष, चौंबर ऑफ कॉमर्स, नई दिल्ली, मां मई एंकर फाउंडेशन व उदयपुर टेल्स के संस्थापक सलील भण्डारी एवं सुष्मिता सिंघा और उदयपुर टेल्स, राजकुमार फत्तावत एव शहर के कई गणमान्य नागरिक विशिष्ट अतिथि के रूप मे उपस्थित थे।
विद्यालय के वार्षिक समारोह में विद्यालय की छात्राओं ने देवी दुर्गा के नौ रूपों का सजीव चित्रण करते हुए एक विशेष प्रस्तुति दी, जिसने समारोह में भक्ति और श्रद्धा का माहौल बना दिया। छात्राओं के इस प्रभावी और समर्पण से भरे प्रदर्शन ने समूचे कार्यक्रम में एक अलग ही ऊर्जा का संचार किया, जिसे देखकर दर्शक भावविभोर हो गए।
इसके बाद प्री-प्राइमरी के नन्हे-मुन्ने बच्चों ने अपनी माताओं के साथ मिलकर दिल को छू लेने वाली प्रस्तुति दी। माताओं के साथ बच्चों का यह अनोखा प्रदर्शन दर्शकों के लिए बेहद खास था। बच्चों के उत्साह और उनकी माताओं की सहभागिता ने माहौल को हर्षाेल्लास से भर दिया और सभी के चेहरों पर मुस्कान बिखेर दी।
इस कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य विद्यार्थियों को उनके भविष्य के संभावित करियर विकल्पों के बारे में मार्गदर्शन प्रदान करना और उनके सपनों को साकार करने के लिए एक प्रेरणा का स्रोत बनाना था। एकल नाटक के रूप में प्रस्तुत इस वार्षिक समारोह ने विद्यार्थियों और उनके अभिभावकों के मन में गहरी छाप छोड़ी। इस नाटक के माध्यम से यह दिखाया गया कि किस प्रकार एक विद्यालय और शिक्षक विद्यार्थियों के संपूर्ण विकास और उनके उज्जवल भविष्य के लिए कैसे कठिन परिश्रम करते हैं।
प्रज्ञान का यह सफर कुल 10 अलग अलग चित्रण में विभाजित था, जिन्हें एक ही नाटक के रूप में पिरोया गया था। इस नाटक में विभिन्न करियर मार्ग को नृत्य, अभिनय और संवादों के माध्यम से प्रस्तुत किया गया, जिससे प्रत्येक चित्रण में एक विशेष संदेश दिया गया। प्रत्येक प्रस्तुति एक प्रेरणादायक कहानी को प्रस्तुत कर रही थी, जो दर्शकों के मन में गूंज उठी और उनके मन में यह संदेश गहराई तक पहुंचा कि प्रत्येक विद्यार्थी अपने सपनों को साकार कर सकता है, बशर्ते उसके पास दृढ़ संकल्प, कड़ी मेहनत और सही मार्गदर्शन हो। इस कार्यक्रम में शिक्षक, अभिनेता, व्यवसायी, गायक, पुलिस, सेना, एथलीट, कथक कलाकार, वैज्ञानिक और डॉक्टर के पात्रों को चित्रित कर यह संदेश दिया गया कि इन करियर को बनाने में एक विद्यालयऔर शिक्षक की महत्वपूर्ण भूमिका होती है।
कार्यक्रम का मंच संचालन विद्यालयके छात्रों दर्शन गोपाल छीपा, मुस्कान पालीवाल, हृदय पानेरी, मन कंवरानी, रिद्धिमा शर्मा, फलित त्रिपाठी और अन्य छात्रों द्वारा किया गया। एंकर दर्शन ने अपनी अलग अंदाज की एंकरिंग से समां बांध दिया।
प्रधानाचार्य जय सिंह ने कहा कि हमारा उद्देश्य है कि छात्र अपनी क्षमताओं को पहचाने। हम उन्हें बड़े सपने देखने और एक ऐसे रास्ते पर चलने के लिए प्रेरित करते हैं, जो उनके लिए पूर्णता और उद्देश्यपूर्ण हो। प्रज्ञान के माध्यम से, हम उन मे भविष्य के आत्मविश्वास और दृष्टिकोण के बीज बोने की उम्मीद करते हैं।