धर्म चर्चा संवाद में हुई गहन आध्यात्मिक चर्चा
गुजरात के प्रसिद्ध संत महामण्डलेश्वर श्रीमहंत गरीबदास बापू ने किया आह्वान –
धर्म-कर्म परम्पराओं का संरक्षण हरेक सनातनी का सर्वोपरि एवं अनिवार्य कर्त्तव्य
बांसवाड़ा, 25 अक्टूबर/ श्री खोडियार शक्तिपीठ भावनगर (गुजरात) के पीठाधीश्वर एवं श्री गोहिलवाड संत मंडल अध्यक्ष महामण्डलेश्वर श्रीमहंत श्री गरीबदास बापू ने कहा है कि सनातन परम्पराओं और धर्म की रक्षा प्रत्येक सनातनी का आवश्यक एवं सर्वोपरि प्राथमिक कर्त्तव्य है और इसे अपनाकर ही व्यष्टि एवं समष्टि का सर्वविध कल्याण और विश्वशान्ति संभव है।
आध्यात्मिक चिन्तक एवं जाने-माने संत महामण्डलेश्वर श्रीमहंत श्री गरीबदास बापू ने श्री पीताम्बरा आश्रम में धर्म चर्चा संवाद में यह उद्गार व्यक्त करते हुए नैतिक मूल्यों, सदाचारों और आध्यात्मिक संस्कारों को आत्मसात करने तथा नई पीढ़ी को इनके अवलम्बन के लिए प्रेरित करने का आह्वान किया।
मण्डल एवं आश्रम के कार्य स्तुत्य व अनुकरणीय : महामण्डलेश्वर ने गायत्री मण्डल द्वारा वैदिक संस्कृति, संस्कारों और सनातन परम्पराओं के संरक्षण, संवर्धन एवं प्रचार-प्रसार तथा प्रेरणा संवहन के अनथक प्रयासों पर प्रसन्नता व्यक्त करते हुए इनकी सराहना की और कहा कि आज के समय में निष्काम भावना से इसी प्रकार की अनुकरणीय समाजोन्मुखी प्रवृत्तियों और जागरण गतिविधियों की महती आवश्यकता है।
आध्यात्मिक केन्द्र के रूप में विकसित हो रहा आश्रम : आरंभ में गायत्री मण्डल के संरक्षक डॉ. दिनेश भट्ट एवं वरिष्ठ उपाध्यक्ष ब्रह्मर्षि पं. दिव्यभारत पण्ड्या ने महामण्डलेश्वर एवं साथ आए संत-महंतों का स्वागत किया और गायत्री मण्डल के उद्देश्यों और श्री पीताम्बरा आश्रम की गतिविधियों पर जानकारी दी और कहा कि मात्र एक वर्ष की अवधि में ही आश्रम ने आध्यात्मिक केन्द्र के रूप में अपनी अच्छी-खासी पहचान कायम कर ली है।
पं. दिव्यभारत पण्ड्या ने गायत्री मण्डल के संस्थापक संचालक ब्रह्मर्षि पं. महादेव शुक्ल की संकल्पनाओं की भी चर्चा की और कहा कि उन्हीं द्वारा आरंभ किया गया यह प्रयास आज मूर्त एवं प्रभावी स्वरूप प्राप्त कर चुका है।
संत-महंतों का अभिनन्दन : मण्डल संरक्षक डॉ. दिनेश भट्ट, वरिष्ठ उपाध्यक्ष पं. दिव्यभारत पण्ड्या एवं चौबीसा ब्राह्मण समाज के अध्यक्ष सुधीर चौबीसा ने महामण्डलेश्वर तथा अन्य सभी संत-महात्माओं का शॉल, उपरणा एवं उपहारों से अभिनन्दन किया।
आरंभ में श्री पीताम्बरा आश्रम के साधकों दिलीप पण्ड्या, विनोद जोशी, विपीन भट्ट, मनोज नरहरि भट्ट, अनिल पण्ड्या, ललितकुमार आचार्य, अजय अधिकारी आदि ने संत-महन्तों का स्वागत किया।
आश्रम का अवलोकन कर प्रसन्नता व्यक्त : इससे पूर्व आश्रम पहुंचने पर महामण्डलेश्वर एवं संतों ने आश्रम परिसर का अवलोकन किया तथा इसके उपरान्त भगवान श्री हनुमानजी के श्रीविग्रह, पीताम्बरा एवं नर्मदेश्वर शिव के दर्शन किए और आश्रम के बेहतर स्वरूप, हरियाली के लिए व्यापक पौधारोपण आदि पर खुशी जताई। महामण्डलेश्वर ने गायत्री मण्डल के पदाधिकारियों एवं सदस्यों तथा श्री पीताम्बरा आश्रम के साधक-साधिकाओं को गुजरात के वरतेज(भावनगर) स्थित अपने आश्रम में आने का निमंत्रण दिया।