उदयपुर। जेएसजीआईएफ मेवाड रिजन के तत्वावधान में सकल जैन समाज की 12 दिवसीय सम्मेद शिखर जी की धार्मिक तीर्थ यात्रा आज तीर्थयात्रियों के लेकर पाँच पाहड़ांे से गिरे जैन धर्मावलंबियों की मान्यता के अनुसार पवित्र तीर्थ गिरनार जी पहुँची।
आयोजक मेवाड रिजन के चेयरमैन अनिल नाहर ने बताया कि आज प्रातः पावापुरी से जैन एवं बौद्ध धर्म का पुण्य भूमि गिरनार जी पहुँची, जहां नवकारसी के पश्चात यात्री जैन आस्था के केन्द्र पाँच पहाड़ रत्नागिरी विपलांचल वैभवगिरी सोनगिरी एवं उदयगिरी की यात्रा पर पहुँच कर भगवान पार्श्वनाथ के जयकारों से वातावरण को भक्तिमय बना दिया और पार्श्वनाथ भगवान की आराधना कर अपने आप को धन्य महसूस किया।
चेयरमेन निर्वाचित अरूण मांडोत ने बताया कि राजगीर का छठा पहाड़ पर रोप वे से बोध्ध मंदिर पर जाकर ख़ुशहाली की प्रार्थना की।
संघपति शांतिलाल वेलावत ने बताया कि उसके पश्चात सभी यात्रियों ने निर्मल कूण्ड,अग्निकुण्ड,विरायतन, जापानी मंदिर सहित कई दर्शनीय स्थलों का भ्रमण किया दोपहर भोज के बाद प्रसिद्ध नालन्दा विश्वविद्यालय एवं भगवान महावीर की कर्मभूमि कुंडलपुर होते गया जो रेलवे स्टेशन पहुँच मुख्य गंतव्य श्री सम्मेद शिखर जी के लिए प्रस्थान किया।
संघपति महावीर चौधरी ने बताया कि यात्रा को सफल बनाने में विजय सिशोदिया, प्रकाश कोठारी, गुणवंत वागरेचा,अरविंद बडाला , सुनील नाहर,,मुकेश तातेड, हिमांशु मेहता,प्रदीप कोठरी, हस्तीमल लोढा,राजेश बया,सुनील छाजेड आदि प्रभावी भूमिका का निर्वहन कर रहे।