उदयपुर। जेएसजीआईएफ मेवाड रिजन के तत्वावधान मंे आयोजित सम्मेद शिखर जी की 12 दिवसीय धार्मिक यात्रा के पाँचवें दिन आज गयाजी से रवाना हो कर प्राकति सौन्दर्य की अनुपम छटां को निहारते हुए जैन धर्म के 24 वें तीर्थंकर भगवान महावीर के केवल ज्ञान एवं निर्वाण स्थल पावापुरी पंहुचे।
रिज़न चेयरमैन अनिल नाहर ने बताया कि जैन धर्म की मान्यता के अनुसार भगवान महावीर के निर्वाण स्थल पवित्र नगरी पावापुरी नगरी पंहुचे। मुख्य संघपति मनमोहनराज सिंघवी ने बताया कि सभी तीर्थ यात्रियों समोररण,मोक्ष मंदिर एवं नया मंदिर के दर्शन कर आत्मिक आनन्द की अनुभूति महसूस की ।
यात्रा संयोजक एवं संघपति दिलीप सुराणा ने बताया कि पावापुरी में कमल तलाई के बीच स्थित विश्व प्रसिद्ध जलमंदिर पर तीर्थ यात्रियों में भगवान महावीर के गगनभेदी जयकारों के साथ पूजा एवं आरती की।
संघपति शांतिलाल वेलावत ने बताया कि शाम को श्वेताम्बर धर्मशाला पर तीर्थ यात्रियों के बीच सांस्कृतिक कार्यक्रम एवं भक्ति संध्या आयोजित की गई। जिसमें आनन्द की अनुभूति से अभिभूत हो कर तीर्थ यात्री झूम उठे।
संधपति महावीर चौधरी ने बताया कि तीर्थयात्री कल पावापुरी से बस द्वारा जैन मान्यता के प्रमुख स्थलों में से एक लच्छुवाड़ जी,क्षत्रिय कुण्ड एवं भगवान महावीर द्वारा केवलज्ञान प्राप्ति स्थल गुणिया तीर्थ के लिये कूच करेंगे।
भगवान माहवीर के केवलज्ञान एवं मोक्ष स्थली पावापुरी पंहुच किये दर्शन
