–पांचों नगर निकायों, सभी 213 पंचायतों में जुटे हजारों सफाईकर्मी, नागरिक और समाजसेवी, स्वच्छता बना जन-जन का अभियान
-इरिगेशन पाल पर जिला कलक्टर असावा ने किया अभियान का शुभारंभ, एक ही दिन में बदली तस्वीर
-कलक्टर असावा ने उठाई झाड़ू, खुद उपकरण हाथ में लेकर काटी घास, जमीन से उठाया कचरा और निस्तारित कर दिया स्वच्छता का संदेश
राजसमंद, 15 अक्टूबर। जिला कलक्टर बालमुकुंद असावा के निर्देशन में मंगलवार से दस दिवसीय विशेष सफाई अभियान का शुभारंभ हुआ। विशेष बात यह थी कि यह अभियान सिर्फ एक या दो नगरों या गांवों तक सीमित नहीं रहा। इस अभियान में जिले के सभी 5 नगर निकायों नगर परिषद राजसमंद, नगर पालिका नाथद्वारा, भीम, आमेट, देवगढ़ और सभी 213 ग्राम पंचायतों ने हिस्सा लिया। राजसमंद नगरीय क्षेत्र में एक साथ लगभग 160 कर्मचारियों ने इरिगेशन पाल पर अभियान के रूप में सफाई कार्य किया। तो वहीं दस बागबान को भी पौधों की सही से कटिंग करने और रखरखाव हेतु बुलाया गया। ग्राम पंचायतों की बात करें तो एक साथ लगभग 2,000 सफाई कर्मचारी सफाई में जुटे। साथ ही मनरेगा श्रमिकों, जनप्रतिनिधियों, आमजन, कार्मिकों आदि का सहयोग प्राप्त हुआ। यह अभियान 25 अक्टूबर तक पूरे जिले में चलेगा जिसमें शहरों से लेकर गांवों तक सफाई का कार्य किया जाएगा। इस अभियान में हर वर्ग सक्रिय रूप से भाग ले रहा है। आगामी दिनों में इस अभियान के तहत उन सभी क्षेत्रों को छूने का प्रयास किया जाएगा जहां तक गत अभियानों में प्रशासन नहीं पहुंच सका है।
मंगलवार को जिला कलक्टर असावा ने राजसमंद झील की इरिगेशन पाल पर पहुंचकर सफाई अभियान की शुरुआत की। कलक्टर ने इरिगेशन पाल गार्डन में स्वयं हाथों में झाड़ू लेकर सफाई की, साथ ही कटर से ग्रास कटिंग भी की। इसके साथ ही जिला परिषद सीईओ बृजमोहन बैरवा ने भी सफाई की। कलक्टर और सीईओ ने प्लास्टिक इकट्ठा कर उन्हें बोतलों में भरा। पार्क का कोई कोना नहीं छोड़ा जहां सफाई न हो। पुराने पड़े लिगसी वेस्ट को भी साफ किया हुआ। कलक्टर ने झूलों की मरम्मत करने के भी निर्देश दिए। साथ ही नगर परिषद की ओर से यहां ग्रास कटिंग, कचरा ले जाने, लिगसी वेस्ट हटाने हेतु कई मशीनें लगाई गए। पार्क में मौजूद लोगों ने इस विशेष सफाई अभियान की सराहना की और कहा कि यह पहल स्वच्छता के प्रति जन-जागरूकता बढ़ाने में मददगार साबित होगी। इस अवसर पर जिला परिषद सीईओ बृजमोहन बैरवा, उपखंड अधिकारी बृजेश गुप्ता, नगर परिषद आयुक्त दुर्गेश रावल, अधिशाषी अभियंता तरुण बाहेती, पीडब्ल्यूडी अधीक्षण अभियंता सहित अन्य अधिकारी उपस्थित रहे।
एक ही दिन में निखरी पाल-इरिगेशन पाल परिसर में जिला कलेक्टर बालमुकुंद असावा के आतिथ्य में चलाए गए स्वच्छता अभियान के बाद एक ही दिन में व्यापक परिवर्तन देखने को मिला। यहां जो फाउंटेन सालों से बंद पड़ा था वह चालू हो गया। घास की कटिंग होने से पार्क की खूबसूरती में चार चांद लग गए। सफाई कर्मियों ने बड़ी हो चुकी झाड़ियां को काट कर हटा दिया। टूटे हुए डस्टबिन और जीमेल को यहां से हटाकर नए लगाए गए। पार्क में छोटे से छोटे प्लास्टिक के कचरे को उठाकर निस्तारित किया गया। जो पार्क सुबह-सुबह जगह-जगह कचरा से अटा पड़ा था वह शाम होते-होते निखर गया। अब यहां आने वाले आमजन को बेहतर अनुभव प्राप्त हो सकेगा।
हर गांव में जगी स्वच्छता की अलख-जिला परिषद सीईओ बृजमोहन बैरवा ने बताया कि जिले के सभी 213 ग्राम पंचायतों में यह अभियान शुरू हुआ, हर गांव में लोग सफाई करते हुए दिखाई पड़े, हर वर्ग ने बढ़-चढ़ कर हिस्सा लिया। जिले की सभी पंचायतों में करीब 2000 सफाई कर्मियों, नरेगा श्रमिकों, ग्रामवासियों, ग्राम के जनप्रतिनिधियों आदि ने गांवों के विभिन्न स्थलों जैसे कॉलोनियों, गलियों, मुख्य सड़कों, गांवों-नगरों के प्रवेश द्वार आदि पर सफाई अभियान चलाया गया। इस दौरान पुराने लिगसी वेस्ट को भी हटाने की पहल की गई। अभियान को सफल बनाने के लिए सभी उपखंड अधिकारियों और सभी विकास अधिकारियों ने अपने क्षेत्रों में अभियान की सख्त मॉनिटरिंग की और यह सुनिश्चित किया कि कोई भी ग्राम पंचायत वंचित न रहे। समस्त 213 ग्राम पंचायतों ने इस अभियान में सक्रिय भूमिका निभाई, जिसके लिए उन्हें पूर्व में ही ऑटोटिपर सहित अन्य संसाधन भी पंचायतों को दिए गए।
स्वच्छता जीवन का अभिन्न अंग :कलक्टर-कलक्टर असावा ने भी अभियान के दौरान जनप्रतिनिधियों और समाज के हर वर्ग से सहयोग की अपील की थी, जिसे आमजन ने सकारात्मक रूप से स्वीकार किया। इस जनांदोलन में व्यापक जनभागीदारी देखने को मिली और सभी ने स्वच्छता को नियमित आदत के रूप में अपनाने की प्रतिबद्धता दिखाई। प्रशासन द्वारा यह भी सुनिश्चित किया गया कि सफाई अभियान को प्रभावी ढंग से लागू किया जाए और भविष्य में भी इसे जारी रखने की ठोस कार्य योजना बनाई जाए। कलक्टर असावा ने इस अभियान की सफलता के लिए सभी का आभार व्यक्त करते हुए कहा कि स्वच्छता का यह प्रयास तभी सार्थक है जब समाज के हर वर्ग का सहयोग और समर्थन प्राप्त हो। कलक्टर ने कहा है कि स्वच्छता केवल औपचारिकता नहीं, बल्कि समाज का अभिन्न हिस्सा बनना चाहिए।