सलोना पति बनी विजेता,श्रद्धा त्रिपाठी प्रथम रनर अप रही
उदयपुर। मारवलस मिसेज इंडिया के सीजन-2 का फिनाले अम्बेरी स्थित तथास्तु रिसोर्ट में आयोजित हुआ। इस सीजन में 26 महिला प्रतिभागियों ने भाग लिया जिसमें देश के विभिन्न हिस्सों के साथ ही राजस्थान सहित विदेश से आयी प्रतिभागी भी शामिल है। सभी प्रतिभागियों को एक महीने की कड़ी ट्रेनिंग दी गई है। आयोजित कार्यक्रम में मारवलस मिसेज इंडिया सीजन-2 की विजेता सलोना पति, प्रथम रनर अप श्रद्धा त्रिपाठी एवं द्वितीय रनर अप डॉ.गरिमा चौहान रही।
मारवलस मिसेज इंडिया के सीजन-2 की विदेशक डॉ. अदिती गोवित्रीकर ने बताया कि कार्यक्रम में 4 राउण्ड आयोजित किये गये है। अब 72 वर्षीय वृद्ध महिला ने रेम्प पर कैट वॉक किया तो सभी ने उनके जज्बे को सलाम करते हुए तालियों की दाद दी। अंतिम राउण्ड में प्रतिभागियों से किये गये सवालों पर उनके द्वारा दिये गये जवाब पर विजेता घोषित किया गया।
इससे पूर्व प्रसिद्ध फिल्म अभिनेत्री नीलम कोठारी भी सीजन दो में जज के तौर पर मुम्बई से उदयपुर पहुंची। उन्होंने इस अवसर पर कहा कि वह मार्वलस मैसेज इंडिया सीजन दो के आयोजन में महिलाओं को सपोर्ट करने मुबंई से आयी हैं। महिलाएं को अपनी खूबसूरती और अपनी,अपनी सुंदरता बढ़ाने और उसे बरकरार रखने के लिए जरूरी है कि वह हमेशा खुश रहे चेहरे पर मुस्कान रखें और खान-पान का ज्ञान रखते हुए स्वयं को फिट रखें। उन्होंने महिलाओं से अपील की कि आप यह मत सोचो कि लोग क्या कहेंगे। बस आप तो अपने कार्य में मेहनत और लगन से जुट जाओ सफलता आपके कदम चूमेगी।
उन्होंने फिल्मों से ब्रेक लेने और दोबारा फिल्मों में आने के सवाल पर कहा कि अभी उनका पूरा ध्यान उनके परिवार और उनकी बेटी की परवरिश पर है। वह समय का इंतजार कर रही है कोई अच्छा प्रोजेक्ट मिला तो वह फिल्मों में वापसी जरूर करेगी। उदयपुर को उन्होंने दुनिया के सबसे खूबसूरत शहरों में से एक बताया।
इस अवसर पर डॉ. अदिति गोवित्रीकर ने बताया कि सीजन एक की भव्य सफलता के बाद सीजन 2 के ऑडिशन उदयपुर में हुए। उदयपुर में यह आयोजन करने का कारण यह है कि यह पर्यटन नगरी है। यहां पर देश-विदेश के लोग आते रहते हैं। हमारा मकसद हमारी सभ्यता और संस्कृति को आगे बढ़ने का है। उदयपुर दुनिया के खूबसूरत शहरों में शुमार है। और हर तरह की कनेक्टिविटी से भी जुड़ा हुआ है। मार्वलस मिसेज इंडिया के आयोजन के पीछे का मकसद बताते हुए डॉ. अदिति ने कहा कि यह महिला सशक्तिकरण करने के लिए बड़ा प्रयास है। महिला सशक्तिकरण की बातें तो बहुत होती है लेकिन अभी तक यह कितना मूर्त रूप ले पाया है यह विचारणी विषय है। उनका मकसद ही ऐसी महिलाओं को आगे लाना है जिनमें प्रतिभाए तो खूब सारी है लेकिन उन्हें मंच नहीं मिल पाने की वजह से वह शादी के बाद केवल गृहणी बन कर रह जाती है और उसके सपने चकनाचूर हो जाते हैं।
इस मंच पर विधवा, परित्यक्ता या कोई भी प्रतिभाशाली महिला आकर के अपनी प्रतिभा निखार सकती है। इस मंच पर उम्र कोई बाधा नहीं है। उन्होंने कहा कि सीजन में 27 वर्ष की युवती से लेकर 72 वर्षीय एक महिला ने इस मंच पर आकर ऐसा प्रदर्शन किया तो सभी चकित रह गये। इस सीजन में भी 72 वर्षीय महिला अपनी प्रतिभा को निखारा।
उन्होंने बताया कि इस मंच से ऐसी प्रतिभाएं भी निकली है जिन्होंने अंतरराष्ट्रीय मंच पर जाकर नाम कमाया है। हर व्यक्ति में पावर ही नहीं बल्कि एक सुपर पावर है लेकिन जरूरत है उन्हें एक अच्छा मंच मिलने की और उनके प्रतिभाओं को निखारने ने की। शादी के बाद अक्सर महिलाएं यह सोचती है कि वह अब मात्र एक गृहणी है। अगर महिला सशक्तिकरण की बात करते हैं तो ऐसी महिलाओं को ऐसे मंचों पर आगे लाना होगा जिनमें प्रतिभा तो खूब है लेकिन वह अपने जीवन से हताश और निराश हो चुकी है।
डॉ. अदिती ने बताया कि महिला सशक्तिकरण के विषय पर हमारा मकसद यही है कि एक महिला बदलेगी तो पूरा परिवार बदलेगा पूरा परिवार बदलेगा तो समाज बदलेगा और समाज बदलेगा तो देश को बदलने में देर नहीं लगेगी। हमारे इस मंच पर सभी को मान सम्मान और आदर मिलता है। किसी में कुछ कमियां भी होती है तब भी हम उन्हें बड़े ही विश्वास और सम्मान के साथ उन्हें सुधारने की कोशिश करते हैं।