वर्ल्ड हेबिटेट दिवस की पूर्व संध्या पर परिचर्चा

प्रत्येक नागरिक को मिले  स्वच्छ पर्यावरण ,  स्वच्छ पेयजल ,  स्वच्छ नाली व स्वच्छ सड़क
अक्टूबर माह के प्रथम सोमवार को मनाया जाता है वर्ल्ड हेबिटेट डे 
उदयपुर, 6 अक्टूबर , विश्व पर्यावास दिवस( वर्ल्ड हेबिटेट डे) की पूर्व संध्या पर   “सहभागिता से सुखद शहरी विकास” विषयक परिचर्चा में उदयपुर के अनियंत्रित शहरीकरण व समाधान पर  परिचर्चा आयोजित हुई।
पिछोला झील पेटे में बनी रिंगरोड पर फैले कचरे व मृत जानवरों की दुर्गंध के बीच आयोजित इस चल परिचर्चा में कई आम नागरिकों ने दूषित पेयजल आपूर्ति  तथा अस्वच्छता से होने वाले हेपेटाइटिस, मलेरिया, पीलिया,  डेंगू व अन्य विविध  रोगों की तरफ ध्यान आकृष्ट किया ।
परिचर्चा में विद्या भवन पॉलिटेक्निक के प्राचार्य डॉ अनिल मेहता ने कहा कि  प्रत्येक नागरिक के आवास तक  स्वच्छ पर्यावरण ,  स्वच्छ पेयजल ,  स्वच्छ नाली, स्वच्छ सड़क की सुनिश्चितता किसी भी स्मार्ट सिटी के लिए प्रमुख  आवश्यकता है।  लेकिन, वास्तविकता यह है कि  सतही  जल एवं भूजल  दोनो दूषित हो रहे  है ।सड़कों,  नालियों में कचरा विसर्जन हो रहा है।  झीलों, तालाबों, पहाड़ों को आघात पहुंचा कर स्वच्छ पर्यावरण  के स्रोतों को नष्ट किया जा रहा है।  नागरिक  व प्रशासन   दोनो यदि  अपने  अपने   उत्तरदायित्व का पूर्ण सजगता व ईमानदारी से निर्वहन करे तो इस विषम स्थिति को बदला जा सकता है।
झील विकास प्राधिकरण के पूर्व सदस्य तेज शंकर पालीवाल ने कहा कि भीतरी शहर में पीले, मटमैले पेयजल की आपूर्ति हो रही है। बढ़ते टूरिज्म ने वाहन शोर व जहरीले धुंए सहित कचरा, गंदगी, नशा  सभी को बढ़ा दिया है । यह सभी   स्थानीय रहवासियों  के लिए परेशानी व बीमारी का कारण बन रहे हैं। पालीवाल ने प्रश्न किया कि  इस   दुर्भाग्यपूर्ण स्थिति के बीच शहर को कैसे स्मार्ट कहा जाए।
गांधी मानव कल्याण समिति के निदेशक नंद किशोर शर्मा ने कहा कि शहरी विकास के नाम पर झील पेटे में बनी रिंगरोड कचरा विसर्जन, शौच विसर्जन का स्थल बन गई हैं । यह सब पिछोला झील के स्वास्थ्य की नुकसान पंहुचा रहे हैं। पेयजल की गुणवत्ता बिगड़ रही है। इसे रोका जाना चाहिए।
युवा पर्यावरणविद कुशल रावल ने कहा कि  संयुक्त राष्ट्र संघ द्वारा प्रतिवर्ष  अक्टूबर माह के पहले सोमवार को मनाए जाने वाला  विश्व पर्यावास दिवस इस वर्ष युवाओं की  सहभागिता से  बेहतर शहरी  भविष्य  विषय पर केंद्रित है ।  युवा वर्ग को  अनियंत्रित शहरी विकास को रोकने एवं स्वच्छ, सुंदर  शहर  बनाने में  अपनी रचनात्मक भूमिका निभाने के लिए अग्रणी भूमिका निभानी होगी।
By Udaipurviews

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