श्री रामचंद्र मिशन के अध्यक्ष ‘दाजी’ आज से तीन दिवसीय उदयपुर प्रवास पर

तनाव मुक्ति के लिए आज से तीन दिन ध्यान करेगी लेकसिटी
उदयपुर, 6 अक्टूबर। विश्वव्यापी हार्टफुलनेस संस्थान के वैश्विक मार्गदर्शक प्रमुख एवं श्री रामचंद्र मिशन के अध्यक्ष कमलेश डी पटेल ‘दाजी’ 7 अक्टूबर से उदयपुर के तीन दिवसीय प्रवास पर रहेंगे। इन तीन दिनों में उदयपुर व आसपास के जिलों के हजारों अभ्यासी ‘दाजी’ के सानिध्य में ध्यान का अभ्यास करेंगे।
ध्यान सत्र आयोजन समिति प्रभारी एवं प्रदेश के ख्यात हार्टफुलनेस प्रशिक्षक मुकेश कुमार कलाल ने बताया कि राज्य सरकार के प्रोटोकॉल विभाग ने ‘दाजी’ को राज्य अतिथि का दर्जा दिया हुआ है। उन्होंने बताया कि हार्टफुलनेस ध्यान के वैश्विक गुरु कमलेश डी पटेल दाजी उदयपुर शहर में 3 दिनों तक प्रवास करेंगे और तनाव मुक्त जीवन के लिए ध्यान सत्रों में मार्गदर्शन देंगे।
यह रहेगा ध्यान अभ्यास का कार्यक्रम:
दाजी सुखाडि़या विश्वविद्यालय सभागार में 7 अक्टूबर को शाम 5 बजे तथा 8 व 9 अक्टूबर को सुबह 7.30 बजे विशेष ध्यान सत्र में संभागियों को तनाव मुक्त जीवन के लिए ध्यान की उपयोगिता और ध्यान क्रिया प्रविधि की जानकारी देंगे। जिला कलेक्टर ताराचंद मीणा ने भी अधिकारियों, कर्मचारियों व आमजनों को तीनों विशेष ध्यान सत्रों का लाभ उठाने का आह्वान किया है। इस बहुप्रतीक्षित यात्रा की सूचना प्राप्त होते ही उदयपुर में हजारों सहज मार्ग राजयोग के अभ्यासियों में हर्ष की लहर व्याप्त हो गई।
8 को सिटी पैलेस में विशेष कार्यशाला
महाराणा मेवाड़ चैरिटेबल फाउंडेशन के ट्रस्टी लक्ष्यराजसिंह मेवाड़ ने बताया कि वैश्विक गुरु दाजी के उदयपुर प्रवास को देखते हुए हार्टफुलनेस संस्थान व फाउंडेशन की ओर से सिटी पैलेस के दरबार हॉल में 8 अक्टूबर को विशेष संवाद कार्यशाला का आयोजन किया गया है। इस कार्यशाला में जिले व संभाग से कई जनप्रतिनिधि, अधिकारी व विशिष्ट जन सम्मिलित होंगे। इस ऐतिहासिक पहले उत्सव में सम्मिलित होने के लिए प्रदेश एवं विदेश और कुवैत में कार्यरत अभ्यासी पहुंच रहे हैं। संपूर्ण यात्रा के दौरान दाजी के साथ ही देश विदेश से अनेकों अभ्यासियों के दल का भी आगमन हो रहा है। उत्सव समिति के अनुसार सभी के पंजीयन के लिए ऑनलाइन गूगल फॉर्म द्वारा ऑन स्पॉट पंजीयन की व्यवस्था की गई है। सभी की सुगम पहुंच के लिए जीपीएस कोऑर्डिनेट जारी किया गया है
200 देशों में हजारों केन्द्र सक्रिय:
श्रीराम चंद्र मिशन पिछले कई वर्षों से मानव मात्र के आध्यात्मिक रूपांतरण की सेवा में निरंतर कार्यरत है मानव मात्र के लिए प्रभावी एवं निशुल्क सेवा देने के लिए 200 से अधिक देशों में हजारों केंद्र कार्य कर रहे हैं जिसमें हजारों की संख्या में तैयार स्वयंसेवक प्रशिक्षक अपनी दिन-रात निरंतर सेवाएं दे रहे हैं। भारत की अनूठी वैश्विक आध्यात्मिक संपदा के अनुसंधान प्रचार और प्रसार के लिए इसका विधिवत संस्थागत पंजीयन 1945 में उत्तर प्रदेश में पहली बार किया गया इसका वर्तमान में वैश्विक मुख्यालय कान्हा शांतिवनम् हैदराबाद में स्थित है। लगभग 25 सौ एकड़ में फैला हुआ शांति वनम में पूज्य दाजी के मार्गदर्शन में ध्यान एवं आध्यात्मिक अनुसंधान एवं अनेक प्रकल्पों का संचालन किया जा रहा है जहां हजारों देशी-विदेशी आध्यात्मिक जिज्ञासु लाभान्वित हो रहे हैं।
ऐसा है विश्व मुख्यालय हार्टफुलनेस संस्थान कान्हा शांति वनम्
यह एक संपोषित आत्मनिर्भर आध्यात्मिक अनूठी ग्राम योजना का विलक्षण नमूना है। जिसमें एक लाख से अधिक क्षमता वाला मेडिटेशन हॉल है तथा 50 हजार से अधिक क्षमता की भोजनशाला है जिसमें स्टीम बेस्ड पद्धति से प्रसाद तैयार किया जाता है। समस्त खाद्य सामग्री का ऑर्गेनिक पद्धति से स्वयंसेवकों द्वारा उत्पादन किया जाता है और यहां दुर्लभ विलुप्त होने वाली वनस्पति का वैश्विक स्तर पर टिशू कल्चर द्वारा संवर्धन एवं संरक्षण किया जाता है। कुछ वर्षों पूर्व में यहां की बंजर भूमि में जहां एक तिनका नहीं उगता था व तापमान 50 डिग्री से अधिक और भूमिगत जल अत्यंत निम्न स्तर का था। वहां आज दाजी के नेतृत्व एवं मार्गदर्शन में इसे रेनफॉरेस्ट में न केवल साकार कर दिया अपितु यहां दुर्लभ प्रजातियों को संरक्षण भी प्राप्त हुआ है। यहां के आध्यात्मिक माहौल में देश-विदेश के अनेक विद्यार्थी अध्ययनरत हैं। समस्त परिसर सौर ऊर्जा से संचालित है और इसमें तीन निर्मित झीलों और प्राकृतिक सौंदर्य का वातावरण सुशोभित है।
1974 में शुरू हुआ ‘दाजी’ का ध्यान योग अभ्यास:
वैश्विक गुरु कमलेश डी पटेल ‘दाजी’ का जन्म 28 सितंबर 1950 को गुजरात के कच्छ में स्थित ग्राम काला में हुआ। फार्मासिस्ट के अध्ययन के उपरांत अमेरिका के न्यूयॉर्क में अपनी सफल व्यापार श्रंखला प्रारंभ की। वर्ष 1974 में अपने पूज्य गुरु श्री रामचंद्र बाबू जी महाराज की शरण में हार्टफुलनेस राजयोग का अभ्यास आरंभ किया और वर्तमान में जीवित गुरु परंपरा अनुसार चौथे वैश्विक हार्टफुलनेस मार्गदर्शक प्रमुख के रूप में संपूर्ण मानव जाति को दिन-रात अनवरत सेवाएं प्रदान कर रहे हैं। आप की प्रमुख पुस्तकें हार्टफुलनेस वे, नियति का निर्माण, विजडम ब्रिज आदि अमेज़न पर बेस्ट सेलर बुक्स में सम्मिलित हो चुकी है।

By Udaipurviews

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