– ज्ञान के माध्यम से अखण्ड भारत का निर्माण करनें का संकल्प लेंः प्रो. सारंगदेवोत
उदयपुर 13/9/24। रोटरी क्लब उदयपुर की ओर से वर्ष 2024-25 का नेशन बिल्डर्स अवार्ड कार्यक्रम आज रोटरी बजाज भवन में आयोजित किया गया। जिसमें शहर के 31 शिक्षकों को नेशन बिल्डर्स अवार्ड से सम्मानित किया गया। समारोह के मुख्य अतिथि जनार्दनराय नागर वि.वि. के कुलपति कर्नल प्रो. एस.एस.सारंगदेवोत थे। समारोह को संबोधित करते प्रो. सारंगदेवोत ने कहा कि हमें पुनः ज्ञान के माध्यम से अखण्ड भारत का निर्माण करना है। यह जिम्मेदारी शिक्षकों पर है। आने वाली पीढ़ी हमें चेतना जागृत करनी है। उन्होंने कहा कि जीवन में सब कुछ मिलता है लेकिन अच्छे व्यक्ति नहीं मिलते है। खुशी के क्षणों को आने वाली पीढ़ी में बांटना बहुत आवश्यक है। शिक्षक, राष्ट्र व शिक्षा तीनों में आपसी संबंध है। यदि तीनों में से कोई भी फेल होता है सब कुछ समाप्त हो जाता है। राष्ट्र की सफलता या विफलता शिक्षक पर निर्भर करती है।कार्यक्रम के संयोजक डॉ. प्रदीप कुमावत ने प्रो. सारंगदेवोत का परिचय देते हुए कहा कि मुंशी प्रेमचन्द व जनार्दनराय नागर वि.वि. के संस्थापक जनार्दनराय नागर के बीच आपसी प्रेम था। उसका उदाहरण वांगमय नामक काव्य में स्वयं जन्नू भाई ने लिखा है। उन्होंने कहा कि जीवन का आदर्श मजदूरी है। शिक्षक को लोक संग्रही होना चाहिये।
क्लब अध्यक्ष अनिल छाजेड़ ने स्वागत उद्बोधन देते हुए कहा कि नेशन बिल्डर्स अवार्ड प्राप्त करने वाले सभी शिक्षकों पर यह बहुत बड़ा दायित्व है कि वे समाज एवं राष्ट्र निर्माण में महत्वपूर्ण भूमिका निभायें।
इन शिक्षकों को मिला नेशन बिल्डर्स अवार्ड- समारोह में शिक्षकों पंकज वया क्ैलाशचन्द्र मंूदड़ा, डॉ.शबनम चतुर्वेदी,हीरालाल सुथार,भूपेन्द्र प्रसाद उपाध्याय,प्रकाशचन्द्र कुण्डाल,रेखा जरवार,सुमन औदिच्य,सरिता मण्डोवरा,सतीश कुमार मिश्रा,विष्णु पाण्डा,अंजली जोशी, खुशलता जोशी, पन्नालाल तेली,रेणुका थ्योफ्लस, किशनगंर्धव, जनकसिंह रावत, रेखा शर्मा, धीरज आमेटा,दिनेश प्रकाश शर्मा, ओमप्रकाश चौबीसा, हीना सोनी,शदेमा इमरान खान,अजयसिंह,मंजीता रामदेव, धर्मिष्ठा सिंह, एस.एल.जैन तथा सुमन जैन को उपरना ओए़ाकर, स्मृति,प्रतीक चिन्ह शॉल ओढ़ाकर एवं श्रीफल प्रदान कर सम्मानित किया गया।
नये सदस्य ने ली शपथ-पूर्व प्रान्तपाल निर्मल सिंघवी ने नये सदस्य के रूप में प्रकाशचन्द्र कोइारी को शपथ दिलाकर क्लब की सदस्यता ग्रहण करायी। प्रारम्भ में सचिव एडेवाकेट डॉ. भरत सरूपरिया ने सचिवीय रिपोर्ट प्रस्तुत की। ईश वंदना पदम दुगड़ ने प्रस्तुत की। कार्यक्रम का संचालन राजेन्द्र सेन ने किया। अंत में आभार भरत सरूपरिया ने ज्ञापित किया।