रोटरी क्लब उदय ने किया संगीत शिक्षकों सहित 36 शिक्षकों का सम्मान
उदयपुर। रोटरी क्लब उदय द्वारा एश्वर्या कॉलेज में आयोजित एक समारोह में शहर के विभिन्न विद्यालयों के संगीत शिक्षकों सहित कुल 36 शिक्षकों का सम्मान किया गया। समारोह के मुख्य अतिथि शहर के समाजसेवी डॉ.जे.के.तायलिया एवं विशिष्ठ अतिथि एश्वर्या कॉलेज की निदेशक डॉ. सीमासिंह थी।
समारोह में बोलते हुए कहा कि शिक्षक एक शिल्पकार, मूर्तिकार होता है। वह अपने शिष्य के जरिये देश का निर्माण करता है। आज के आयोजन से यह प्रतीत हुआ शहर मे संगीत की बहुत प्रतिभायें मौजूद है। शिक्षक की गहरी दृष्टि से शिष्य की पहिचान होती है। प्रतिभायें किसी की मोहताज नहीं होती है। उसे पहचानने में एक शिक्षक मदद करता है।
इस अवसर पर डॉ. सीमासिंह ने कहा कि शिक्षकों को मिलने वाले सम्मान को बनायें रखना प्रत्येक शिक्षक का नैतिक दायित्व है। शिक्षक हमें अपने कार्य को करते रहने में सहयोग करते है। एश्वर्या संस्थान संगीत क्षेत्र में सहयोग देने के लिये अग्रणी रहेगा।
काय्रक्रम में अतिथियों डॉ. तायलिया,डॉ. सीमासिंह,क्लब अध्यक्ष अशोक लिंजारा, सचिव करण गर्ग, प्रोजेक्ट चेयरपर्सन शालिनी भटनागर,को-चेयरपर्सन ललिता पुरोहित ने शिक्षकों भावना कुमावत, कमांडर शकील अहमद,डॉ. अलका शुक्ला,डॉ.भारती शर्मा,डॉ.चंद्रकला चौधरी,डॉ.शबनम चतुर्वेदी, डॉ. लोकेन्द्र सिंह राठौड़,हेमलता श्रीमाल, इंदिरा भंडारी, जीवन कालेत,जितेंद्र वर्मा, किरण राठौड़,कीर्ति पुरोहित,कुंजबिहारी मेनारिया,लक्षिता मेहता,महेंद्र सिंह झाला, मंगेश्वर वैष्णव,मनमोहन भटनागर,मेघना अग्रवाल,मोहम्मद शमील शेख, नारायण गंधर्व, ओम प्रकाश यादव, प्रमिला शरद व्यास, राजेश शर्मा,
राम अठाले, रेनू गोरेर, रुचि कोठारी, संजय वर्मा,संतोष कामरा, सोमेश्वर माली, वर्षा लोहार,महेन्द्र रेबारी,डॉ.ऋतु पालीवाल,डॉ. राशि माथुर,डॉ.निधि व्यास को उपरना ओढ़़ाकर स्मृति एवं प्रतीक चिन्ह प्रदान कर सम्मानित किया।
इस अवसर पर मनमोहन भटनागर ने कहा कि शिक्षक एक शिल्पकार है तो शिष्य के माथे पर आभूषण लगानें का कार्य भी एक शिक्षक ही करता है।
कार्यक्रम में अनिन्दिता शाक्य बालिका ने मेघ मल्हार गीत पर सुन्दर कत्थक नृत्य की प्रस्तुति दे कर सभी का मनमोह लिया। प्रारम्भ में संस्थापक अध्यक्ष शालिनी भटनागर ने स्वागत उद्बोधन दिया। ललिता पुरोहित ने फारे वे टेस्ट का वाचन किया। अंत में सचिव करण गर्ग ने आभार ज्ञापित किया। कार्यक्रम का संचालन डॉ.सरिता सुनारिया ने किया।
शिक्षक होता है शिल्पकारः जो छात्र के जरिये देश का करता है निर्माण:डॉ. तायलिया
