महामंत्र नवकार के जाप से आगाज, प्रवचन प्रत्याख्यान प्रतिक्रमण
महावीर मित्र मंडल का अनूठा कार्यक्रम सजोड़ा महामंत्र का जाप
उदयपुर : संसार के सभी मंत्रो में सर्वश्रेष्ठ महामंत्र नवकार मंत्र कहा गया है, इसकी आराधना जप व मनोयोग पूर्वक माला आदि से भी की गई अर्चना कभी निरर्थक नहीं जाती है हमेशा फलदाई है यह सब बता रहे थे श्रावक समिति के अध्यक्ष एवं मित्र मंडल के संरक्षक आनंदीलाल जैन जिनके तत्वाधान में नवकार महामंत्र का जाप आज अल सवेरे संपन्न हुआ।
हमारे विशेष संवाददाता से बातचीत करते हुए मित्र मंडल के अध्यक्ष हेमंत पामेचा व मंत्री महेंद्र कोठारी ने बताया कि मित्र मंडल प्रतिवर्ष इस तरह के आयोजन करता रहता है इस तरह सामाजिक व धार्मिक कार्यों का संपादन करना ही मंडल का उद्देश्य भी है महावीर मित्र मंडल अपनी इसी भूमिका से बराबर चर्चित बना रहता है पामेचा ने बताया कि आज के आयोजन में संख्यात्मक वृद्धि रही हैं, व 225 जोड़ा एवं 151 एकल श्रद्धालु ने भाग लिया, जाप के पश्चात सभी भागिदारी निभाने वाले श्रावक श्राविकाओ को मंडल की ओर से प्रभावना दी गई।
चातुर्मास संयोजक जीवन सिंह मेहता एवं श्रावक समिति के सचिव संजय अलावत ने भी इस संवाददाता से बातचीत की। इन पदाधिकारीयो ने बताया कि बडे सवेरे से ही महिला पुरुष अपने निर्धारित गणेवेश में उपस्थित हुए जो बड़ा ही मनोहारी चित्रण था इस अवसर को पृथक प्रभावी बनाने में सेक्टर 3 की सभी समितियां मंडलों के सदस्य हाई कमान एवं इसके पदाधिकारी बड़ी संख्या में उपस्थित थे, यह बड़ा ही शुभ अवसर है सभी के लिए बधाइयां एक सवाल के जवाब में शतायु होने जा रहे हैं भंवरलाल बंबोरिया ने बताया कि नवकार महामंत्र सभी दुखों व रोगो का शमन करने वाला है उन्होंने कहा कि इससे वर्ष पर्यन्त क्षेत्र में शांति व खुशहाली बनी रहेगी उन्होंने अपने वक्तव्य में सभी के लिए सुस्वास्थ्य एवं दीर्घायु जीवन की मंगल कामनाएं की। मित्र मंडल अध्यक्ष हेमंत पामेचा ने बताया कि इस कार्यक्रम को सुव्यवस्थित एवं शानदार बनाने हेतु विभिन्न समितियों का गठन किया गया था जिन्होंने पुर्ण सहयोग प्रदान किया, उन्हें बहुत बहुत साधुवाद ज्ञापित कर धन्यवाद दिया, मित्र मंडल के जीवन सिंह मेहता संजय अलावत, आनंदी लाल बंबोरिया, हेमन्त जी पामेचा,मदन सियाल, महेन्द्र कोठारी, दिलीप भानावत, दिलखुश सेठ, देवी लाल दोशी, राजेंद्र नंदावत कन्हैया लाल सिंघवी,कुलदीप चोरड़िया,रमेश जी चौधरी,गजेन्द्र ओस्तवा,सुनील मेहता, नवरतन भड़कत्या, मुक्तक जारोली,श्याम सुंदर धूपिया, चन्द्र प्रकाश कोठारी, जोरावर वया, अशोक पोखरना, नवीन कंठालिया, परमेश्वर मेहता, अरविंद कोठारी,जीवन सिंह बापना संजय बाबेल दिलखुश सेठ, रोशन लाल लोढ़ा, पवन जोरोली आदि मित्र मंडल सदस्य अपनी जिम्मेदारी से कार्य को सम्भालते हुए नजर आ रहे थे।