उदयपुर, 20 जुलाई। श्री जैन श्वेताम्बर मूर्तिपूजक जिनालय समिति सेक्टर-4 में शनिवार को आचार्य यशप्रेम सूरिश्वर जी म.सा. ने धर्मसभा को सम्बोधित करते हुए कहा कि हमें शरीर की चिंता नहीं करके आत्मा की चिंता करनी चाहिए। इस हेतु धर्म आराधना करते रहना चाहिए। इस अवसर पर श्री सुधर्मास्वामी प्रवचन खंड का उद्घाटन किया, जिसके लाभार्थी अजित कुमार की स्मृति में श्रीमती आशालता, अविनाश-सुप्रिया, अनुराग-हर्षा जैन ने लिया। समिति अध्यक्ष सुशील बांठिया ने बताया कि नेमिनाथ भगवान के 18 गणधर तप का आरंभ हुआ।
हमें शरीर की नहीं आत्मा की चिंता करनी चाहिए: यशप्रेम सूरिश्वर
