पुस्तकों की हर युग में प्रासंगिकता – प्रो. सारंगदेवोत

हस्त रेखा पुस्तक का हुआ विमोचन

उदयपुर 08 जुलाई / जनार्दनराय नागर राजस्थान विद्यापीठ (डीम्ड टू बी विश्वविद्यालय) के संघटक श्रमजीवी महाविद्यालय के ज्योतिष एवं वास्तु संस्थान की विभागाध्यक्ष डॉ. अलकनंदा शर्मा द्वारा लिखित पुस्तक हस्त रेखा विचार का विमोचन कुलपति प्रो. एस.एस. सारंगदेवोत, सुरेश चन्द्र व्यास ने किया। प्रारंभ में अतिथियों का स्वागत करते हुए डॉ. अलकनंदा ने संस्थान में हो रहे नवाचारों से सभी को अवगत कराया। यह नवाचार विद्यार्थियों को रोजगार परक शिक्षण उपलब्ध करवाएंगे।
इस अवसर पर प्रो. सारंगदेवोत ने कहा कि हम कितना भी तकनीक का प्रयोग कर ले, हर युग में पुस्तकों की प्रासंगिकता रहेगी। उन्होेंने प्राचीन भारतीय विद्याओं के प्रति वर्तमान में बढ़ती जागरूकता पर प्रसन्नता व्यक्त करते हुए राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 में शामिल प्राचीन भारतीय ज्ञान परंपरा, मूल्य परक, संस्कार एवं नैतिकता से युक्त विषयों के अध्ययन पर प्रकाश डालते हुए प्राचीनता के साथ आधुनिकता का समावेश कर परिवर्तनों के साथ चलने पर जोर दिया।

प्रो. सारंगदेवोत का हुआ सम्मान: आईआईआरएफ (इंडियन इंस्टीट्यूशनल रैंकिंग फ्रेमवर्क) द्वारा 2024 की डीम्ड विश्वविद्यालय की रैंकिंग में  राजस्थान में दूसरा एवं देश में 37 वां स्थान प्राप्त करने पर संस्थान की ओर से प्रो. सारंगदेवोत का पगड़ी, माला, उपरणा एवं स्मृति चिन्ह देकर सम्मानित किया।

इस  अवसर पर सुरेश चंद्र व्यास , दिनेश कुमार अरोड़ा, रीना जोशी, मनोहर लाल जोशी, डॉ.चंद्र रेखा शर्मा, जितेंद्र त्रिवेदी, महेंद्र सेन,प्रकाश चौबीसा, मनीष तिवारी , राकेश सोनी, डॉ.चंद्रकांता कुमावत, लोकेश शर्मा, जूली शर्मा, सुदर्शन शर्मा, पंकज जोशी , प्रदीप औदिच्य, रश्मिता पारीख, मदन, निखिल, रेखा सुखवाल, नरेंद्र नागदा, नारायण लाल आमेटा भी उपस्थित रहे।

संचालन रीना जोशी, डॉ. चन्द्र रेखा शर्मा ने किया जबकि आभार सुरेश चन्द्र व्यास ने जताया।

By Udaipurviews

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