शोधार्थी परिषद ने विभिन्न मांगों को लेकर डीन पीजी को सौपा ज्ञापन

उदयपुर. एमएलएसयू शोधार्थी परिषद संयोजक प्रताप दान के नेतृत्व में मोहनलाल सुखाड़िया विश्वविद्यालय के डीन पीजी को  विभिन्न समस्याओं के लिए गुरुवार को ज्ञापन सौपा। शोधार्थियों को एक्सटेंशन में आ रही समस्याओं को लेकर विश्वविद्यालय द्वारा मनमानी करना, शोधार्थियों के साथ अन्याय है। 100 से ज्यादा शोधार्थी प्रशासन द्वारा एक्सटेंशन नहीं देने की वजह से मानसिक तनाव में है। राजस्थान के सभी राज्य विश्वविद्यालयो में पीएचडी थिसिस सबमिशन का शुल्क 10 से 12 हजार है। परंतु हमारा विश्वविद्यालय 25 हजार जैसी मोटी रकम आदिवासी अंचल के शोधार्थियों से वसूल कर रहा है। इस प्रकार पीएचडी प्रवेश, एक्सटेंशन,सबमिशन से संबंधित सभी प्रकार के शुल्क हमारे विश्वविद्यालय के बहुत अधिक है जो यहां के आदिवासी अंचल के शोधार्थियों के साथ अन्याय है। डीन पीजी कार्यालय द्वारा इतनी मोटी फीस वसूली के बावजूद किसी भी प्रकार का कोई भी नवाचार कार्यक्रम अर्थात शोधार्थियों के लिए अतिरिक्त मार्गदर्शन जैसी वर्कशॉप का आयोजन नहीं किया जाता है।
शोधार्थियों की सुविधा के लिए पीएचडी थिसिस सबमिशन की प्रक्रिया को पूर्ण रूप से ऑनलाइन माध्यम से किया जाए जिससे शोधार्थियों पर अतिरिक्त वहन एवं सबमिशन की शुल्क से मुक्ति मिल सके। इन सभी मांगो को जल्द से जल्द पूरा नहीं किए जाने पर शोधार्थी एवं छात्रसंघ के पदाधिकारीयो द्वारा उग्र आंदोलन किया जाएगा जिसकी समस्त जिम्मेदारी विश्वविद्यालय प्रशासन की रहेगी। ज्ञापन के समय एमएलएसयू शोधार्थी परिषद संयोजक प्रताप दान,पूर्व शोध प्रतिनिधि महेंद्र सिंह, कुलदीप फेनिन,विजय मिर्धा,उमेश प्रजापत आदि अनेक शोधार्थी मौजूद रहे।
By Udaipurviews

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