खनन अधिकारियों को राजस्व वसूली पर

विशेष ध्यान देने के निर्देश
मासिक लक्ष्यानुसार राजस्व संग्रहण पर राज्य सरकार का फोकस
उदयपुर, 17 मई। खान एवं भूविज्ञान निदेशक एवं संभागीय आयुक्त राजेन्द्र भट्ट ने खनन अधिकारियों से विभागीय राजस्व में होने वाली छीजत को रोकते हुए राजस्व वसूली पर विशेष ध्यान देने के निर्देश दिए हैं। उन्होने कहा कि विभाग द्वारा राजस्व वसूली के मासिक लक्ष्य निर्धारित कर जारी किये जा चुके हैं।
डीएमजी श्री भट्ट शुक्रवार को खनन विभाग के अधिकारियों से वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से रुबरु हो रहे थे। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार द्वारा राजस्व अर्जन करने वाले विभागों की राजस्व वसूली की मासिक समीक्षा की जा रही है, ऐसे में लक्ष्यों के अनुसार वसूली में किसी तरह की कोताही बर्दाश्त नहीं होगी। उन्होंने बताया कि विभाग द्वारा 15 मई तक 863 करोड़ 78 लाख रु. का राजस्व अर्जित किया जा चुका है।
श्री भट्ट ने बताया कि खनन विभाग की राजस्व वसूली में आलोच्य अवधि में लक्ष्यों के विरुद्ध 100 प्रतिशत से भी अधिक राजस्व अर्जित कर एसएमई भीलवाड़ा वृत पहले और एसएमई जयपुर वृत दूसरे नंबर पर है। इसी तरह से कार्यालयानुसार वसूली में एएमई टोंक ने 206 प्रतिशत और एमई सिरोही ने 204 प्रतिशत से अधिक राजस्व अर्जित किया है। एमई भरतपुर, भीलवाड़ा, श्रीगंगानगर, झुन्झुनू, बीकानेर और जयपुर व एएमई चुरु और बारां ने लक्ष्यों से 100 प्रतिशत से भी अधिक राजस्व संग्रहित किया है। उन्होंने लक्ष्यों से कम वसूली करने वाले कार्यालयों को राजस्व वसूली के कार्य में तेजी लाने के निर्देश दिए। श्री भट्ट ने वीसी में पुरानी बकाया, बड़ी कंपनियों से राजस्व वसूली, अभियानों के दौरान लगाई गई जुर्माना राषि की वसूली सहित विभिन्न बिन्दुओं पर समीक्षा की।
टीए डीएमजी देवेन्द्र गौड ने पीपीटी प्रजेंटेशन के माध्यम से विस्तार से अवगत कराया। वितीय सलाहकार श्री गिरिश कच्छारा ने राजस्व लक्ष्यों और उसके विरुद्ध वसूली प्रगति की जानकारी देते हुए बताया कि राज्य सरकार का राजस्व वसूली पर विशेष फोकस है।
वर्चुअल बैठक में अतिरिक्त निदेशक बीएस सोढ़ा, पीआर आमेटा, एमपी मीणा, एडीजी एनपी सिंह, श्री आलोक प्रकाश जैन, एसएन डोडिया, कमलेश्वर बारेगामा, सतीश आर्य, एनके बैरवा, एनएस शक्तावत, ओपी काबरा, भीम सिंह, अनिल खमेसरा, जय गुरुबख्सानी, धमेन्द्र लोहार, केसी गोयल, एमई श्याम कापड़ी, मनोज शर्मा, जिनेश हुमड़, अनुज गोयल, चदन कुमार, पुष्पेन्द्र मीणा, पुष्पेन्द्र सिंह, चंदन कुमार, एसजी संजय दुबे, महेश शर्मा, सुशील हुडा, श्री जगावत आदि ने अपने अपने क्षेत्र की विस्तार से जानकारी दी। वीसी में विभाग के अतिरिक्त निदेशक, एसएमई, एमई, एसजी स्तर के अधिकारियों ने हिस्सा लिया।

उदयपुर प्रधान डाकघर में आधार पंजीकरण व संशोधन के लिए अतिरिक्त काउंटर शुरू
उदयपुर 17 मई। डाक विभाग के उदयपुर मण्डल की ओर से चेतक सर्कल स्थित प्रधान डाकघर उदयपुर में आधार पंजीकरण एवं संशोधन के लिए एक अतिरिक्त काउंटर की शुरुआत शुक्रवार को की गई है। प्रवर अधीक्षक डाकघर अक्षय गाड़ेकर ने बताया  कि शहरवासियों की आधार संबन्धित समस्याओ को देखते हुए सुबह 8 से शाम 5 बजे तक यह एक और अतिरिक्त आधार काउंटर शुरू किया गया है।

वन्यजीव गणना के प्रतिभागियों का प्रशिक्षण 20 को
उदयपुर, 17 मई। वन्य जीव संख्या का आकलन 2024 के तहत 23 मई को सुबह 8 बजे से 24 मई सुबह 8 बजे तक वन्यजीव गणना की जानी है। उप वन संरक्षक देवेन्द्र कुमार तिवारी ने बताया कि इसके लिए 81 आवेदन ऑनलाइन प्राप्त हुए है जिनका प्रशिक्षण 20 मई सुबह 10 बजे से दोपहर 1 बजे तक चेतक सर्कल स्थित वन भवन सभागार में होगा। तिवारी ने यह भी बताया कि वन्यजीव अभयारण्य जयसमन्द, सज्जनगढ़, फुलवारी की नाल कोटड़ा में अभयारण्यों एवं वन क्षेत्रों में वन्यजीवों की वाटर होल गणना का कार्य किया जाना  है।

पशुपालन में सूखा प्रबंधन का महत्व पर हुई चर्चा
उदयपुर, 17 मई। राजकीय पशुपालन प्रशिक्षण संस्थान में शुक्रवार को पशुपालन में सूखा प्रबंधन का महत्व पर चर्चा कार्यक्रम हुआ। उप निदेशक डॉ. सुरेन्द्र छंगाणी ने बताया कि बढ़ती हुई गर्मी के दृष्टिगत पशुपालक उपयुक्त सूखा प्रबंधन कर पशुपालक अपने पशुधन को नष्ट होने से बचा सकते है एवं उत्पादन की गिरावट में भी कमी ला सकते है। उन्होंने यह भी बताया कि चारे को कुट्टी बनाकर खिलाने से 30 से 40 प्रतिशत तक चारे को व्यर्थ होने से रोका जा सकता है। पशु को छायादार स्थान पर बांधने एवं गर्मी में खुला नही छोड़ने से पानी की उपभोग करने की क्षमता में कमी लाकर पानी का अपव्यय रोका जा सकता है। चर्चा मे डॉ. सुरेश शर्मा ने सूखे चारे की पौष्टिकता को बढाकर उत्पादन को बनाये रखने व सूखे चारे में नमक एवं मिनरल मिक्सचर मिलाकर पशु को खिलाने पर जोर दिया। डॉ. पदमा मील ने डी वार्मिंग पर जोर देते हुए पशुओं की प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने की बात कही।

By Udaipurviews

Related Posts

error: Content is protected !!