उदयपुर. श्री महाप्रभु श्री वल्लभाचार्य जी के ( 547 वा प्राकट्य महोत्सव )जयंती के अवसर पर उदयपुर स्थित श्रीनाथजी मंदिर से पहली बार भव्य शोभायात्रा निकाली। पुष्टिमार्गीय प्रधान पीठ प्रभु श्रीनाथजी मंदिर, नाथद्वारा के पीठाधीश्वर राकेश ( इंद्र दमन ) महाराज, विशाल ( भूपेश कुमार )बावा की प्रेरणा से पहली बार निकाली गई। उदयपुर स्थित श्रीनाथजी मंदिर के व्यवस्थापक अनिल सनाढ्य ने बताया की शोभा यात्रा सांय 5:30 बजे उदयपुर मंदिर से निकलकर जड़ियों की ओल,बड़ा बाजार, भडभूंजा घाटी,तीज का चौक, स्थल चौराहा, खेरादीवाडा होती हुई पुनः श्रीनाथजी मंदिर पधारी। शोभायात्रा में प्रमुख आकर्षण का केंद्र श्रृंगारित हाथी, बेंड,श्रीजी प्रभु एवं महाप्रभु जी की विभिन्न प्रकार की झांकियां, 101 कलश लिए वैष्णव सखियां ,लगभग पांच से सात हजार वैष्णव जन शोभायात्रा की शोभा बने। शोभा यात्रा में अंतर्राष्ट्रीय पुष्टिमार्ग वैष्णव परिषद उदयपुर के सदस्य भुवनेश ,कन्नू , जयंती , लालेश , नवनीत , राजेश मेहता, हेमंत चौहान, राकेश ,कृष्ण दास , दिनेश , हेमंत श्रीमाली, ललित पारीख,आशाबेन अरूणा बेन आदि वैष्णवों ने अपनी सेवाएं दी। इस अवसर पर श्रीनाथजी मंदिर, नाथद्वारा के सेवकों जिनमें हर्ष सनाढ्य, हनी गुर्जर, निक्की,पीयूष,अनिल, वेदांत, रवि, वीरेंद्र गुर्जर आदि सेवकों ने भी शोभायात्रा में अपनी सेवा प्रदान की।
श्री महाप्रभु वल्लभाचार्य जी जयंती पर उदयपुर स्थित श्रीनाथजी मंदिर से निकली शोभा यात्रा
