बाल संसद के बच्चों ने किया पुलिस थाने का अवलोकन, पुलिस अंकल से पूछे कई  सवाल

रठांजना पुलिस थाने में बाल संसद के बच्चों ने किया विजिट, सेल्फ डिफ़ेंस की ट्रेनिंग करवाने सौपा पत्र
(जनजाति अंचल में बाल संसद से बच्चे हो रहे जागरूक, बिना भय अपनी बात रख पाए इस हेतु किए जा रहे नवाचार, पहली बार पहुँचे पुलिस थाने)

प्रतापगढ़ 24.4.2024 l बाल अधिकारों के प्रति बच्चों को जागरूक करने हेतु ग्राम पंचायत एवम् ब्लॉक स्तर पर स्वयं सेवी संगठन गायत्री सेवा संस्थान, उदयपुर द्वारा बाल संसद का गठन किया जा रहा है l इसी दिशा में प्रतापगढ़ ज़िले के पीपलखूंठ, छोटीसादड़ी एवम् प्रतापगढ़ पंचायत समिति में प्रथम चरण में कुल 3 बाल संसद का गठन हुआ हैं जिसमें 150 से ज़्यादा 10-17 वर्ष के बच्चे जुड़े है l ज़िले के प्रतापगढ़ पंचायत समिति के बाल संसद के बच्चों ने आज बुधवार को रठांजना पुलिस थाने का अवलोकन किया।
इस दौरान बच्चों को पुलिस की कार्यप्रणाली का पता चला। साथ ही हर पुलिस थाने में उनके लिए नियुक्ति बाल कल्याण पुलिस अधिकारी से संवाद का पहली बार अवसर मिला l थाने की विजिट के दौरान बच्चे बहुत उत्साहित दिखे। बच्चों ने लगभग 25 मिनट का थाने में बिताए, बच्चों के साथ चर्चा कर पुलिस अधिकारी भी काफ़ी खुश हुए l

 पुलिस कर्मियों से पूछे सवाल : पुलिसकर्मियों से बाल संसद बच्चों द्वारा  कई सवाल भी पूछे गए, जिनमे- क्या हमारे लिए कोई पुलिस हेल्प लाइन या अलग से पुलिस अंकल सहायता के लिए होते है क्या ?, क्या पुलिस हम सूचना दे तो कार्यवाही करती है या बड़े लोगो की सूचना होनी चाहिए ? आदि कई संवाद किए l पुलिस कर्मियों ने इसका जवाब भी दिया। रठांजना थाने के बाल कल्याण पुलिस अधिकारी नारूलाल मीणा  ने बाल संसद के  बच्चों को थाने की कार्यप्रणाली बता कर उत्साह बढ़ाया। बच्चों की पुलिस ने अपने  कामकाज के बारे में भी विस्तार से बताया। बच्चों में  पुलिस के कामकाज के बारे में गहराई से जानने की जिज्ञासा नजर आ रही थी।
बच्चों ने  बाल कल्याण अधिकारी से बातचीत की।  चोर क्या हैं, आप लोग चोर को कैसे पकड़ते हैं। बच्चों  के इस  सवाल का जवाब देते हुए बाल कल्याण अधिकारी ने कहा कि चोरी करना गलत बात है। पुलिस चोरी करने वाले को पकड़ लेती है।
इस अवसर पर बच्चों के साथ गायत्री सेवा संस्थान के प्रतापगढ़ जिला प्रभारी रामचन्द्र मेघवाल ने बताया कि बच्चों के मन में कही न कही पुलिस के प्रति डर रहता है, इस डर को ख़त्म करने के साथ इन्हें निर्भीक होकर अपनी बात रखने के लिए तैयार करने की दिशा में बच्चों को थाने का विजिट कराया गया, पुलिस ने बच्चों को और कई प्रकार की जानकारियां भी दीं ।
बाल संसद सदस्य सुमित  मीणा ने कहा कि हमें पुलिस से मिलने में काफी अच्छा लगा, यह पहला अवसर था जब हम इस तरह किसी थाने को अंदर से देख पाए हो l
इस अवसर पर रठांजना थाना का स्टाफ़ व गायत्री सेवा संस्थान से पूजा कुंवर राजपूत उपस्थित थे।

By Udaipurviews

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