हेड कांस्टेबल ने थाने के सरकारी आवास में फांसी लगा दी जान

भीलवाड़ा जिले के गुलाबपुरा थाने का मामला, सीआई के फोन नहीं उठाने पर उसके क्वार्टर पर भेजा था सिपाही
संवाद सूत्र, उदयपुर: भीलवाड़ा जिले के गुलाबपुरा थाने के सरकारी आवास में एक हेड कांस्टेबल ने मंगलवार को फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। थाना प्रभारी ने थाने में दर्ज किसी मामले में प्रगति रिपोर्ट की जानकारी लेने के लिए थाने पर बुलाना चाहा था। इसके लिए उन्होंने चार—पांच बार हेड कांस्टेबल को फोन लगाया लेकिन किसी तरह का उत्तर नहीं मिलने पर सिपाही को थाना परिसर स्थित सरकारी आवास पर भेजा तो सिपाही को खिड़की से उसका फंदे से लटका शव दिखाई दिया।
थाना प्रभारी पूरणमल ने बताया कि सुसाइड करने वाला हेड कांस्टेबल रामकेदार मीणा(45) अलवर जिले के रेणी गांव का रहने वाला था, जबकि उसका परिवार दौसा जिले के बांदीकुई में रहता है। उन्होंने बताया कि सोमवार शाम वह थाने के रोल कॉल में भी शामिल हुआ था। तब उससे मामले की प्रगति को लेकर चर्चा भी हुई थी। मंगलवार सुबह जब उसे बुलाना चाहा तो फोन लगाया था। पहले लगा कि वह नींद में होगा, इसलिए उसे उठाने के लिए सिपाही को उसके सरकारी आवास पर भेजा। वह अकेला ही रहता था। सिपाही के दरवाजे खटखटाने के बाद भी जवाब नहीं मिला तो उसने खिड़की के अंदर झांककर देखा तो उसका शव फंदे से लटका पाया। मामला पूरी तरह सुसाइड का लग रहा है। जानकारी मिलते ही गुलाबपुरा डीएसपी, एसडीएम, एसपी राजन दुष्यंत और एएसपी विमल कुमार भी मौके पर आए। उसके आत्महत्या करने के कारणों को लेकर जांच की जा रही है। बताया गया कि वह गुलाबपुरा थाने में फोर्स का जिम्मा देखता था। यह पता लगा कि सोमवार रात दस बजे बाद उसने व्हाट्सएप कॉल के जरिए किसी से बात की थी। जिसका पता लगाकर जानकारी ली जानी है। पोस्टमार्टम कराए जाने के बाद उसका शव परिजनों के हवाले कर दिया गया।
इधर, अस्थमा रोगी महिला के गलत दवा खाने से मौत
भीलवाड़ा जिले के ब्राह्मणों की सरेरी गांव की 21 वर्षीय विमला पुत्री कालू गाडोलिया लोहार की गलत दवा खाने से मौत हो गई। अस्थमा रोगी महिला के गलत दवा खाने से तबीयत बिगड़ गई थी। जिसके बाद उसे अस्पताल ले जाया गया था। जहां उपचार के दौरान उसकी मौत हो गई।

By Udaipurviews

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