100 दिवसीय कार्य योजना के कार्यों को समय पर पूर्ण कराएं : जिला कलक्टर

अधिकारी-कर्मचारी समय पर पहुंचे दफ्तर, परिवादियों को दें त्वरित राहत
जिला कलक्टर ने ली जिला स्तरीय अधिकारियों की बैठक
उदयपुर, 22 फरवरी। जिला स्तरीय अधिकारियों की बैठक गुरुवार सुबह कलेक्ट्रेट मिनी सभागार में जिला कलेक्टर अरविंद पोसवाल की अध्यक्षता में हुई। इसमें उन्होंने राज्य सरकार की 100 दिवसीय कार्य योजना के तहत लक्षित कामों को समय पर पूरा करने के निर्देश दिए।
बैठक में जिला कलक्टर श्री पोसवाल ने सभी विभागों की 100 दिवसीय कार्ययोजना की प्रगति जानी। उन्होंने लंबित कार्यों को प्राथमिकता से निर्धारित समय पर पूरा कर आमजन को राहत देने के निर्देश दिए। उन्होंने सभी अधिकारियों को कार्यालयों में समय पर उपस्थिति सुनिश्चित करने को कहा। उन्होंने कहा कि प्रतिदिन 10 बजे तक उपस्थिति पंजिकाएं संबंधित विभाग के वरिष्ठ अधिकारी तक पहुंच जानी चाहिए। इसके बाद आने वाले अधिकारियों-कर्मचारियों की अनुपस्थिति दर्ज करते हुए रिपोर्ट प्रेषित की जाए। उन्होंने कहा कि किसी भी वक्त, किसी भी विभाग का जिला अथवा राज्य स्तरीय टीम की ओर से औचक निरीक्षण किया जा सकता है। उन्होंने कार्यालयों में साफ सफाई तथा व्यवस्थित फाइल पर भी ध्यान देने के निर्देश दिए। साथ ही ई-फाइलिंग को बढ़ावा देने को कहा। उन्होंने कहा कि बड़े फाइनेंशिल मामलों को छोड़ कर शेष छोटे प्रकरणों की ई फाइलिंग तत्काल शुरू करते हुए उनका ऑनलाइन त्वरित निस्तारण सुनिश्चित हो। उन्होंने संपर्क पोर्टल पर लंबित प्रकरणां की भी समीक्षा की। 30 दिन से अधिक समय से लंबित प्रकरणों को तत्परता से निस्तारित करने के निर्देश दिए। बैठक में जल जीवन मिशन के कार्यों की प्रगति की समीक्षा करते हुए जिले में स्वीकृत कार्यों को जल्द पूर्ण कराने के निर्देश दिए। देवास परियोजना फ्रेज तृतीय व चतुर्थ के तहत प्रस्तावित कामों की विस्तृत जानकारी ली। राजस्थान वाटर सेक्टर लाइवलीहुड इंफूवमेंट प्रोजेक्ट में कृषकों से जुड़ी विभिन्न योजनाओं में अपेक्षित प्रगति नहीं होने पर संबंधित अधिकारियों को संवेदनशीलता बरते हुए अधिक से अधिक किसानों को लाभान्वित करने के निर्देश दिए। बैठक में जनस्वास्थ्य अभियांत्रिकी विभाग, सार्वजनिक निर्माण विभाग, जल संसाधन विभाग, शिक्षा विभाग, आबकारी विभाग, चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग आदि विभागों की योजनाओं, प्रोजेक्ट आदि की जानकारी लेते हुए आवश्यक दिशा-निर्देश दिए। इस दरम्यान डिस्ट्रिक्ट टेक्निकल सपोर्ट ग्रुप की भी बैठक हुई। इसमें विभिन्न प्रोजेक्ट में तकनीकी बिन्दुओं पर चर्चा की गई।
बैठक में अतिरिक्त मुख्य कार्यकारी अधिकारी जिला परिषद अंजुम ताहिर सम्मा, जिला रसद अधिकारी नीलम लखारा, पीएचईडी अधीक्षण अभियंता ललितकुमार नागौरी, पीडब्ल्यूडी एसई अनिल कुमार गर्ग, जिला शिक्षाधिकारी माध्यमिक महेंद्रकुमार जैन, जल संसाधन विभाग के अधिशासी अभियंता गणपत शर्मा, आबकारी विभाग से भरत मीणा, चिकित्सा विभाग से डॉ अशोक आदित्य सहित विभागीय अधिकारी तथा आरडब्ल्यूएसएलआईपी से जुड़े अधिकारीगण उपस्थित रहे।
संतोषप्रद जवाब पाना सभी का अधिकार
जिला कलक्टर ने कार्यालयों में आने वाले परिवादियों की समस्याओं के निस्तारण में पूर्ण गंभीरता बरतने की हिदायत दी। उन्होंने कहा कि अधिकारी यह सुनिश्चित करें कि परिवादों का समय पर निराकरण हो और यदि उसमें समय लगने की संभावना हो अथवा समस्या राज्य स्तर से समाधान योग्य हो तो परिवादी को संतोषप्रद ढंग से जवाब जरूर मिले। उन्होंने कहा कि प्रत्येक नागरिक को अपनी समस्या के संबंध में संतोषप्रद जवाब प्राप्त करने का अधिकार है, इसलिए अधिकारियों के व्यवहार संबंधी कोई शिकायत नहीं आनी चाहिए।

By Udaipurviews

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