पति, सास और सौतन के खिलाफ मामला दर्ज
उदयपुर। बांसवाड़ा जिले के मोटागांव में एक महिला को डायन बताते हुए उसे निर्वस्त्र कर यातनाएं देने का मामला सामने आया है। इस मामले में पुलिस का रुख भी बेहद ही लापरवाही भरा रहा। जिसने शिकायत करने पहुंची पीड़िता को अगले दिन आने की कहकर चलता किया।
बताया गया यह घिनौना काम महिला के साथ उसके पति, सास और सौतन(पति की पहली पत्नी)ने किया। पीड़िता के पिता संयोग से जब उनकी बेटी को यातनाएं दे रहे थे, तब ससुराल पहुंचे थे और उन्होंने अपनी बेटी को छुड़ाया। वह पीड़िता को थाने लेकर पहुंचे लेकिन पुलिस ने उसे अगले दिन आने को कहकर टाल दिया। हालांकि बुधवार को पुलिस पति, सास और सौतन के खिलाफ मामला दर्ज कर जांच शुरू की है। बताया गया कि पीड़िता का आरोपी पति से 2021 में नातरा प्रथा से शादी हुई थी। उदयपुर—बांसवाड़ा संभाग के आदिवासी एक से अधिक शादी के लिए नातरा प्रथा अपनाते हैं। बताया गया कि उसके पति की पहले से एक पत्नी थी। जिसका बेटा बीमार होने पर पति, सास और सौतन ने उस पर जादू—टोना करने का आरोप लगाते हुए गत 14 जनवरी को भी मारपीट की थी। तीनों आरोपियों ने उसे डायन कहते हुए निर्वस्त्र किया और लोहे की बेडियों में जकड़ने के बाद मारपीट की। बताया गया कि उसे खाट से बांध दिया गया ताकि वह भाग नहीं पाए। पति ने उसके मुंह पर मुक्के मारे तथा बंधक बनाकर रखा। पंद्रह फरवरी को संयोग से उसके पिता घर आए तो उन्होंने उसे बचाया और उपचार के लिए जगपुरा अस्पताल लेकर पहुंचे। जहां से उसे बांसवाड़ा के लिए रेफर कर दिया था।
थाने पहुंचे तो कहा, साहब नहीं है कल आना
पीड़िता के पिता ने बताया के वह थाने के बाद घाटोल डिप्टी नानालाल सालवी के पास पहुंचे जहां पुलिसकर्मियों ने बताया कि साहब नहीं है, कल आना। जब डिप्टी सालवी को इसका पता चला तो मंगलवार शाम उन्होंने पुलिस टीम को मौके पर कार्रवाई के लिए भेजा।
महिला आयोग ने लिया संज्ञान तो पीड़िता से मिलने संभागीय आयुक्त, कलेक्टर और एसपी पहुंचे
महिला को बंधक बनाकर उसे निर्वस्त्र कर मारपीट के मामले की जानकारी मिलते ही राज्य महिला आयोग ने संज्ञान लिया। जिसके बाद संभागीय आयुक्त नीरज के. पवन और आईजी एस परिमला, जिला कलक्टर डॉ. इंद्रजीत भी पीड़िता से मिलने पहुंचे। पुलिस ने पीड़िता का मेडिकल कराया और उसके बयान दर्ज किए है।
बांसवाड़ा में महिला को निर्वस्त्र कर बेड़ियों से बांधकर मारपीट
