राजसमंद 15 दिसंबर। नई पेयजल वितरण प्रणाली का कार्य कर रही राजस्थान नगरीय आधारभूत विकास परियोजना के सामुदायिक जागरूकता एवं जन सहभागिता कार्यक्रम के तहत शुकवार को शहर के राजकीय कन्या महाविद्यालय में स्वच्छता मुहिम की शुरुआत हुई। राजस्थान नगरीय आधारभूत विकास परियोजना के अधीक्षण अभियंता मनीष अरोड़ा के निर्देशानुसार शहर के राजकीय कन्या महाविद्यालय नाथद्वारा मैं विद्यार्थी जागरूकता कार्यक्रम में स्वच्छता मुहिम का आयोजन किया गया। कार्यक्रम में टीम लीडर कैप जयपुर बाबूलाल शर्मा द्वारा बताया गया की कचरा तीन प्रकार का होता है। सूखा कचरा, गीला कचरा और हानिकारक कचरा तथा उनके निस्तारण के बारे में बताया उन्होंने बताया कि स्वच्छता ही सेवा है। हमारे देश के लिए हमारे जीवन में स्वच्छता की बहुत जरूरत है। गंदगी हमारे आसपास के वातावरण और जीवन को प्रभावित करती है। हमें व्यक्तिगत व आसपास भी सफाई अवश्य रखनी चाहिए और दूसरों को भी इसके लिए प्रेरित करना चाहिए। जब आप किसी व्यक्ति या घर को साफ सुथरा देखते हैं तो यह आपको भी अपने आस पास साफ सफाई करने के लिए प्रेरित करता है। इस प्रकार विज्ञापनों, बैनर होर्डिंग्स आदि के माध्यम से जागरूकता शिविर लगाकर प्लास्टिक के कम उपयोग पर जागरूकता सेए पुनर्नवीनीकरण उत्पादों और बायोडिग्रेडेबल उत्पादों के उपयोग पर जागरूक कर लोगों को स्वच्छता उपायों को अपनाने के लिए प्रोत्साहित करना चाहिए। सामूहिक प्रयास से हम स्वच्छता प्राप्त कर सकते हैं और बदले में पुरस्कार के रूप में अच्छा स्वास्थ्य और खुशी प्राप्त कर सकते हैं।।इसी क्रम में अधिशाषी अभियंता महेंद्र समदानी ने परियोजना के कार्यों के बारे में विस्तारपूर्वक बताया उन्होंने नई जलप्रदाय योजना से होने वाले लाभों के बारे में जानकारी हुये कहा कि नई जल प्रदाय योजना से पानी पर्याप्त एवं पूर्ण दवाब के साथ मिलेगा। इसी क्रम में बोलते हुए सीएमई सौरभ पांडेय द्वारा ठोस कचरा प्रबंध पर विस्तार पूर्वक बताया गया उन्होंने बताया कि पृथ्वी हमारा घर है। यह हमें भोजन, पानी और हवा जैसी दैनिक उपयोग की कई चीजें प्रदान करता है इसलिए हमें इसे अपना घर मानना चाहिए और इसकी स्वच्छता बनाए रखने के लिए जिम्मेदार बनना चाहिए। पांडेय ने महाविद्यालय की छात्राओं को ठोस कचरे के तीन आर सिद्धांत को बताया।
राजसमंद : ठोस कचरा प्रबंधन पर शासकीय महाविद्यालय में स्वच्छता मुहिम
